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T20 World Cup से टीम इंडिया के बाहर होने की 5 बड़ी वजह

    • देवेश त्रिपाठी
    • Updated: 08 नवम्बर, 2021 07:14 PM
  • 08 नवम्बर, 2021 07:12 PM
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टी20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup) में टीम इंडिया (Team India) को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था. लेकिन, टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज में ही टीम इंडिया को पाकिस्तानी क्रिकेट टीम और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम से मिली हार के बाद टी20 वर्ल्ड कप का सपना टूट गया था. अब कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) से लेकर बीसीसीआई (BCCI) तक पर सवाल उठाए जा रहे हैं.

टी20 वर्ल्ड कप के खिताब के प्रबल दावेदारों में से एक टीम इंडिया की टूर्नामेंट में शुरुआत पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के हाथों मिली करारी हार से हुई. सुपर 12 स्टेज में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम से लगातार दूसरी हार के बाद टीम इंडिया का टी20 वर्ल्ड कप का सपना टूट गया था. चमत्कार के भरोसे बैठे टीम इंडिया के फैंस न्यूजीलैंड के अफगानिस्तान से हारने की उम्मीद लगाए बैठे थे. हालांकि, मैच का नतीजा क्या निकलना था, ये न्यूजीलैंड के टीम इंडिया को पटखनी देने के बाद ही तय हो गया था. खैर, टीम इंडिया अब नामीबिया के साथ अपना आखिरी मुकाबला खेलने के भारत वापसी कर लेगी. आईसीसी के सबसे बड़े टूर्नामेंट में से एक टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन पर कप्तान विराट कोहली से लेकर बीसीसीआई तक सब पर सवाल उठाए जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि T20 World Cup से टीम इंडिया के बाहर होने की 5 बड़ी वजह क्या हैं?

टीम इंडिया अब नामीबिया के साथ अपना आखिरी मुकाबला खेलने के भारत वापसी कर लेगी.

बायो बबल की मानसिक थकान

टीम इंडिया का ये पूरा साल काफी टाइट शेड्यूल वाला था. ऑस्ट्रेलिया दौरे से लेकर आईपीएल के दूसरे चरण तक भारतीय खिलाड़ी लगातार टूर पर थे. हालांकि, भारत में खेले जा रहे आईपीएल के पहले चरण को कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था. लेकिन, इसके बावजूद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा आराम नहीं मिला. इस दौरान सभी खिलाड़ी लगातार बायो बबल में रहे. कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत समेत अधिकांश भारतीय खिलाड़ी जून में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए इंग्लैंड पहुंचे थे. इसके बाद ही बायो बबल में रहते हुए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली गई. वहीं, टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में से कुछ लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने पर आखिरी टेस्ट रद्द कर दिया गया. लेकिन, इसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सीधे यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बायो बबल में स्थानांतरित कर दिया गया. आईपीएल 2021 का फाइनल 15 अक्टूबर को...

टी20 वर्ल्ड कप के खिताब के प्रबल दावेदारों में से एक टीम इंडिया की टूर्नामेंट में शुरुआत पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के हाथों मिली करारी हार से हुई. सुपर 12 स्टेज में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम से लगातार दूसरी हार के बाद टीम इंडिया का टी20 वर्ल्ड कप का सपना टूट गया था. चमत्कार के भरोसे बैठे टीम इंडिया के फैंस न्यूजीलैंड के अफगानिस्तान से हारने की उम्मीद लगाए बैठे थे. हालांकि, मैच का नतीजा क्या निकलना था, ये न्यूजीलैंड के टीम इंडिया को पटखनी देने के बाद ही तय हो गया था. खैर, टीम इंडिया अब नामीबिया के साथ अपना आखिरी मुकाबला खेलने के भारत वापसी कर लेगी. आईसीसी के सबसे बड़े टूर्नामेंट में से एक टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन पर कप्तान विराट कोहली से लेकर बीसीसीआई तक सब पर सवाल उठाए जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि T20 World Cup से टीम इंडिया के बाहर होने की 5 बड़ी वजह क्या हैं?

टीम इंडिया अब नामीबिया के साथ अपना आखिरी मुकाबला खेलने के भारत वापसी कर लेगी.

बायो बबल की मानसिक थकान

टीम इंडिया का ये पूरा साल काफी टाइट शेड्यूल वाला था. ऑस्ट्रेलिया दौरे से लेकर आईपीएल के दूसरे चरण तक भारतीय खिलाड़ी लगातार टूर पर थे. हालांकि, भारत में खेले जा रहे आईपीएल के पहले चरण को कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था. लेकिन, इसके बावजूद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा आराम नहीं मिला. इस दौरान सभी खिलाड़ी लगातार बायो बबल में रहे. कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत समेत अधिकांश भारतीय खिलाड़ी जून में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए इंग्लैंड पहुंचे थे. इसके बाद ही बायो बबल में रहते हुए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली गई. वहीं, टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में से कुछ लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने पर आखिरी टेस्ट रद्द कर दिया गया. लेकिन, इसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सीधे यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बायो बबल में स्थानांतरित कर दिया गया. आईपीएल 2021 का फाइनल 15 अक्टूबर को खेला गया.

इसके तुरंत बाद ही ओमान और संयुक्त अरब अमीरात में 17 अक्टूबर से टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हुई. भारत का पहला मैच 24 अक्टूबर को था. हालांकि, न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने दूसरे मैच से पहले टीम इंडिया को एक सप्ताह का ब्रेक मिला था. लेकिन, भारतीय खिलाड़ी बायो बबल में ही रहे. न्यूजीलैंड से हार के बाद भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा था कि इतने लंबे समय तक बायो बबल में रहने और परिवार से दूर होने से खिलाड़ियों के दिमाग पर असर पड़ता है. कहना गलत नहीं होगा कि बायो बबल में लंबे समय तक रहने से खिलाड़ियों पर मानसिक दबाव बनता है, जो उन्हें बुरी तरह से थका देता है. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया से लेकर इंग्लैंड तक के खिलाफ हुए सभी मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन, आईपीएल के दूसरे चरण की वजह से पैक शेडयूलिंग में लगातार बायो बबल में रहना खराब प्रदर्शन का एक बड़ा कारण रहा. हालांकि, पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने जसप्रीत बुमराह के जवाब में कहा था कि जब आप देश के लिए खेलते हो, तो कोई बहाना नहीं होना चाहिए.

बिना किसी प्लानिंग के वर्ल्ड कप जीतने निकली टीम इंडिया

टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले खेले गए दो वार्म अप मैच और सुपर 12 स्टेज में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के साथ हुए दो मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने लगातार ओपनिंग जोड़ी को बदला. पहले वार्म अप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ केएल राहुल के साथ ईशान किशन ने ओपनिंग की. वहीं, दूसरे वार्म अप मैच में केएल राहुल के साथ रोहित शर्मा ओपनिंग करने उतरे. विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में केएल राहुल और रोहित शर्मा की जोड़ी को मौका दिया. वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ अहम मैच में कोहली ने फिर से बदलाव करते हुए राहुल और ईशान किशन की ओपनिंग जोड़ी मैदान में उतार दी. और, रोहित शर्मा को तीसरे नंबर पर धकेल दिया. आईपीएल के मैचों में ओपनिंग करने वाले विराट कोहली टीम इंडिया के लिए मजबूत ओपनिंग जोड़ी को लेकर संशय में ही रहे. आसान शब्दों में कहा जाए, तो कप्तान विराट कोहली के दिमाग में किसी तरह का कोई प्लान नजर नहीं आया. बैटिंग ऑर्डर में भी लगातार बदलाव हुए न्यूजीलैंड के साथ मैच में विराट कोहली चौथे नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे.

टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों के पास लेग स्पिनर थे, जिनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. लेकिन, टीम इंडिया के लेग स्पिनर राहुल चाहर स्टैंड में बैठकर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते रहे. राहुल चाहर को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला. इससे इतर टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया के सबसे सफल फिरकी गेंदबाजों में से एक युजवेंद्र चहल टीम का हिस्सा ही नहीं बनाए गए थे. पाकिस्तान से हारने के बाद न्यूजीलैंड के साथ हुए मैच में दो परिवर्तन करना भी टीम इंडिया को भारी पड़ा. पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अहम मुकाबले में रोहित शर्मा को तीसरे नंबर पर खिलाने की तुलना 2007 के वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को मिली हार से की थी. आसान शब्दों में कहा जाए, तो मध्य क्रम को संतुलित करने के लिए चक्कर में विराट कोहली ने गलत फैसला लिया और उसका खामियाजा टीम इंडिया को वर्ल्ड कप से बाहर होने के रूप में भुगतना पड़ा.

टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों के पास लेग स्पिनर थे, जिनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है.

हार्दिक पांड्या की खराब फिटनेस

टी 20 वर्ल्ड कप में हार्दिक पांड्या के एक ऑल-राउंडर के रूप में चयन पर सवाल उठना लाजिमी है. हार्दिक पांड्या लगातार पीठ से जुड़ी समस्या के चलते गेंदबाजी से दूर रहें, तो उन्हें किस लिहाज से एक ऑल-राउंडर के तौर पर टीम इंडिया में जगह दी गई, ये सोचने का विषय है. खराब फॉर्म से जूझ रहे हार्दिक पांड्या ने आईपीएल के दूसरे चरण में मुंबई इंडियंस के लिए भी गेंदबाजी नहीं की थी. पाकिस्तान के साथ हुए मैच में हार्दिक पांड्या ने जगह तो बना ली. लेकिन, गेंद के साथ योगदान देने से पहले ही बैटिंग के दौरान उन्हें कंधे में चोट के कारण स्कैन के लिए ले जाना पड़ा. आसान शब्दों में कहा जाए, तो बल्लेबाजी और गेंदबाजी में फेल रहे हार्दिक पांड्या की जगह कोई और ऑल-राउंडर टीम इंडिया को मजबूत कर सकता था. लेकिन, उन्हें टी का हिस्सा बनाए रखा गया. पाकिस्तान के साथ हार के बाद ये सवाल उठे, तो खबर सामने आई कि वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के साथ जुड़े पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हार्दिक पांड्या को टीम में बनाए रखने का सुझाव दिया था.

विराट कोहली की कप्तानी

विराट कोहली ने घोषणा की थी कि वह वर्ल्ड कप के बाद भारत की टी20 कप्तानी के साथ ही आईपीएल की कप्तानी से भी इस्तीफा दे देंगे. उनके इस फैसले पर किसी को एतराज नहीं था. लेकिन, इस फैसले की टाइमिंग पर जरूर सवाल खड़े हुए थे. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आईसीसी के सबसे बड़े टूर्नामेंट में से एक टी20 वर्ल्ड कप में जाने से ठीक पहले विराट कोहली के कप्तानी से इस्तीफा देने की खबर से टीम इंडिया का मनोबल कमजोर हुआ होगा. वहीं, न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम से मिली हार के बाद एक कप्तान के तौर पर विराट कोहली का बयान बेहद निराशाजनक रहा था. कोहली ने कहा था कि 'हम बहादुरी से नहीं खेले.' कोहली का ये बयान एक कप्तान के तौर पर उनकी कमजोरी को दर्शाता है. गौरतलब है कि विराट कोहली की कप्तानी में अब तक आईसीसी के चार बड़े इवेंट्स 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी, 2019 का वनडे वर्ल्ड कप, वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) और टी20 वर्ल्ड कप में से एक में भी टीम इंडिया को सफलता नहीं मिली है. हालांकि, विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया का प्रदर्शन द्विपक्षीय सीरीज में अच्छा रहा है. लेकिन, कोहली की कप्तानी में अभी तक एक भी बड़ा खिताब टीम इंडिया के नाम नहीं हुआ है. वर्ल्ड क्रिकेट में दबदबा बनाने में विराट कोहली सफल कप्तान साबित नही हुए हैं.

टीम इंडिया में नहीं नजर आई एकता

विराट कोहली के टी20 की कप्तानी छोड़ने के कुछ ही समय बाद मीडिया में ये खबर आई थी कि टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ी कप्तान के रवैये से नाराज हैं. हालांकि, बीसीसीआई ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि कोहली के बारे में ऐसी कोई भी शिकायत उसके सामने नहीं आई है. लेकिन, कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों की इस शिकायत को लेकर मीडिया में खूब खबरें चली थीं. दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में मिली हार के बाद विराट कोहली ने कथित तौर पर टीम इंडिया के एक सीनियर खिलाड़ी पर प्रदर्शन को लेकर कोई टिप्पणी की थी. लंबे समय से विराट कोहली के व्यवहार और साथी खिलाड़ियों से किए जाने वाले गैर-पेशेवर बर्ताव को लेकर चर्चा का दौर चल रहा था. वहीं, 2019 से शतक बनाने के लिए तरस रहे कोहली का कप्तानी छोड़ने का अचानक लिया गया, काफी कुछ कहानी बताने के लिए पर्याप्त कहा जा सकता है. आईपीएल में एक-दूसरे के खिलाफ खेलने वाले टीम इंडिया के बड़े खिलाड़ियों के बीच एकता की कमी दिखाई पड़ना बहुत मुश्किल नहीं है. टीम इंडिया ने अप्रैल 2021 के बाद केवल 3 टी20 मैच खेले हैं. माना जा रहा था कि आईपीएल में खेले गए मैचों से ही टीम इंडिया की टी20 वर्ल्ड कप के लिए तैयारी हो जाएगी. लेकिन, प्रदर्शन के समय टीम पूरी तरह से फेल नजर आई.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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