• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
स्पोर्ट्स

IND vs NZ: लगातार फेल हो रहे Rishabh Pant को ट्विटर ने स्पष्ट संदेश दे दिया है!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 26 नवम्बर, 2022 04:56 PM
  • 26 नवम्बर, 2022 04:56 PM
offline
IND vs NZ: ऑकलैंड में भारत बनाम न्यूजीलैंड के पहले ही वन-डे में भारत को हार का सामना करना पड़ा है. निशाने पर ऋषभ पंत हैं. मौजूदा वक़्त में जैसा गेम ऋषभ खेल रहे हैं, उनकी पिछली आठ पारियों ने बता दिया है कि अब उन्हें बाइज्जत टीम को छोड़ देना चाहिए। वहीं जैसी प्रतिक्रिया ट्विटर पर फैंस की है उन्हें पंत को टीम का बोझ कहा जा रहा है.

भले ही क्रिकेट में बहुत सी चीजें पूर्वनियोजित और पूर्व निर्धारित नहीं होतीं लेकिन बावजूद इसके तमाम चीजें ऐसी होती हैं जो बता देती हैं कि टूर्नामेंट खेलने गयी टीम मैच जीत पाएगी या नहीं. प्लेयिंग इलेवन का भी मामला कुछ कुछ ऐसा ही है. शिखर धवन के नेतृत्व में न्यूजीलैंड से वनडे मैच खेलने जा रही टीम को देखकर एक बार लगा था कि कुछ बड़ा होगा और भारत मुकाबला जीत लेगा. ये सिर्फ एक विचार था. इस विचार पर किसी का पुख्ता यकीन इसलिए भी नहीं था क्योंकि इस टीम का हिस्सा ऋषभ पंत भी थे. अब इसे भाग्य कहें या बीसीसीआई के कुछ लोगों का रहमों करम ख़राब फॉर्म होने के बावजूद ऋषभ पंत को मौका दिया गया और उन्होंने वही किया जिसके लिए हालिया कुछ दिनों में उनकी आलोचना हो रही है.

न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मुकाबले में जिस तरफ ऋषभ ने अपने प्रदर्शन से निराश किया है. तमाम तरह के सवाल एक बार फिर उठने शुरू हो गए हैं. भारत को जिस तरह पहले ही मुकाबले में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स ऐसे हैं जो इस बात को लेकर एकमत हैं कि 25 साल के ऋषभ पंत एक ऐसे बोझ हैं जिसका खामियाजा पूरी भारतीय टीम को भुगतना पड़ रहा है.

ऋषभ पंत को टीम में देखकर इसलिए भी उलझन होती है क्योंकि अब वो एक बोझ से ज्यादा कुछ नहीं हैं

ध्यान रहे कि बेहद ख़राब फॉर्म होने के बावजूद ऋषभ पंत को टी 20 से लेकर वन-डे और टेस्ट तक बार बार मौके दिए गए लेकिन ऋषभ ने तो जैसे कसम ही खा ली है कि अपने चलते वो पूरी टीम को बर्बाद करके छोड़ेंगे. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मैच में तो पंत ने हद ही कर दी. बल्लेबाजी को अगर एक बार के लिए दरकिनार कर भी दिया जाए तो जिस चीज के लिए ऋषभ को टीम में लाया गया यानी विकेट कीपिंग उसमें भी ऋषभ ऐसा कुछ नहीं कर पाए जिसे देखकर ये कहा जाए...

भले ही क्रिकेट में बहुत सी चीजें पूर्वनियोजित और पूर्व निर्धारित नहीं होतीं लेकिन बावजूद इसके तमाम चीजें ऐसी होती हैं जो बता देती हैं कि टूर्नामेंट खेलने गयी टीम मैच जीत पाएगी या नहीं. प्लेयिंग इलेवन का भी मामला कुछ कुछ ऐसा ही है. शिखर धवन के नेतृत्व में न्यूजीलैंड से वनडे मैच खेलने जा रही टीम को देखकर एक बार लगा था कि कुछ बड़ा होगा और भारत मुकाबला जीत लेगा. ये सिर्फ एक विचार था. इस विचार पर किसी का पुख्ता यकीन इसलिए भी नहीं था क्योंकि इस टीम का हिस्सा ऋषभ पंत भी थे. अब इसे भाग्य कहें या बीसीसीआई के कुछ लोगों का रहमों करम ख़राब फॉर्म होने के बावजूद ऋषभ पंत को मौका दिया गया और उन्होंने वही किया जिसके लिए हालिया कुछ दिनों में उनकी आलोचना हो रही है.

न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मुकाबले में जिस तरफ ऋषभ ने अपने प्रदर्शन से निराश किया है. तमाम तरह के सवाल एक बार फिर उठने शुरू हो गए हैं. भारत को जिस तरह पहले ही मुकाबले में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स ऐसे हैं जो इस बात को लेकर एकमत हैं कि 25 साल के ऋषभ पंत एक ऐसे बोझ हैं जिसका खामियाजा पूरी भारतीय टीम को भुगतना पड़ रहा है.

ऋषभ पंत को टीम में देखकर इसलिए भी उलझन होती है क्योंकि अब वो एक बोझ से ज्यादा कुछ नहीं हैं

ध्यान रहे कि बेहद ख़राब फॉर्म होने के बावजूद ऋषभ पंत को टी 20 से लेकर वन-डे और टेस्ट तक बार बार मौके दिए गए लेकिन ऋषभ ने तो जैसे कसम ही खा ली है कि अपने चलते वो पूरी टीम को बर्बाद करके छोड़ेंगे. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मैच में तो पंत ने हद ही कर दी. बल्लेबाजी को अगर एक बार के लिए दरकिनार कर भी दिया जाए तो जिस चीज के लिए ऋषभ को टीम में लाया गया यानी विकेट कीपिंग उसमें भी ऋषभ ऐसा कुछ नहीं कर पाए जिसे देखकर ये कहा जाए कि इस खिलाडी को टीम का हिस्सा होना चाहिए.

ऑकलैंड में हुए मुकाबले में 23 गेंदों पर ऋषभ पंत का 15 रन बनाना इस बात की पुष्टि कर देता है कि अगर सेलेक्टर्स और बीसीसीआई बार बार उन पर दांव लगा रही है तो ये एक बेकार की मेहनत है. अब वो वक़्त आ गया है जब ऋषभ पंत को बाहर का रास्ता दिखाते हुए उन लोगों को मौका देना चाहिए जो इस आस पर बेंच पर बैठे हैं कि आज नहीं तो कल उन्हें सेलेक्टर्स जरूर मौका देंगे.

ऋषभ की परफॉरमेंस से तमाम भारतीय क्रिकेट प्रेमी आहत हैं जिसका सीधा असर हमें सोशल मीडिया पर भी दिखाई दे रहा है. ट्विटर पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गयी है. यदि उन रिएक्शंस को देखें और उसका अवलोकन करें तो जैसा जनता का रुख है अब ऋषभ को स्वेच्छा से घर चले जाना चाहिए.

जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं ऑकलैंड में न्यूजीलैंड द्वारा मुंह की खाने का जिम्मेदार ऋषभ पंत को माना जा रहा है. दर्शक खफा हैं लेकिन जैसे हाल हैं सेलेक्टर्स को इसकी कोई परवाह नहीं है. वो पंत को बार बार लगातार मौके दे रहे हैं और पंत अपने से जुड़ी आपदा को अवसर में नहीं परिवर्तित कर पा रहे हैं.

सवाल ये है कि आखिर भाग्य यूं इस तरह पंत पर कब तक मेहरबान रहता है? वो इस बच्चों जैसी परफॉरमेंस के बलबूते कब तक टीम में बने रहते हैं? पंत, उनके गेम, उनकी परफॉरमेंस से जुड़े सवाल तमाम हैं जवाब हमें सिर्फ वक़्त ही देगा तब तक हमें इंतजार करना होगा.

ये भी पढ़ें -

स्पेन ने कोस्टा रीका को हराया या फिर बार्सीलोना ने?

शास्त्री द्वारा हार्दिक की तारीफ की वजह सिर्फ न्यूजीलैंड पर जीत नहीं, गणित पेंचीदा है!

ARG defeat: सिकंदर वही जो जीतता है, बशर्ते वह मुक़द्दर का भी सिकंदर हो!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    महेंद्र सिंह धोनी अपने आप में मोटिवेशन की मुकम्मल दास्तान हैं!
  • offline
    अब गंभीर को 5 और कोहली-नवीन को कम से कम 2 मैचों के लिए बैन करना चाहिए
  • offline
    गुजरात के खिलाफ 5 छक्के जड़ने वाले रिंकू ने अपनी ज़िंदगी में भी कई बड़े छक्के मारे हैं!
  • offline
    जापान के प्रस्तावित स्पोगोमी खेल का प्रेरणा स्रोत इंडिया ही है
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲