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बेटे की कुर्बानी पर भावुक करने के लिए झूठ की अ‍र्थी !

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 22 अक्टूबर, 2018 12:19 PM
  • 22 अक्टूबर, 2018 12:19 PM
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इस तस्वीर को यह कहते हुए शेयर किया जा रहा है कि राजस्थान के भिलवाड़ा में इस बच्चे के बाप ने नवरात्रि के आखिरी दिन इस बच्चे की बलि चढ़ा दी और उसका जुलूस भी निकाला और नाचा भी. लेकिन इसका सच चौंका देने वाला है.

'कृपया शेयर करें, और अन्धविश्वास मुक्त भारत बनाने में सहयोग करें.'

इसी कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है एक तस्वीर, जिसमें अर्थी पर एक बच्चे का कटा हुआ सिर पड़ा है. कहा जा रहा है कि राजस्थान के भीलवाड़ा में इस बच्चे के बाप ने नवरात्रि के आखिरी दिन इस बच्चे की बलि चढ़ा दी और उसका जुलूस भी निकाला और नाचा भी. इसे पत्रकार अभय दूबे के नाम से बने फेसबुक पेज पर वायरल किया जा रहा है. अभी तक इसे 3 हजार से भी अधिक बार शेयर किया जा चुका है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर कोई ऐसा कैसे कर सकता है? और लोग उसे न रोक रहे हैं ना ही पुलिस को इसकी सूचना दे रहे हैं. आखिर क्यों?

इस तस्वीर को बाप द्वारा बच्चे की कुर्बानी देने की तस्वीर कहकर वायरल किया जा रहा है.

ऐसी घटना तो हुई है, लेकिन राजस्थान में नहीं

एक मासूम बच्चे को बलि चढ़ाने की जो खबर वायरल हो रही है कुछ वैसी ही घटना ओडिशा के तितलागढ़ में हुई है. 13 अक्टूबर से घनश्याम राणा नाम का बच्चा घर से गायब था और तीन दिन बाद उसकी लाश घर के पास ही मिली. घटनास्थल से बच्चे का सिर गायब था. छानबीन की तो पता चला कि बच्चे के चाचा और चचेरे भाई ने मां दुर्गा को खुश करने के लिए बच्चे की बलि दे दी. वो लोग काले जादू और मायावी शक्तियों में यकीन करते थे, जिसके चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. तो क्या इसी हादसे की तस्वीरों को राजस्थान के भीलवाड़ा का कहकर वायरल किया जा रहा है?

मामला थोड़ा पेचीदा है

जो तस्वीर वायरल हो रही है वह ओडिशा की नहीं, बल्कि राजस्थान की ही है. इसका अंदाजा तस्वीर में दिख रहे लोगों का पहनावा देखकर भी लग रहा है. ओडिशा की घटना में मासूम बच्चे का सिर घटनास्थल से गायब था, जबकि राजस्थान वाली तस्वीर में...

'कृपया शेयर करें, और अन्धविश्वास मुक्त भारत बनाने में सहयोग करें.'

इसी कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है एक तस्वीर, जिसमें अर्थी पर एक बच्चे का कटा हुआ सिर पड़ा है. कहा जा रहा है कि राजस्थान के भीलवाड़ा में इस बच्चे के बाप ने नवरात्रि के आखिरी दिन इस बच्चे की बलि चढ़ा दी और उसका जुलूस भी निकाला और नाचा भी. इसे पत्रकार अभय दूबे के नाम से बने फेसबुक पेज पर वायरल किया जा रहा है. अभी तक इसे 3 हजार से भी अधिक बार शेयर किया जा चुका है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर कोई ऐसा कैसे कर सकता है? और लोग उसे न रोक रहे हैं ना ही पुलिस को इसकी सूचना दे रहे हैं. आखिर क्यों?

इस तस्वीर को बाप द्वारा बच्चे की कुर्बानी देने की तस्वीर कहकर वायरल किया जा रहा है.

ऐसी घटना तो हुई है, लेकिन राजस्थान में नहीं

एक मासूम बच्चे को बलि चढ़ाने की जो खबर वायरल हो रही है कुछ वैसी ही घटना ओडिशा के तितलागढ़ में हुई है. 13 अक्टूबर से घनश्याम राणा नाम का बच्चा घर से गायब था और तीन दिन बाद उसकी लाश घर के पास ही मिली. घटनास्थल से बच्चे का सिर गायब था. छानबीन की तो पता चला कि बच्चे के चाचा और चचेरे भाई ने मां दुर्गा को खुश करने के लिए बच्चे की बलि दे दी. वो लोग काले जादू और मायावी शक्तियों में यकीन करते थे, जिसके चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. तो क्या इसी हादसे की तस्वीरों को राजस्थान के भीलवाड़ा का कहकर वायरल किया जा रहा है?

मामला थोड़ा पेचीदा है

जो तस्वीर वायरल हो रही है वह ओडिशा की नहीं, बल्कि राजस्थान की ही है. इसका अंदाजा तस्वीर में दिख रहे लोगों का पहनावा देखकर भी लग रहा है. ओडिशा की घटना में मासूम बच्चे का सिर घटनास्थल से गायब था, जबकि राजस्थान वाली तस्वीर में कहा गया है कि बच्चे का सिर अर्थी पर रखकर जुलूस निकाला गया. इसी के चलते दो अलग-अलग मामलों को लोग एक साथ जोड़कर देख रहे हैं. बहुत से लोग बिना सोचे-समझे तस्वीर को शेयर कर रहे हैं. लेकिन मामला थोड़ा पेचीदा है.

दरअसल, जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उसमें किसी बच्चे के साथ कोई हिंसा नहीं हुई. किसी बच्चे की बलि नहीं दी गई. अर्थी पर कटा हुआ बच्चे का सिर देखकर लोग तुरंत भावुक हो जा रहे हैं और उसे शेयर कर रहे हैं, लेकिन आपको बता दें कि वह बच्चा मरा नहीं है, बल्कि जिंदा है. ना ही ये कोई जुलूस निकाला जा रहा है.

वायरल हो रही तस्वीर को सच समझ कर लोग 3000 से भी अधिक बार शेयर कर चुके हैं.

एक ड्रामा है ये

राजस्थान पुलिस ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि ये तस्वीर जो कहकर शेयर की जा रही है वह गलत है. यानी ये फेक न्यूज है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. राजस्थान पुलिस ने ट्वीट किया है- '#SocialMedia पर भीलवाड़ा जिले में बच्चे की बलि दे गांव में जुलूस निकालने के वीडियो में मनोरंजन को अंधविश्वास का रूप देकर भ्रमित किया गया. वास्तव में यह हर वर्ष की भांति नवरात्रि में जादू करतब से मनोरंजन का नाटकीय रूप है. ग्राम खाखला के कार्यक्रम को गलत तरीके से वायरल किया गया है.'

राजस्थान की जिस तस्वीर को पिता द्वारा बच्चे की बलि दिए जाने का मामला बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह एक नाटक है, जो लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए किया गया. इस कार्यक्रम की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर हैं, जिसे किसी शरारती तत्व ने गलत जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

भीलवाड़ा पुलिस ने तो वायरल तस्वीर के साथ-साथ उस बच्चे की मौजूदा तस्वीर भी शेयर की है और कहा है कि बच्चा जिंदा भी है और पूरी तरह स्वस्थ है. भीलवाड़ा पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा है- 'वायरल मैसेज भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास की हदें पार किसी गांव में छोटे बच्चे की बलि दे गांव में निकला जुलूस यह कोई घटना नहीं है बल्कि थाना गंगापुर के ग्राम खाकरा मैं हर वर्ष की भांति नवरात्रि के दिनों में जादू टोना ग्राम वासियों के मनोरंजन करने के लिए किया जाता हैं.'

वायरल तस्वीर को फेसबुक पर 3000 से भी अधिक बार शेयर किया जा चुका है, जिसका सबसे बड़ा कारण ये है कि लोग बिना पढ़े और बिना सोचे समझे खबर को शेयर कर रहे हैं तस्वीर में बहुत से लोगों ने कमेंट भी कर के बता दिया है कि वह खबर झूठी है, लेकिन लोग फिर भी उसे शेयर किए जा रहे हैं. घटना ओडिशा की है और तस्वीर राजस्थान की. इसलिए हर खबर को शेयर करने से पहले एक बार अच्छे से पढ़ें, उसकी पड़ताल करें, तभी शेयर करें. वरना आप भी एक फर्जी खबर को वायरल करने में अपना योगदान देते नजर आएंगे.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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