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सियासत

अमर सिंह फिर से पीड़ा में हैं

    • संतोष चौबे
    • Updated: 28 नवम्बर, 2016 04:56 PM
  • 28 नवम्बर, 2016 04:56 PM
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अमर सिंह एक बार फिर से पीड़ा में हैं और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिलकर उन्होंने इसका इज़हार भी किया है. आखिर क्या दिक्कत है अमर सिंह को? क्यों चिंता में हैं अमर?

अमर सिंह एक बार फिर से पीड़ा में हैं और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिलकर उन्होंने इसका इज़हार भी किया है. उनका कहना है कि अखिलेश यादव के समर्थकों द्वारा उनका अपमान अब उनकी बर्दाश्त करने की सीमा से बाहर जा चुका है.  

अमर सिंह ने कहा था कि उनका दिल दर्द से भरा हुआ है और वो मुलायम सिंह से इसके विषय में बात करेंगे. अमर सिंह के अनुसार वो मुलायम सिंह ही थे जो अपने पुत्र अखिलेश के खिलाफ उनके साथ खड़े हुए थे.

ये भी पढ़ें- नोटबंदी: नीतीश का समर्थन एक खतरनाक सियासी दांव है

लेकिन अमर सिंह समाजवादी पार्टी से त्यागपत्र देने पर स्पष्ट जवाब नहीं देते हैं. उनका कहना है कि वो ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहते हैं जिससे मुलायम सिंह को चोट पहुंचे और मुलायम का जो भी आदेश होगा वो मानेंगे.

 फाइल फोटो- अमर सिंह और मुलायम यादव

फिर चाहे अखिलेश यादव उन्हें दलाल ही कहें - जैसा कि पिछले महीने सब ने देखा.

अखिलेश यादव पार्टी में और परिवार में मची घमासान के पीछे अमर सिंह का ही हाथ मानते हैं और उन्होंने तो यहाँ तक कहा है कि अमर सिंह और उनके करीबियों को छोड़ेंगे नहीं. अमर सिंह उस समय भी काफी व्यथित हुए थे और अपने पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने यहाँ तक कहा था कि जब अखिलेश का पूरा परिवार उनकी डिंपल से शादी के विरोध में था तब उन्होंने अखिलेश का साथ दिया था.

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अमर सिंह एक बार फिर से पीड़ा में हैं और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिलकर उन्होंने इसका इज़हार भी किया है. उनका कहना है कि अखिलेश यादव के समर्थकों द्वारा उनका अपमान अब उनकी बर्दाश्त करने की सीमा से बाहर जा चुका है.  

अमर सिंह ने कहा था कि उनका दिल दर्द से भरा हुआ है और वो मुलायम सिंह से इसके विषय में बात करेंगे. अमर सिंह के अनुसार वो मुलायम सिंह ही थे जो अपने पुत्र अखिलेश के खिलाफ उनके साथ खड़े हुए थे.

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लेकिन अमर सिंह समाजवादी पार्टी से त्यागपत्र देने पर स्पष्ट जवाब नहीं देते हैं. उनका कहना है कि वो ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहते हैं जिससे मुलायम सिंह को चोट पहुंचे और मुलायम का जो भी आदेश होगा वो मानेंगे.

 फाइल फोटो- अमर सिंह और मुलायम यादव

फिर चाहे अखिलेश यादव उन्हें दलाल ही कहें - जैसा कि पिछले महीने सब ने देखा.

अखिलेश यादव पार्टी में और परिवार में मची घमासान के पीछे अमर सिंह का ही हाथ मानते हैं और उन्होंने तो यहाँ तक कहा है कि अमर सिंह और उनके करीबियों को छोड़ेंगे नहीं. अमर सिंह उस समय भी काफी व्यथित हुए थे और अपने पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने यहाँ तक कहा था कि जब अखिलेश का पूरा परिवार उनकी डिंपल से शादी के विरोध में था तब उन्होंने अखिलेश का साथ दिया था.

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सितंबर में अमर सिंह की तरफ इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा था कि अगर बाहर के लोग परिवार में दखल देते रहेंगे तो चीज़ें सुधर कैसे पाएंगी. तब अमर सिंह ने कहा था कि अखिलेश का इशारा उनकी तरफ नहीं था.

उन्होंने ये भी कहा था कि अखिलेश के साथ उनका रिश्ता ऐसा है कि अगर अखिलेश बार बार उन्हें चोट पहुंचाए तो भी वो अखिलेश से ये नहीं पूछेंगे कि क्यों बल्कि ये पूछेंगे कि कहीं अखिलेश को चोट तो नहीं पहुंची.

उस बात को दो महीने हो चुके हैं और लगता है कि अखिलेश उन्हें उनके 'बार बार' से भी ज्यादा बार चोट पहुंचा चुके हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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