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Updated: 02 अप्रिल, 2022 10:25 PM
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कश्मीर घाटी में आतंकवाद के बेइंतहा जुल्म को दिखाने वाली द कश्मीर फाइल्स को तमाम लोगों ने एक प्रोपेगेंडा फिल्म करार दिया है. हालांकि कोरोना के बाद के हालात में यह बॉलीवुड की इकलौती फिल्म है जिसके तूफानी कारोबार ने लोगों को हैरान कर दिया है. विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म ने मात्र तीन हफ्ते के अंदर ही देश भर से 238.28 करोड़ रुपये का कारोबार निकाला है. महामारी के बाद सिनेमाघरों में सबसे ज्यादा कमाने वाली बॉलीवुड की फिल्म बन चुकी है. फिल्म के करिश्माई बिजनेस के बाद बॉलीवुड के सितारों ने उसकी तारीफों में कसीदें गढ़ने शुरू कर दिए हैं.

ये वो सितारे हैं जो कथित आइडियोलजी की वजह से खुद को विवेक या उन जैसे फिल्मकारों के साथ जोड़ने में असहज महसूस करते रहे हैं. आमिर खान हों या पीयूष मिश्रा से तापसी पन्नू तक, तमाम एक्टर्स इसमें शामिल हैं जिन्होंने फिल्म की तारीफ़ की है. इस कड़ी में नया नाम अभिषेक बच्चन का है. अभिषेक ने भी एक इंटरव्यू में कहा- "हालांकि मैंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन मुझे एक भी ऐसा शख्स नहीं मिला जिसने फिल्म (TKF) को खराब कहा हो. फिल्म का बिजनेस बताता है कि इसे लोग देख रहे हैं. खराब फिल्मों को लोग नहीं देखते." तारीफ़ करने वालों की लाइन लगभग अभिषेक वाली ही है.

tkfअभिषेक बच्चन और अनुपम खेर.

अब सवाल है कि द कश्मीर फाइल्स के बिजनेस के आधार पर जिस तरह सितारे फिल्म को पब्लिक मैंडेट करार दे रहे- क्या यह बॉलीवुड की मुख्यधारा के बदलाव का संकेत है या इसके पीछे कुछ और है. आखिर इन प्रतिक्रियाओं को किस तरह लिया जाए. क्या बॉलीवुड अपने कंटेंट में बदलाव के लिए तैयार हो गया है. या फिर जमे जमाए अभिनेता बस वक्त के हिसाब से नई बयार पर सवार होकर बतौर एक्टर अपनी गुंजाइश बनाए रखना चाहते हैं और द कश्मीर फाइल्स की के बहाने मजबूत नजर आ रहे 'जनज्वार' को भुनाना चाहते हैं?

द कश्मीर फाइल्स को लेकर बॉलीवुड सितारों की पॉलिटिक्स क्या है? इसमें कोई शक नहीं कि बॉलीवुड ऐतिहासिक करवट ले रहा है. ठीक वैसे ही जैसे देश की राजनीति ने साल 2014 में करवट ले लिया था. हालांकि अगले कुछ महीनों या सालों में बॉलीवुड के जमे जमाए निर्माता निर्देशकों और अभिनेताओं के प्रोजेक्ट को देखकर ही इस बारे में ज्यादा कुछ साफ-साफ़ कहा जा सकता है. मगर जहां तक बात बॉलीवुड के सितारों की है- फिलहाल तो वे 'जनावेग' को भुनाने से ज्यादा कोशिश करते नहीं दिख रहे. आमिर हों तापसी या अभिषेक- उनके बयानों की टाइमिंग और मौजूदा सक्रियता से यह समझना मुश्किल नहीं है. सितारों की तरफ से फिल्म को सपोर्ट करने का एक पहलू यह भी है कि कंगना रनौत को छोड़कर बॉलीवुड के किसी भी टॉप एक्टर ने सीधे-सीधे फिल्म की तारीफ़ नहीं की है. कंगना की तारीफ़ को भी उनकी मौजूदा वैचारिकता के दायरे में ही देखा जाना चाहिए जो स्वाभाविक लगता है.

मगर बात जहां तक दूसरे सितारों की है- किसी भी बड़े कलाकार ने द कश्मीर फाइल्स को स्वाभाविक रूप से सपोर्ट नहीं किया. जबकि यही सितारे अपने सोशल पेजेज पर इंडस्ट्री की अन्य फिल्मों को सहज प्रमोट करते नजर आते हैं. आमिर, तापसी और अभिषेक को ही लें तो उनके सोशल पेज पर द कश्मीर फाइल्स का कोई जिक्र नहीं दिखता है. जबकि ठीक उसी वक्त आई दूसरी तमाम फिल्मों, उनके ट्रेलर को सपोर्ट करने वाले ट्वीट आसानी से मिल जाएंगे. अभिषेक पिता अमिताभ बच्चन की फिल्म को इंडोर्स करते दिखते हैं. दूसरी और फ़िल्में भी. दूसरे कलाकार भी कुछ-कुछ ऐसा ही करते नजर आएंगे. अक्षय कुमार जैसे सितारे सपोर्ट भी करते हैं तो खुद को बचाते हुए.

द कश्मीर फाइल्स पर भाजपाई अजय का पेज भी खामोश और अक्षय भी बहुत कूटनीतिक दिखें

अक्षय ने द कश्मीर फाइल्स के बारे में सीधे-सीधे कुछ नहीं लिखा. बल्कि अनुपम खेर के एक ट्वीट को रीट्वीट किया और फिल्म में उनकी परफोर्मेंस को लेकर हो रही चर्चा का जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने सिनेमाघर तक फिल्म देखने आ रही दर्शकों की भीड़ का जिक्र किया और बताया कि वे भी जल्द ही फिल्म को देखेंगे. आखिर में उन्होंने अपनी बात 'जय अंबे' के जयघोष के साथ ख़त्म किया. अक्षय ने ट्वीट में सिर्फ अनुपम को टैग किया था. अजय देवगन ने फिल्म को लेकर किसी भी तरह का ट्वीट नहीं किया है. जबकि अक्षय और अजय बॉलीवुड के दो ऐसे बड़े कलाकार हैं जिन्हें हमेशा संघ और बीजेपी से ही जोड़कर देखा जाता है. अजय ने तो बाकायदा भाजपा का सार्वजनिक सपोर्ट तक किया है.

अब फिल्म की टाइमिंग और सितारों के सोशल पेज को देखते हैं तो अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि द कश्मीर फाइल्स के लिए बहुतायत बड़े सितारों की प्रतिक्रिया सहज या स्वाभाविक नहीं है. असल में उनसे सवाल पूछा गया तब उन्होंने जवाब दे दिया. ये अलग बात है कि जिन इवेंट्स में उन्होंने कश्मीर फाइल्स की तारीफ़ की वहां किसी दूसरे प्रोजेक्ट को इंडोर्स करने पहुंचे थे. लेकिन सुर्खियां उन्हें कश्मीर फाइल्स के जरिए मिली. असल में अक्षय, अनुपम खेर या फिल्म की तारीफ़ नहीं कर रहे थे बल्कि विवेक की फिल्म के ठीक एक हफ्ते बाद आ रही अपनी फिल्म बच्चन पांडे को प्रमोट कर रहे थे जो दुर्भाग्य से फ्लॉप हो गई.

द कश्मीर फाइल्स पर चुप्पी को लेकर लगातार सवालों का सामना कर रहे हैं सितारे

आमिर खान भी लाल सिंह चड्ढा के लिए माहौल बना रहे हैं, क्योंकि कश्मीर फाइल्स को प्रमोट करने वाली सोशल लॉबी ने आमिर की फिल्मों के खिलाफ लंबे वक्त से मोर्चा खोला हुआ है. तापसी भी अपने काम को प्रमोट कर रही थीं. अभिषेक भी द कश्मीर फाइल्स की बोतल में अपनी अपकमिंग फिल्म दसवीं बेचने की कोशिश कर रहे थे. सितारों को ऐसा लग रहा होगा कि वे ज्यादा स्मार्ट हैं. लेकिन अगर किसी फिल्म के प्रमोशन को लेकर उनकी सोशल मीडिया पर एक्टिविटी देखें तो आम लोग उन्हें अलग ही रूप में ले रहे हैं.

उदाहरण के लिए अमिताभ ने बेटे समेत अब तक जितनी भी फिल्मों को अपने सोशल पेज पर प्रमोट किया है उन सबमें एक कॉमन चीज है. कमेंट बॉक्स में आम यूजर महानायक से द कश्मीर फाइल्स के बारे में चुप्पी को लेकर सवाल पूछ रहा है. फिल्म प्रमोशनल से जुड़ी अन्य सितारों की तमाम सोशल पोस्ट में इसे आसानी से खंगाला जा सकता है. जहां तक बात द कश्मीर फाइल्स की है तो जनता ने इसे अपने कंधों पर बिठाकर सक्सेसफुल बनाया है. फिल्म के साथ आम दर्शकों की भावनाएं जुड़ी हैं और इसकी सफलता को जनादेश करार दिया जा सकता है.

लग तो यही रहा है कि जनादेश के लिए जो ज्वार उमड़ा है बम्बइया सितारे उस भावुकता को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं और कारोबारी फायदे के लिए फिल्म के साथ खुद को जोड़ रहे हैं.

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