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Updated: 14 मई, 2023 05:44 PM
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बॉलीवुड रीमेक फिल्मों का मोह नहीं छोड़ पा रहा है. या यूं कहें कि खुद की मेहनत से फिल्म बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है. क्या करें बनी बनाई स्क्रिप्ट पर बिना मेहनत के काम करने की आदत जो पड़ गई है. ऊपर से मूल फिल्म की बॉक्स ऑफिस सफलता साहस देने का भी काम करती है. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे रीमेक फिल्मों की वजह से ही सुपरस्टार बने हैं. इनमें कई तो चौंकाने वाले नाम हैं. जैसे कि अक्षय कुमार, अजय देवगन और सलमान खान. इनके नाम रीमेक फिल्मों की लंबी फेहरिस्त है, जिसमें अक्षय ने 25, अजय और सलमान ने 26 रीमेक फिल्मों में काम किया है. इन सितारों के नाम रही ज्यादातर सुपरहिट फिल्में साउथ सिनेमा की रीमेक ही रही हैं. इस साल तमिल फिल्म 'कैथी' का रीमेक 'भोला' बनाने के बाद अभिनेता अजय देवगन अब गुजराती फिल्म 'वश' का हिंदी रीमेक बनाने जा रहे हैं.

650x400_051323092330.jpgअभिनेता अजय देवगन अब गुजराती फिल्म 'वश' का हिंदी रीमेक बनाने जा रहे हैं.

गुजराती सुपरनैचुरल थ्रिलर फिल्म 'वश' इसी साल फरवरी में रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने एक महीने तक बॉक्स ऑफिस पर लगातार परफॉर्म किया है. इस छोटे बजट की फिल्म ने कुल 3 करोड़ रुपए बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है. कृष्णदेव याज्ञनिक के निर्देशन में बनी इस फिल्म में जानकी बोडीवाला, हितु कनोडिया, नीलम पांचाल, आर्यब संघवी और हितेन कुमार लीड रोल में हैं. इस फिल्म की समीक्षकों ने जमकर सराहना की है. इस फिल्म की कहानी चार लोगों के एक खुशहाल परिवार पर आधारित है, जिन पर काला जादू कर दिया जाता है. इसके बाद ये परिवार बुरी ऊर्जाओं के बीच फंस जाता है. फिल्म बहुत रोचक और रोमांचक है. यही वजह है कि अजय देवगन इस पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. इसके निर्देशन का जिम्मा 'क्वीन', 'गुडबॉय' और 'सुपर 30' जैसी बेहतरीन फिल्में बनाने वाले निर्देशक विकास बहल को दिया गया है.

फिल्म 'वश' के हिंदी रीमेक को अजय देवगन, कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक मिलकर प्रोड्यूस कर रहे हैं. इसमें अजय देवगन और आर माधवन लीड रोल में नजर आएंगे. फिल्म की शूटिंग इसी साल जून से शुरू हो जाएगी, जो कि मुंबई, मंसूरी और लंदन में होगी. अजय और माधवन पहली बार किसी फिल्म में एक साथ काम करने जा रहे हैं. अजय की हालिया रिलीज फिल्म 'भोला' बॉक्स ऑफिस पर बहुत बेहतर कारोबार नहीं कर पाई है. 30 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म ने 90 करोड़ रुपए की कमाई की थी, जबकि इसका बजट 100 से 120 करोड़ रुपए बताया गया था. इससे पहले वो मलयालम फिल्म 'दृश्यम' (हिंदी में इसी नाम से रिलीज हुई), तेलुगू फिल्म अनुकोकुंडा ओका रोजू (संडे), तमिल फिल्म सिंघम (हिंदी में इसी नाम से रिलीज हुई) और तेलुगु फिल्म ओरिकी मोनागाडु (हिम्मतवाला) में भी काम किया है.

पिछले दो वर्षों में रिलीज हुईं ज्यादातर रीमेक फिल्में फ्लॉप रही हैं. इतने फिल्मों की असफलता बॉलीवुड के उस भ्रम को तोड़ने के लिए काफी हैं कि रीमेक फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रहती है. लोगों ने रीमेक फिल्मों को सिरे से नकार दिया है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ये है कि पहले की तरह अब सिनेमा की कोई बाउंड्री नहीं है. पहले सिनेमा सीमाओं में बंधा हुआ था. हर भाषा भाषियों के लिए अपनी फिल्म इंडस्ट्री है. वहां का सिनेमा वहीं के लोग देखते हैं. लेकिन अब पैन इंडिया फिल्मों और ओटीटी के जमाने में भाषा कोई बाध्यता नहीं है. अब साउथ की फिल्में पहले ही हिंदी, तमिल और तेलुगू सहित कई भाषाओं में बना दी जाती हैं. जो नहीं बनती हैं, उनका हिंदी डब ओटीटी या यूट्यूब पर मौजूद होता है. कई फिल्मों को तो लोग सब्सटाइटल्स के सहारे ही देख लेते हैं. लोग अब फ्रेश कंटेंट के लिए इंतजार नहीं करते हैं.

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