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गूगल पर सबसे अधिक पूछा गया सवाल- What is Cancer? जवाब यहां है...

    • आईचौक
    • Updated: 17 जनवरी, 2018 02:12 PM
  • 17 जनवरी, 2018 02:12 PM
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भले ही बात खांसी-जुकाम की हो या फिर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की, गूगल के पास हर सवाल का जवाब होता है. 2017 में What is Cancer? सबसे अधिक सर्च किया गया स्वास्थ्य से जुड़ा सवाल था.

अब वो सब पुरानी बातें हो चुकी हैं कि लोग स्वास्थ्य से जुड़ी किसी परेशानी के लिए सीधे डॉक्टर के पास चले जाएं. इंटरनेट और तकनीक के इस दौर में जब भी कभी हमें कोई दिक्कत आती है तो अधिकतर लोग सबसे पहले 'डॉ. गूगल' से सलाह लेना पसंद करते हैं, उसके बाद यह फैसला करते हैं कि डॉक्टर के पास जाना है या नहीं. भले ही परेशानी खांसी-जुकाम की हो या फिर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की, गूगल के पास हर किसी के सवाल का जवाब होता है. 2017 में भी लोगों ने अपने स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी बातें गूगल से पूछीं. 2017 में What is Cancer? (कैंसर क्या है) सबसे अधिक सर्च किया गया स्वास्थ्य से जुड़ा सवाल था.

कैंसर से पीड़ित होने वाले लोगों की दर आए दिन बढ़ती ही जा रही है. कई बार लोग इसके किसी लक्षण को लेकर गूगल सर्च करने लगते हैं तो कई बार सिर्फ उत्सुकतावश. इसे लेकर जब भी कोई गूगल पर सर्च करता है तो लाखों वेबसाइट या पेज विकल्प के रूप में सामने आ जाते हैं. इन लाखों पेज को तो आप पढ़ नहीं सकते, लेकिन 'कैंसर रिसर्च यूके' की एक वेबसाइट टॉप रिजल्ट में जरूर दिखती है, जो आपकी समस्याओं का समाधान करेगी. इस वेबसाइट से आपको कैंसर से जुड़ी कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं. इस वेबसाइट पर आपको प्रमाण के साथ एकदम सही जानकारी मिलती है.

जब भी बात स्वास्थ्य की आती है तो लोग चाहते भी यही हैं कि उन्हें एकदम सही जानकारी मिले, वो भी पुख्ता प्रमाण के साथ. आपके सर्च में आने वाली अधिकतर वेबसाइट अपनी बात का कोई प्रमाण नहीं देती हैं. ऐसे में अगर आप देर तक इंटरनेट पर सर्चिंग करते हैं तो आप धीरे-धीरे अजीबो-गरीब कहानियों और अफवाहों के एक जाल में फंसते चले जाते हैं. जैसे कुछ वेबसाइट यह भी कहती हैं कि कुछ एसिड वाले खाने कैंसर का...

अब वो सब पुरानी बातें हो चुकी हैं कि लोग स्वास्थ्य से जुड़ी किसी परेशानी के लिए सीधे डॉक्टर के पास चले जाएं. इंटरनेट और तकनीक के इस दौर में जब भी कभी हमें कोई दिक्कत आती है तो अधिकतर लोग सबसे पहले 'डॉ. गूगल' से सलाह लेना पसंद करते हैं, उसके बाद यह फैसला करते हैं कि डॉक्टर के पास जाना है या नहीं. भले ही परेशानी खांसी-जुकाम की हो या फिर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की, गूगल के पास हर किसी के सवाल का जवाब होता है. 2017 में भी लोगों ने अपने स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी बातें गूगल से पूछीं. 2017 में What is Cancer? (कैंसर क्या है) सबसे अधिक सर्च किया गया स्वास्थ्य से जुड़ा सवाल था.

कैंसर से पीड़ित होने वाले लोगों की दर आए दिन बढ़ती ही जा रही है. कई बार लोग इसके किसी लक्षण को लेकर गूगल सर्च करने लगते हैं तो कई बार सिर्फ उत्सुकतावश. इसे लेकर जब भी कोई गूगल पर सर्च करता है तो लाखों वेबसाइट या पेज विकल्प के रूप में सामने आ जाते हैं. इन लाखों पेज को तो आप पढ़ नहीं सकते, लेकिन 'कैंसर रिसर्च यूके' की एक वेबसाइट टॉप रिजल्ट में जरूर दिखती है, जो आपकी समस्याओं का समाधान करेगी. इस वेबसाइट से आपको कैंसर से जुड़ी कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं. इस वेबसाइट पर आपको प्रमाण के साथ एकदम सही जानकारी मिलती है.

जब भी बात स्वास्थ्य की आती है तो लोग चाहते भी यही हैं कि उन्हें एकदम सही जानकारी मिले, वो भी पुख्ता प्रमाण के साथ. आपके सर्च में आने वाली अधिकतर वेबसाइट अपनी बात का कोई प्रमाण नहीं देती हैं. ऐसे में अगर आप देर तक इंटरनेट पर सर्चिंग करते हैं तो आप धीरे-धीरे अजीबो-गरीब कहानियों और अफवाहों के एक जाल में फंसते चले जाते हैं. जैसे कुछ वेबसाइट यह भी कहती हैं कि कुछ एसिड वाले खाने कैंसर का कारण होते हैं. ये वेबसाइट कैंसर के इलाज के लिए कुछ खास डाइट लेने को कहती हैं. आपको हमारी सलाह है कि आप इन सब में ना फंसें और सीधे कैंसर रिसर्च यूके को अपनी समस्या बताकर उसका समाधान पाएं.

तो आखिर क्या है कैंसर?

भले ही कैंसर का नाम सुनकर आपको यह किसी एक बीमारी का नाम लग रहा हो, लेकिन वास्तव में यह सैकड़ों बीमारियों को दिखाता है. हालांकि, सभी में एक चीज समान होती है कि कोशिकाएं सामान्य से अधिक बढ़ने लगती हैं, जिससे एक ही जगह पर कोशिकाओं की अधिकता हो जाती है. कैंसर का एक बड़ा कारण डीएनए की गड़बड़ी भी होती है, जिसके चलते पीढ़ी दर पीढ़ी भी लोग इसके शिकार हो सकते हैं. कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार लगभग 200 तरह से कैंसर होते हैं. अलग-अलग तरह के कैंसर में भले ही कुछ समानताएं देखने को मिलती हैं, लेकिन रिसर्च से यह साफ हो गया है कि हर व्यक्ति के कैंसर की अपनी कुछ खास चुनौतियां होती हैं. यही कारण है कि हर तरह के कैंसर के लिए एक ही दवा काम नहीं कर सकती है.

रिसर्च के बाद मिले नतीजों के आधार पर बहुत सारे कैंसर का उपचार किया भी जा चुका है. उदाहरण के लिए टेस्टिकुलर कैंसर बहुत ही खतरनाक होता है, लेकिन अधिकतर मामलों में अब उसका भी उपचार किया गया है. आज के समय में टेस्टिकुलर कैंसर से पीड़ित 98 फीसदी लोगों को इससे निजात दिलाने में सफलता मिल चुकी है. कैंसर से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आप भी यूके की कैंसर रिसर्च वेबसाइट पर जा सकते हैं. आप चाहें तो उन्हें 08088004040 पर फोन कर के मदद भी पा सकते हैं. या फिर sciencesurgery@cancer.org.uk पर ईमेल कर के भी अपनी समस्या का समाधान ढूंढ़ सकते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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