• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

एक धर्म जहां लोग खुद को मानते हैं एलियन के वंशज, बना रखे हैं 600 से ज्यादा मंदिर

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 27 सितम्बर, 2018 06:32 PM
  • 27 सितम्बर, 2018 06:32 PM
offline
दुनिया में एक ऐसा धर्म है जिसके अनुयायी मानते हैं कि वो एलियन्स के वंशज हैं और वहां पूजा भी एलियन आत्माओं की ही होती है. ब्राजील में इस धर्म के लोगों ने अपना बहुत बड़ा मंदिर बना रखा है और पूरी दुनिया में इसके 600 से भी ज्यादा मंदिर हैं.

दुनिया में 4300 से ज्यादा धर्म हैं और हर धर्म के अपने अलग रीति रिवाज और मान्यताएं हैं. कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी धर्म से प्रेरित होकर समाज के कई लोग उस धर्म से जुड़ने लगते हैं. नैशनल जियोग्राफिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया का एक ऐसा ही धर्म है जिससे तेज़ी से 8 लाख लोग जुड़ गए और इस धर्म के अनुयायियों ने 600 से अधिक मंदिर बना लिए. यहां बात हो रही है धर्म Vale do Amanhecer या सनराइज वैली या वैली ऑफ डॉन (Dawn) की. नाम पढ़कर चौंकिए मत ये हिंदुस्तान का नहीं बल्कि ब्राजील का एक धर्म है जो अब दुनिया भर में फैल चुका है.

सनराइज वैली का सबसे बड़ा मंदिर जिसे मदर टेंपल भी कहा जाता है वो ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में है. ये मंदिर पहली नजर में किसी नैशनल पार्क जैसा लगेगा जिसमें बहुत सी मूर्तियां, स्तंब, निशान आदि दिखेंगे. पर गौर से देखने पर पता चलेगा कि ये एक मंदिर है जहां एलियन्स पूजे जाते हैं. जी हां, इस धर्म की खासियत ये है कि इसे मानने वालों को लगता है कि ये मानव रूपी एलियन्स हैं.

सोर्स: ट्विटर, Vale do Amanhecer के अनुयायी अनुष्ठान करते हुए

प्लनाल्टिना (Planaltina) ब्राजीलिया की एक सैटेलाइट सिटी (शहर के अंदर शहर) में एक तालाब के किनारे बने हुए इस मंदिर में पिरामिड हैं, अंतरिक्ष यान की तरह दिखने वाला ये मंदिर 6 कोणीय प्रार्थनाघरों को अपने अंदर समेटे हुए है. इसमें कई छोटे अर्धचंद्र की तरह दिखने वाले स्मारक और मूर्तियां बनी हैं. जहां मंदिर को देखकर कई लोगों को आश्चर्य होगा वहीं इसकी रचना जानबूझकर ऐसी की गई है. ये सनराइज वैली धर्म की मान्यताओं को दिखाता है, ये मंदिर बताता है कि ब्राजील का ये धर्म ईसाई धर्म, हिंदुओं, यहूदियों, मिस्र वासियों से कैसे अलग है.

क्या मान्यताएं हैं इस धर्म की..

जितना अजीब इसके...

दुनिया में 4300 से ज्यादा धर्म हैं और हर धर्म के अपने अलग रीति रिवाज और मान्यताएं हैं. कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी धर्म से प्रेरित होकर समाज के कई लोग उस धर्म से जुड़ने लगते हैं. नैशनल जियोग्राफिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया का एक ऐसा ही धर्म है जिससे तेज़ी से 8 लाख लोग जुड़ गए और इस धर्म के अनुयायियों ने 600 से अधिक मंदिर बना लिए. यहां बात हो रही है धर्म Vale do Amanhecer या सनराइज वैली या वैली ऑफ डॉन (Dawn) की. नाम पढ़कर चौंकिए मत ये हिंदुस्तान का नहीं बल्कि ब्राजील का एक धर्म है जो अब दुनिया भर में फैल चुका है.

सनराइज वैली का सबसे बड़ा मंदिर जिसे मदर टेंपल भी कहा जाता है वो ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में है. ये मंदिर पहली नजर में किसी नैशनल पार्क जैसा लगेगा जिसमें बहुत सी मूर्तियां, स्तंब, निशान आदि दिखेंगे. पर गौर से देखने पर पता चलेगा कि ये एक मंदिर है जहां एलियन्स पूजे जाते हैं. जी हां, इस धर्म की खासियत ये है कि इसे मानने वालों को लगता है कि ये मानव रूपी एलियन्स हैं.

सोर्स: ट्विटर, Vale do Amanhecer के अनुयायी अनुष्ठान करते हुए

प्लनाल्टिना (Planaltina) ब्राजीलिया की एक सैटेलाइट सिटी (शहर के अंदर शहर) में एक तालाब के किनारे बने हुए इस मंदिर में पिरामिड हैं, अंतरिक्ष यान की तरह दिखने वाला ये मंदिर 6 कोणीय प्रार्थनाघरों को अपने अंदर समेटे हुए है. इसमें कई छोटे अर्धचंद्र की तरह दिखने वाले स्मारक और मूर्तियां बनी हैं. जहां मंदिर को देखकर कई लोगों को आश्चर्य होगा वहीं इसकी रचना जानबूझकर ऐसी की गई है. ये सनराइज वैली धर्म की मान्यताओं को दिखाता है, ये मंदिर बताता है कि ब्राजील का ये धर्म ईसाई धर्म, हिंदुओं, यहूदियों, मिस्र वासियों से कैसे अलग है.

क्या मान्यताएं हैं इस धर्म की..

जितना अजीब इसके बारे में सुनकर लगता है उतनी ही अजीब इस धर्म की मान्यताएं हैं. इस धर्म को मानने वालों के अनुसार पृथ्वी पर 32000 साल पहले एलियन आए थे जो मानव सभ्यता को और बढ़ाने के लिए आए थे. इसके बाद, लगातार वो दूसरे गृह के प्राणी पृथ्वी पर आते रहे. इसके बाद ही पृथ्वी पर कई सभ्यताओं का जन्म हुआ. इस धर्म के अनुयायियों को 'मीडियम' कहा जाता है और उनका मानना है कि वो मानव नहीं बल्कि बाह्य ग्रह वासियों के अवतार (जैगुआर) हैं.

सोर्स: ट्विटर, Vale do Amanhecer के अनुयायी अनुष्ठान करते हुए

किसनी की इस धर्म की स्थापना?

सनराइज वैली की स्थापना Neiva Chaves Zelaya जिसे Aunt Neiva भी कहा जाता है उन्होंने की थी. 1959 में ये धर्म स्थापित हुआ था. नेइवा एक विधवा थीं जो ब्रासिलिया में ट्रक ड्राइवर थीं. उस समय ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरो हुआ करती थी. उस समय नेइवा को कुछ अलौकिक शक्तियों का अहसास हुआ. उसके बाद उन्होंने मानना शुरू कर दिया कि दूसरे ग्रह के प्राणियों की आत्माएं उनसे मिलने आती हैं.

सोर्स: ट्विटर, Vale do Amanhecer का मंदिर

नेइवा ने कहा कि उन्हें खास तौर पर Pai Seta Branca या फिर फादर ऑफ व्हाइट एरो नाम की एक आत्मा मार्गदर्शन देती है. अब इन्हें एक साउथ अमेरिकन लीडर के तौर पर देखा जाता है.

सोर्स: welcometobrasilia.com वेबसाइट, Vale do Amanhecer का मंदिर

इस धर्म के लोग तरह-तरह के परिधान पहनते हैं. यहां लोग अपनी आत्म शांती के लिए आते हैं.

यहां लोग अलग-अलग तरह के रीति रीवाज निभाते हैं. जैसे लोग एकसाथ मिलकर तालाब के अगल-बगल चक्कर लगाते हैं और घंटों तक कुछ अजीब मंत्रों का जाप करते हैं. ब्राजीलियन फोटोग्राफर Gui christ ने इस धर्म को बड़ी बारीकी से जांचा, परखा और इसकी कई तस्वीरें खींचीं. इस धर्म से जुड़ी तस्वीरें उनकी वेबसाइट या इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिल जाएंगी.

सोर्स: welcometobrasilia.com वेबसाइट, Vale do Amanhecer का मंदिर

गुई ने बताया कि दो मीडियम (इस धर्म के अनुयायी) अक्सर साथ में काम करते हैं. एक मीडिया रिसेप्शन की तरह काम करता है जिससे परेशान आत्माएं आकर बाद करती हैं इसे apara कहते हैं. दूसरा मीडियम indoctrinator (सैंद्धांतिक) मीडियम कहलाता है जो आत्मा की मदद करता है और उसे दूसरी दुनिया तक वापस पहुंचने का रास्ता दिखाता है. इस धर्म के अनुयायियों का मानना है कि 'मीडियम' ये काम करके अपने पुराने जन्मों का पाप काट रहे हैं.

सोर्स: welcometobrasilia.com वेबसाइट, Vale do Amanhecer के अनुयायी अनुष्ठान करते हुए.

लोग अलग-अलग धर्मों को छोड़कर इस मंदिर में आते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यहां आने से उनकी समस्याएं हल हो रही हैं. हालांकि, ब्राजील के अन्य धर्मों के मुताबिक ये धर्म कुछ है ही नहीं और इस धर्म के अनुयायियों और अन्य धर्मों के लोगों जैसे ईसाई चर्चों के बीच झड़प होती रहती है, लेकिन इस धर्म को मानने वाले इसे ही बेहतर मानते हैं. ये धर्म उन लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है जिन्होंने ब्राजीलिया को बनने में सहयो दिया है जैसे आम मजदूर, रिफ्यूजी आदि.

इस धर्म के मंदिर और इसकी तस्वीरें देखकर ऐसा लगता है कि ये काफी अजीब है, लेकिन जो लोग इसे मानते हैं उनके लिए उनका धर्म ही सब कुछ है.

ये भी पढ़ें-

मुस्लिम के घर कुछ ऐसी है एक हिन्दू की ईद

चार धर्म, चार किस्से: आखिर क्यों गुरू 'देव' नहीं 'दैत्य' बन रहे हैं?



इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲