New

होम -> सिनेमा

 |  6-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 02 मई, 2022 04:39 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
  • Total Shares

हिंदुस्तान में सिनेमा का बहुत क्रेज है. यहां नॉर्थ से लेकर साउथ तक आपको फिल्मों के दीवाने मिल जाएंगे. फिल्म में काम करने वाले कलाकारों के फैंस उनकी स्टाइल कॉपी करते हैं. यहां तक कि कुछ लोग तो फिल्मों के हीरो को भगवान की तरह पूजते हैं. जैसे कि साउथ में देखने को मिलता है. वहां के कलाकारों को लोग इतना मानते हैं कि उनकी फिल्मों के रिलीज के वक्त पटाखे फोड़ते हैं, उनकी तस्वीरों को दूध से नहलाते हैं और फिल्म की सफलता के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं. ऐसे में हीरो का भी फर्ज बनता है कि वो ऐसा आचरण करे, जो लोगों के लिए मिसाल बने, न कि लोगों को गलत दिशा में ले जाए. ऐसी ही एक मिसाल साउथ सिनेमा के सुपरस्टार यश ने पेश की है. उन्होंने एक पान मसाला कंपनी का विज्ञापन करने से इंकार कर दिया है. रॉकिंग स्टार को हाल ही में पान मसाला ऐड के लिए अप्रोच किया गया था.

बताया जा रहा है कि पान मसाला और इलायची ब्रांड का विज्ञापन करने के लिए उनको करोड़ों रुपए का ऑफर दिया गया था. लेकिन रॉकी भाई ने अपने फैंस की सेहत का ख्याल करते हुए पान मसाला कंपनी को विज्ञापन करने के लिए साफ तौर मना कर दिया. यश की तरफ से एंडोर्समेंट डील्स को मैनेज करने वाली कंपनी एक्सीड एंटरटेनमेंट ने एक बयान जारी किया है, "पान मसाला और इस तरह के प्रोडक्ट का लोगों के स्वास्थ्य पर बेहद हानिकारक प्रभाव पड़ता है. इसका प्रभाव जानलेवा भी हो सकता है. वास्तव में यश द्वारा लिया गया ये एक हीरोइक फैसला है, जिन्होंने अपने फैंस और अपने फॉलोअर्स के हित में करोड़ों रुपए की इस डील को करने से साफ मना किया." केजीएफ स्टार यश से पहले 'पुष्पा: द राइज' के जरिए पूरे देश में मशहूर हुए साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन ने भी पान मसाला कंपनी का विज्ञापन करने से मना कर दिया था.

yash_650_043022082433.jpgपान मसाला का विज्ञापन करने से मना करके अल्लू अर्जुन और यश ने मिसाल पेश की है.

एक पान मसाला कंपनी ने अल्लू अर्जुन को करोड़ों रुपए का ऑफर दिया था, लेकिन अभिनेता नहीं चाहते थे कि उनके फैंस के बीच किसी भी गलत चीज को प्रमोट किया जाए. अल्लू खुद भी कभी पान मसाला या तम्बाकू का सेवन नहीं करते हैं. इसी वजह से उन्होंने तंबाकू कंपनी का ब्रांड एंडोर्समेंट करने से इनकार कर दिया. उनके एक करीबी का कहना है कि फिल्म में स्मोकिंग करना अल्लू के हाथ में नहीं है, लेकिन उनकी कोशिश होती है कि कोई भी इसका सेवन न करे. वह इससे बचने का मैसेज भी देते हैं. उनका मानना है कि जिस चीज का सेवन वो खुद कभी नहीं करते, उसका प्रमोशन नहीं करना चाहिए. खासकर के उन चीजों का तो बिल्कुल भी नहीं, जिनका स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. साउथ के सितारों की यही सोच उनको महान बनाती है. उनको सही मायने में हीरो साबित करती है. यही वजह है कि आज उनकी लोकप्रियता भाषा और राज्य की दीवारें तोड़कर पूरे देश में फैल गई है. दक्षिण से ज्यादा उत्तर में लोग उनके अभिनय के कायल हो चुके हैं. उनकी फिल्मों की बंपर कमाई उनकी लोकप्रियता की गवाही दे रही हैं.

इसके ठीक विपरीत बॉलीवुड के सितारों का हाल बुरा है. वो पैसे के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. शादी विवाह में नाचने से लेकर पान मसाला, तंबाकू और शराब तक के ब्रैंड का विज्ञापन करते हैं. इसके लिए सरोगेट विज्ञापनों का सहारा लिया जाता है, ताकि बदनामी होने की स्थिति में मासूमियत के साथ माफी मांग सकें. जैसे कि हालही में अभिनेता अक्षय कुमार ने मांगा है. सोशल मीडिया पर जब उनको पान मसाला का विज्ञापन करने की वजह से ट्रोल किया गया, तो उन्होंने सामने आकर माफी मांगी और भविष्य में ऐसा न करने की कसम खाई. अक्षय ने अपने ही कई इंटरव्यू में कहा था कि गुटखा कंपनियां उन्हें करोड़ों के ऑफर देती हैं, लेकिन वे उन्हें स्वीकार नहीं करते हैं. लेकिन जब शाहरुख खान और अजय देवगन के साथ लोगों ने उनको पान मसाला का विज्ञापन करते देखा तो नाराज हो गए. उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई.

कुछ महीने पहले तक सिनेमा के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन भी एक पान मसाला को प्रमोट करते थे. उनके जैसे बड़े कद के अभिनेता द्वारा इस तरह के विज्ञापन को प्रमोट करने की वजह से सोशल मीडिया पर उनकी खूब ट्रोलिंग हुई थी. इसके बाद उन्होंने अपने जन्मदिन पर इस विज्ञापन को छोड़ने का ऐलान कर दिया था. उस वक्त उनकी तरफ से एक बयान में कहा गया था, ''जब अमिताभ बच्चन इस ब्रांड से जुड़े थे, तब उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह सरोगेट विज्ञापन के अंतर्गत आता है. अमिताभ ने ब्रांड के साथ अनुबंध खत्म कर दिया है और प्रमोशन फीस भी वापस लौटा दी है.'' वैसे जानकारी के लिए बता दें कि कोई भी कंपनी प्रतिबंधित उत्पादों का विज्ञापन सीधे तौर पर नहीं कर सकती है. इसलिए ग्राहकों तक अपने उत्पाद के बारे में सूचना पहुंचाने के लिए सरोगेट विज्ञापन का सहारा लेती है. भारत में तंबाकू, गुटखा, सिगरेट और शराब जैसे उत्पादों के सार्वजनिक विज्ञापन पर पांबदी है. ऐसे में इन उत्पादों की कंपनियां इनके ब्रैंड से कुछ ऐसे उत्पाद बाजार में लाती हैं, जिन पर प्रतिबंध नहीं है, जैसे कि गुटखा और पान मसाला वाले उसीक ब्रैंड नाम से इलायची लाते हैं और शराब की कंपनियां सोडा और पानी की बोतल. बाद में इन उत्पादों का प्रचार उनके ब्रैंड नाम से किया जाता है.

इस तरह अप्रत्यक्ष रूप में उन उत्पादों का भी प्रचार हो जाता है, जिन पर सरकार ने प्रतिबंध लगा रखा है. कानूनी कार्यवाही होने की स्थिति बनने पर इन कंपनी के पास यह कहने के लिए होता है कि वो किसी प्रतिबंधित चीज का नहीं बल्कि सोडा, पानी या इलायची का विज्ञापन करा रही थीं. कंपनियों की इस छद्म हरकत में फिल्मी सितारों का भी सहयोग मिलता है. शाहरुख खान, अजय देवगन, सैफ अली खान, गोविंदा, अरबाज खान, सनी लियोनी, अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन जैसे कलाकार इसमें शामिल रहे हैं. ये बिना सोचे की उनकी इस हरकत का लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. 'मुंह में रजनीगंधा, कदमों में दुनिया' जैसी बातें इन सितारों के मुंह से सुनकर टीनएज लकड़े जल्दी प्रभावित हो जाते हैं. बिना सोचे समझे जहर का सेवन करने लगते हैं. इसके लिए बॉलीवुड के ये सितारे सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं. इन सभी को अल्लू अर्जुन और यश जैसे साउथ के सितारों से सीखना चाहिए कि वो जैसे फिल्में में आचरण करते हैं, वैसे ही वास्तविक जिंदगी में भी आम लोगों के हक के लिए लड़ते हैं. उनकी मदद करते हैं. उनकी सेवा करते हैं.

#यश, #अजय देवगन, #पान मसाला, Allu Arjun, Rocking Star Yash, Yash Rejects Pan Masala Endorsement

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय