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वैलेन्टाइन डे प्यार करने वालों का नहीं, 'बेरोजगार' लोगों का डे है!

    • आईचौक
    • Updated: 05 फरवरी, 2017 09:53 AM
  • 05 फरवरी, 2017 09:53 AM
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फरवरी का महीना आ गया. फरवरी के आते ही पूरा माहौल रोमांटिक हो जाता है. हर तरफ रोमांस ही रोमांस फील होता है. दुकानें गिफ्ट्स से सज जाती है.

फरवरी का महीना आ गया. फरवरी के आते ही पूरा माहौल रोमांटिक हो जाता है. हर तरफ रोमांस ही रोमांस फील होता है. दुकानें गिफ्ट्स से सज जाती है. एक तो फरवरी का महीना खुद ही गुलाबी होता है उसपर अगर प्यार का रंग चढ़ जाए तो क्या ही कहना. ये महीना वैसे भी बड़ा खास होता है. एक तो इसमें सिर्फ 28 ही दिन होते हैं दूसरे प्यार के फेर में पड़े लोगों की तीज इसी महीने होती है. लेकिन कुछ लोगों के लिए ये महीना सबसे बेकार महीनों में से एक होता है. एक अजीब, परेशान करने वाला और मनहूस सा महीना. आप तो समझ ही गए होंगे की आखिर यहां किस 'स्पेशल' दिन की बात हो रही है. जी हां- वैलेंटाइन डे की बात कर रहे हैं.

प्यार का दिन नहीं इंसान खास होना चाहिए

खास बात ये है कि इस महीने में सिर्फ सिंगल लोग ही परेशान नहीं होते हैं. बल्कि वो लोग भी हैरान-परेशान होते हैं जो रिलेशनशिप में होते हैं. फर्क बस इतना है कि सिंगल लोग इसलिए परेशान होते हैं कि उनके पास कोई नहीं होता और रिलेशनशिप वाले इसलिए परेशान होते हैं कि उनके पास जो है उसके लिए क्या स्पेशल किया जाए! यही नहीं ऐसे लोगों के जले पर नमक छिड़कने के लिए वैलेंटाइन डे यानि 14 फरवरी के आने के ठीक एक हफ्ते पहले से चॉकलेट डे, टेडी बियर डे, रोज़ डे और पता नहीं कितने फलाना-डिमकाना डे मनाए जाते हैं. व्हाट्स एप, फेसबुक से लेकर टीवी और अखबारों तक इन दिनों का डंका ऐसे पीटा जाता है जैसे देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हों! और अगर आपने इसे सेलिब्रेट नहीं किया तो आप अपने एक 'अधिकार' को व्यर्थ कर रहे हैं!

अगर आप सिंगल हैं तो या तो किसी पार्टनर के ना होने का शोक मना रहे होंगे या फिर पार्टनर का इंतजार कर रहे होंगे. अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो रोज़ कैलेन्डर में दिन के हिसाब से क्या गिफ्ट लेना है इसकी लिस्ट बनाने में माथा-पच्ची कर रहे होंगे. खैर आप...

फरवरी का महीना आ गया. फरवरी के आते ही पूरा माहौल रोमांटिक हो जाता है. हर तरफ रोमांस ही रोमांस फील होता है. दुकानें गिफ्ट्स से सज जाती है. एक तो फरवरी का महीना खुद ही गुलाबी होता है उसपर अगर प्यार का रंग चढ़ जाए तो क्या ही कहना. ये महीना वैसे भी बड़ा खास होता है. एक तो इसमें सिर्फ 28 ही दिन होते हैं दूसरे प्यार के फेर में पड़े लोगों की तीज इसी महीने होती है. लेकिन कुछ लोगों के लिए ये महीना सबसे बेकार महीनों में से एक होता है. एक अजीब, परेशान करने वाला और मनहूस सा महीना. आप तो समझ ही गए होंगे की आखिर यहां किस 'स्पेशल' दिन की बात हो रही है. जी हां- वैलेंटाइन डे की बात कर रहे हैं.

प्यार का दिन नहीं इंसान खास होना चाहिए

खास बात ये है कि इस महीने में सिर्फ सिंगल लोग ही परेशान नहीं होते हैं. बल्कि वो लोग भी हैरान-परेशान होते हैं जो रिलेशनशिप में होते हैं. फर्क बस इतना है कि सिंगल लोग इसलिए परेशान होते हैं कि उनके पास कोई नहीं होता और रिलेशनशिप वाले इसलिए परेशान होते हैं कि उनके पास जो है उसके लिए क्या स्पेशल किया जाए! यही नहीं ऐसे लोगों के जले पर नमक छिड़कने के लिए वैलेंटाइन डे यानि 14 फरवरी के आने के ठीक एक हफ्ते पहले से चॉकलेट डे, टेडी बियर डे, रोज़ डे और पता नहीं कितने फलाना-डिमकाना डे मनाए जाते हैं. व्हाट्स एप, फेसबुक से लेकर टीवी और अखबारों तक इन दिनों का डंका ऐसे पीटा जाता है जैसे देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हों! और अगर आपने इसे सेलिब्रेट नहीं किया तो आप अपने एक 'अधिकार' को व्यर्थ कर रहे हैं!

अगर आप सिंगल हैं तो या तो किसी पार्टनर के ना होने का शोक मना रहे होंगे या फिर पार्टनर का इंतजार कर रहे होंगे. अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो रोज़ कैलेन्डर में दिन के हिसाब से क्या गिफ्ट लेना है इसकी लिस्ट बनाने में माथा-पच्ची कर रहे होंगे. खैर आप किसी भी कैटेगरी में आते हों आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे वैलेन्टाइन्स डे समय और एनर्जी की बर्बादी के अलावा और कुछ नहीं है.

1- ये इललॉजिकल (Illogical) होता है, दिललॉजिकल (Dillogical) नहीं!

वैलेंटाइन डे को रोम के संत वैलेंटाइन के याद में मनाया जाता है. संत साहब का ना तो हमारे इतिहास से कोई वास्ता था ना ही उनका हमसे कोई संबंध. फिर भी हम पूरे जोश और धूम-धाम से इस दिन को ऐसे मनाते हैं जैसे कि अगर आज अपने पार्टनर से प्यार का इजहार नहीं किया तो दुनिया खत्म हो जाएगी. सिंपल मैथ है, वैलेंटाइन डे हर रोज भी हो सकता है, बस फील कीजिए

अगर हम संत वैलेंटाइन के जन्म पर गिफ्ट दे सकते हैं तो उस हिसाब से जिस दिन सीता ने भगवान राम का घर छोड़ा उसके याद में तो हमें अपने पूर्व प्रेमी-प्रेमिकाओं को उनके गिफ्ट वापस कर आना चाहिए. ये तो वही बात हो गई ना- बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना!

2- प्रेमी बनाम बोझ

गर्लफ्रेन्ड अक्सर अपने प्रेमी को कहती हैं- डार्लिंग मेरे लिए गिफ्ट मायने नहीं रखता. मुझे तो सिर्फ तुम्हारा प्यार चाहिए. वही मेरे लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है. लेकिन एक मिनट रुकिए. अगर सभी ब्वॉयफ्रेंड इस बात को सही मान लें तो? तो ये कि तुरंत आपको सुनने के लिए मिल जाएगा कि- 'तुम्हें पता है मेरी उस दोस्त के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे डायमंड का नेकलेस गिफ्ट किया है!'

ज़रा सोचिए क्या ये ज़रुरी है कि हम अपने प्यार करने वाले को इस तरीके से परेशान करें? क्या हुआ अगर वो हमें कीमती उपहार लाकर नहीं देता या हमें कैंडल नाईट डिनर पर नहीं ले जाता. जरुरी नहीं कि प्यार को दिखाने के लिए किसी की जेब को ही कंगाल कर दिया जाए. पर आजकल यही हो रहा है. याद रखें प्यार दिखाने और ज़ाहिर करने का कोई एक दिन फिक्स नहीं होता. हम अगर किसी से प्यार करते हैं तो हमें उसे रोज इस बात का एहसास कराना चाहिए. अपने काम में अपने व्यवहार में ये दिखाना चाहिए.

हर दिन प्यार का है

3- वैलेंटाइन डे सिर्फ बिजनेस शिगूफा है

आपको पता है साल में 150 मिलीयन कार्ड सिर्फ वैलेंटाइन डे के दिन लिए और दिए जाते हैं. क्या आपको पता है कि क्रिसमस के बाद वैलेंटाइन डे ही वो दिन जब दुनिया में सबसे ज्यादा कार्ड बंटते हैं. हॉलमार्क और आर्चीज ने आखिर ऐसे ही नहीं अपनी दुकान जमा ली है!

4- ये आशिकी पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाती है

आपको अंदाजा भी है कि 150 मीलियन कार्ड को बनाने में कितना कागज लगता होगा? आप प्यार कीजिए, अपने पार्टनर को घुमाने ले जाइए, कैंडल लाइट डिनर पर जाइए, बच्चे पैदा कीजिए, जो मन में आए वो कीजिए लेकिन कम से कम पेड़ों को तो बख्श दीजिए.

और कुछ नहीं तो यही सोच लीजिए की अगर पेड़ रहे ही नहीं तो, जो बच्चे आप पैदा करेंगे उनको ऑक्सीजन कहां से मिलेगा!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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