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सर्जिकल अटैक का 'M' फैक्टर

    • राकेश चंद्र
    • Updated: 11 अक्टूबर, 2016 05:53 PM
  • 11 अक्टूबर, 2016 05:53 PM
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अब इन तीनों 'एम' के सामने एक यक्ष प्रश्न खड़ा है, और वह है तेरी कमीज मेरी कमीज से सफेद कैसे?

तीन राजनैतिक धाराएं जो भारतीय राजनीति में हमेशा से ही अपनी किन्हीं न किन्ही गुणों या विचारों के कारण सुर्खियों में रहते हैं लेकिन आजकल अगर वे खबरों में हैं तो सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर. पहला एम मोदी, सीना 56 इंची, दूसरा एम मनमोहन छाती तो नहीं लेकिन व्यक्तिगत छवि में 56 इंच से कम नहीं, इस मुकाबले के तीसरे नायक अब बन गए हैं मल्ल युद्ध के सियासी नेता मुलयम सिंह. जी हां, वो मुलायम जो नाम के मुलायम हैं, लेकिन कब किसको पटक देंगे कुछ पता नहीं, देखते हैं इस सर्जिकल स्ट्राइक के मल्ल युद्ध में कौन जीतता है.  

ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक पर ये राजनीतिक पतंगबाजी है क्या ?

दरअसल सेना तो अपना काम करती ही है उन्हें इनसे कोई मतलब नहीं है, लेकिन जिस प्रकार सर्जिकल स्ट्राइक का पोस्टमॉटर्म हो रहा है उसमें कब कौन कहां से नया मोड़ दे कुछ पता नहीं, ताजा घटनाक्रम में मुलायम सिंह के पोस्टर मेरठ में लगाए गए हैं, इन पोस्टरों में लिखा गया है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह की सलाह पर भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया. तो अब मुलायम सिंह को आगे आना पड़ेगा. पोस्टर मेरठ में कई स्थानों पर लगाए गए हैं. पोस्टर में सेना को भी धन्यवाद व हीरो माना गया है तो वहीं पॉलिटिक्स करने वाले जीरो.

 सपा प्रमुख मुलायम सिंह की सलाह पर भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया

इससे पहले भाजपा की तरफ...

तीन राजनैतिक धाराएं जो भारतीय राजनीति में हमेशा से ही अपनी किन्हीं न किन्ही गुणों या विचारों के कारण सुर्खियों में रहते हैं लेकिन आजकल अगर वे खबरों में हैं तो सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर. पहला एम मोदी, सीना 56 इंची, दूसरा एम मनमोहन छाती तो नहीं लेकिन व्यक्तिगत छवि में 56 इंच से कम नहीं, इस मुकाबले के तीसरे नायक अब बन गए हैं मल्ल युद्ध के सियासी नेता मुलयम सिंह. जी हां, वो मुलायम जो नाम के मुलायम हैं, लेकिन कब किसको पटक देंगे कुछ पता नहीं, देखते हैं इस सर्जिकल स्ट्राइक के मल्ल युद्ध में कौन जीतता है.  

ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक पर ये राजनीतिक पतंगबाजी है क्या ?

दरअसल सेना तो अपना काम करती ही है उन्हें इनसे कोई मतलब नहीं है, लेकिन जिस प्रकार सर्जिकल स्ट्राइक का पोस्टमॉटर्म हो रहा है उसमें कब कौन कहां से नया मोड़ दे कुछ पता नहीं, ताजा घटनाक्रम में मुलायम सिंह के पोस्टर मेरठ में लगाए गए हैं, इन पोस्टरों में लिखा गया है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह की सलाह पर भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया. तो अब मुलायम सिंह को आगे आना पड़ेगा. पोस्टर मेरठ में कई स्थानों पर लगाए गए हैं. पोस्टर में सेना को भी धन्यवाद व हीरो माना गया है तो वहीं पॉलिटिक्स करने वाले जीरो.

 सपा प्रमुख मुलायम सिंह की सलाह पर भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया

इससे पहले भाजपा की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक के बाद लगाए गए पोस्टरों पर विवाद हुआ था, ऐसे पोस्टर लगाए गए जिसका असर हुवा कि केजरी नाम के मुखिया तुरंत मैदान में नूराकुश्ती में कूद पड़े. मनमोहन सिंह के पक्ष में भी ऑपरेशन जिंजर सामने आया. ऑपरेशन जिंजर 2011 में भी हुआ. कहा जा रहा है कि आठ पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना ने इस आपरेशन में मार गिराया था. हमारी सेना तीन पाकिस्तानी सैनिकों के सिर अपने साथ लाई थी. अब इन तीनों 'एम' के सामने एक यक्ष प्रश्न खड़ा है, और वह है तेरी कमीज मेरी कमीज से सफेद कैसे?

ये भी पढ़ें- जब तीन पाकिस्तानी सिर ले आये थे भारतीय जवान

डुगडुगी बजाने के लिए आपके पास कुछ न कुछ तो होना चाहिए, उत्तर प्रदेश में विधान सभा के चुनाव  होने हैं, इस स्ट्राइक का ब्रह्मास्त्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, राहुल गांधी हाल ही में उत्तर प्रदेश की यात्रा कर चुके हैं. राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कहा, जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किया है. उनके खून के पीछे आप छुपे हुए हो. उनकी आप दलाली कर रहे हो.

मुलायम आंतरिक कलह में फसें हैं, वही पंजाब में बीजेपी-अकालियों का खिसकता जनाधार इस सफेद कमीज के पीछे छुपा हुआ है. केजरी के इस मामले में कूदना केवल और केवल राजनीति है. जबकी होना उल्टा चाहिए था कि इसका सारा श्रेय सेना और मात्र सेना को मिलना चाहिए.

तीनों ने अपनी बीन बजानी शुरू कर दी है चौथा फिलहाल शांत है लेकिन अगर उसे भी सर्जिकल स्ट्राइक के बहाने पंजाब में छेड़ा गया तो वो भी कुछ करेगा ताकि उसकी कमीज भी सफेद हो जाय, फिलहाल अभी तक वह सफेद कमीज में नहीं है.

ये भी पढ़ें- जब बात देश की हो तब तो अपनी गंदी राजनीति मत कीजिए..

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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