• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

लड़कियों से पूछे जाने वाले 5 सवाल जो देते हैं कैरेक्टर सर्टिफिकेट...

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 13 नवम्बर, 2017 05:57 PM
  • 13 नवम्बर, 2017 05:57 PM
offline
भारत में लड़कियों से हमेशा एक अपेक्षा रखी जाती है और सिर्फ कुछ सवालों के जवाब लेकर ही उनके कैरेक्टर को समझने का प्रयास किया जाता है...

किसी के लिए भी शादी कोई आम बात नहीं होती है, लेकिन फिर भी लड़कियों और खास कर भारतीय लड़कियों के लिए ये कुछ अलग ही है. उनसे दुनिया भर के सवाल पूछे जाते हैं और दुनिया भर की अपेक्षाएं रखी जाती हैं. लड़की जवान हुई तो उसे अपना ख्याल रखना चाहिए (लुक्स का) ताकि उसे लोग पसंग कर रखें, उसे अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अगर उसने ज्यादा घूमने या ज्यादा लड़कों की फोटो डाली या कोई विद्रोही स्टेटस डाला तो इससे सीधे तौर पर उसकी शादी पर असर पड़ेगा. फिर भी उससे कुछ सवाल हमेशा पूछे जाते हैं जो उसके कैरेक्टर को जज करें.

1. खाना बनाना आता है या नहीं?

ये सबसे पहली कड़ी है शादी की बातों की शुरुआत इसी से होती है. सवाल के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. कहीं कहा जाता है कि आपके सामने रखा हुआ खाना इसी ने बनाया है, कहीं सीधे पूछा जाता है कि क्या-क्या बनाना आता है. कहीं और ज्यादा घुमा दिया जाता है इस सवाल को और कहा जाता है कि हमारे लड़के को खाने का बहुत शौक है.. क्या-क्या बनाना आता है.

क्या एक बार ये नहीं सोचा जा सकता कि अगर लड़की खराब खाना बनाए या खाना न बनाए तो भी चलेगा.

2. साड़ी बांधना आता है या नहीं?

ठीक है लड़की मॉडर्न है और अभी तक उसने साड़ी नहीं पहनी, लेकिन शादी के बाद ऐसा कैसे चलेगा... साड़ी बांधनी तो आनी ही चाहिए. जैसे इसी से गोल्ड मैडल मिलेगा और स्कॉलरशिप मिलने के बाद साड़ी बांधने पर पीएचडी करनी होगी और उसके बाद नौकरी भी इसी बात पर मिलेगी कि साड़ी कैसी बांधी है. साथ ही शादी करने के बाद घर संभालने में भी साड़ी की जरूरत पड़ेगी.

3. बड़ों से बहस की आदत तो नहीं?

ये सवाल सबके सामने आता है, किसी न किसी तरीके से. सीधे तौर पर इस सवाल का अर्थ जो मुझे लगता है वो है कि...

किसी के लिए भी शादी कोई आम बात नहीं होती है, लेकिन फिर भी लड़कियों और खास कर भारतीय लड़कियों के लिए ये कुछ अलग ही है. उनसे दुनिया भर के सवाल पूछे जाते हैं और दुनिया भर की अपेक्षाएं रखी जाती हैं. लड़की जवान हुई तो उसे अपना ख्याल रखना चाहिए (लुक्स का) ताकि उसे लोग पसंग कर रखें, उसे अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अगर उसने ज्यादा घूमने या ज्यादा लड़कों की फोटो डाली या कोई विद्रोही स्टेटस डाला तो इससे सीधे तौर पर उसकी शादी पर असर पड़ेगा. फिर भी उससे कुछ सवाल हमेशा पूछे जाते हैं जो उसके कैरेक्टर को जज करें.

1. खाना बनाना आता है या नहीं?

ये सबसे पहली कड़ी है शादी की बातों की शुरुआत इसी से होती है. सवाल के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. कहीं कहा जाता है कि आपके सामने रखा हुआ खाना इसी ने बनाया है, कहीं सीधे पूछा जाता है कि क्या-क्या बनाना आता है. कहीं और ज्यादा घुमा दिया जाता है इस सवाल को और कहा जाता है कि हमारे लड़के को खाने का बहुत शौक है.. क्या-क्या बनाना आता है.

क्या एक बार ये नहीं सोचा जा सकता कि अगर लड़की खराब खाना बनाए या खाना न बनाए तो भी चलेगा.

2. साड़ी बांधना आता है या नहीं?

ठीक है लड़की मॉडर्न है और अभी तक उसने साड़ी नहीं पहनी, लेकिन शादी के बाद ऐसा कैसे चलेगा... साड़ी बांधनी तो आनी ही चाहिए. जैसे इसी से गोल्ड मैडल मिलेगा और स्कॉलरशिप मिलने के बाद साड़ी बांधने पर पीएचडी करनी होगी और उसके बाद नौकरी भी इसी बात पर मिलेगी कि साड़ी कैसी बांधी है. साथ ही शादी करने के बाद घर संभालने में भी साड़ी की जरूरत पड़ेगी.

3. बड़ों से बहस की आदत तो नहीं?

ये सवाल सबके सामने आता है, किसी न किसी तरीके से. सीधे तौर पर इस सवाल का अर्थ जो मुझे लगता है वो है कि कहीं इसकी अपनी कोई राय कोई नजरिया तो नहीं? ये तो होता ही है. जो बड़ों ने कह दिया वो मान लो, अपनी राय या अपना नजरिया तो सामने रखने की जरूरत ही नहीं है.

4. नौकरी और घर कैसे संभालोगी एक साथ?

कुछ लड़कियों के लिए ये सीधा साधा इशारा होता है कि नौकरी करने की क्या जरूरत है. कुछ लड़कियों के लिए ये ताना होता है कि उफ्फ इतना समय ऑफिस में रहती हो तो घर तो बर्बाद कर ही दोगी. मेरे बेटे को खुश कैसे रखोगी. करियर ऑप्शन पर भी सवाल उठाए जाते हैं. लड़की किसी बोल्ड जॉब में है, मीडिया में काम करती है, पुलिस में है, वकील है, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी है तो यकीनन ये शादी के वक्त बहुत समस्या होगी.

5. वर्जिन हो या नहीं?

ये सवाल बहुत अहम है और इसका जवाब क्या दिया जाना चाहिए ये भी लोगों को पता ही है. इससे जुड़े हुए सवाल भी सामने आते हैं जैसे पति को खुश रख पाओगी या नहीं. ये भी बड़ा अजीब है... लड़की को उम्र भर अपनी सेक्शुएलिटी छुपाने के लिए कहा जाए और फिर अचानक सिर्फ एक दिन में पति को खुश करने की कला में वो माहिर हो. आखिर शादी है ये तो होना ही है, लेकिन यकीन मानिए ये जो सवाल है न लड़कियों के कैरेक्टर को जज करने का ये एक बहुत अहम सवाल है.

इसके बाद बारी आती है जनाब कहां तक पढ़ी हो, क्या पसंद है, क्या न पसंद है, क्या करना चाहती हो, पेशा क्या है? घूमना पसंद है या नहीं आदि. ये सब तो बहुत बाद की बात है और ये बाद की बात ही रहेगी क्योंकि ऊपर के सवालों से कैरेक्टर के बारे में तो सोच ही लिया गया है न. जाने कब वो दौर आएगा जब वाकई लोग इन सब चीजों से ऊपर उठेंगे और ये समझेंगे कि एक एमबीए की हुई लड़की खाना न भी बनाए तो चलेगा, उसने एमबीए सिर्फ खाना बनाकर लोगों को खिलाने और पति को खुश करने के लिए नहीं किया. जाने कब ऐसा दिन आएगा कि लड़की के घर वाले ये समझेंगे कि शादी ही एक आखिरी पड़ाव नहीं होती उसके आगे भी दुनिया है. जाने कब लड़की वाले ये समझेंगे कि लड़के वालों के ये सवाल उनकी बेटी के कैरेक्टर को जज करने के लिए हैं और इनसे ये बिलकुल साबित नहीं होता कि उनकी लड़की कैसी इंसान है.

ये भी पढ़ें-

सोचने के वो 6 तरीके जिन्होंने BH और #Metoo को नतीजे तक नहीं पहुंचने दिया

कुछ इस तरह से होता है पुरुषों के साथ लिंगभेद और शोषण..

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲