इसमें कोई शक नहीं कि रिश्ते निभाना बच्चों का खेल नहीं है. हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं, लड़ाई-झगड़े भी होते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा फ्रस्ट्रेशन तब होती है जब हर लड़ाई, हर बहस या हर बात के लिए माफी आपको ही मांगनी पड़े. आपको ही हमेशा समझदार बनकर मामले को सुलझाने की पहल करनी पड़े. भले ही गलती आपके पार्टनर की है लेकिन शर्मिंदा आपको ही होना होगा.
हम यहां पर किसी ब्लेम गेम की बात नहीं कर रहे हैं. बात सिर्फ इतनी है कि किसी लड़के के साथ रहना एक टफ टास्क हो जाता है जब वो अपनी गलतियों को कभी स्वीकार नहीं करता. हालांकि अब इस राज से पर्दा उठ चुका है कि लड़के आखिर क्यों अपनी गलती नहीं मानते हैं. आइए आपको इसकी डिटेल बताएं-
वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल और जेडआरटी प्रयोगशाला के रिसर्चों की एक स्टडी के अनुसार लड़कों में इस हठ और जिद के लिए कई कानूनी कारण हैं. अब ये सौभाग्य है या फिर दुर्भाग्य लेकिन इसके पीछे का वही है जिसकी वजह से लड़कों में सेक्स के लिए ज्यादा आतुरता का होना है. वो कारण है पुरुषों में पाया जाना वाला हार्मोन टेस्टोस्टेरोन. जी हां जिन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन जितना ज्यादा होता है उनमें ये मानसिकता उतनी ही ज्यादा होती है वो ही सही हैं. भले ही चाहे वे गलत हो लेकिन इस सच्चाई को वो स्वीकार नहीं करते.
काल्टेक के प्रोफेसर कॉलिन कैमेरर ने कहा- 'टेस्टोस्टेरोन या तो पुरुषों को मानसिक रूप से आपने काम को तौलने या फिर उनमें 'मैं सही हूं' का भाव पैदा करता है.'
यह निष्कर्ष 243 लोगों पर अध्ययन करने के बाद निकाला गया. इन लोगों को टेस्टोस्टेरोन जेल या प्लेसेबो जेल की डोज लेने के लिए चुना गया था. डोज देने के बाद इन्हें मैथ और लॉजिकल प्रॉब्लम के कुछ आसान सवाल दिए गए...
इसमें कोई शक नहीं कि रिश्ते निभाना बच्चों का खेल नहीं है. हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं, लड़ाई-झगड़े भी होते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा फ्रस्ट्रेशन तब होती है जब हर लड़ाई, हर बहस या हर बात के लिए माफी आपको ही मांगनी पड़े. आपको ही हमेशा समझदार बनकर मामले को सुलझाने की पहल करनी पड़े. भले ही गलती आपके पार्टनर की है लेकिन शर्मिंदा आपको ही होना होगा.
हम यहां पर किसी ब्लेम गेम की बात नहीं कर रहे हैं. बात सिर्फ इतनी है कि किसी लड़के के साथ रहना एक टफ टास्क हो जाता है जब वो अपनी गलतियों को कभी स्वीकार नहीं करता. हालांकि अब इस राज से पर्दा उठ चुका है कि लड़के आखिर क्यों अपनी गलती नहीं मानते हैं. आइए आपको इसकी डिटेल बताएं-
वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल और जेडआरटी प्रयोगशाला के रिसर्चों की एक स्टडी के अनुसार लड़कों में इस हठ और जिद के लिए कई कानूनी कारण हैं. अब ये सौभाग्य है या फिर दुर्भाग्य लेकिन इसके पीछे का वही है जिसकी वजह से लड़कों में सेक्स के लिए ज्यादा आतुरता का होना है. वो कारण है पुरुषों में पाया जाना वाला हार्मोन टेस्टोस्टेरोन. जी हां जिन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन जितना ज्यादा होता है उनमें ये मानसिकता उतनी ही ज्यादा होती है वो ही सही हैं. भले ही चाहे वे गलत हो लेकिन इस सच्चाई को वो स्वीकार नहीं करते.
काल्टेक के प्रोफेसर कॉलिन कैमेरर ने कहा- 'टेस्टोस्टेरोन या तो पुरुषों को मानसिक रूप से आपने काम को तौलने या फिर उनमें 'मैं सही हूं' का भाव पैदा करता है.'
यह निष्कर्ष 243 लोगों पर अध्ययन करने के बाद निकाला गया. इन लोगों को टेस्टोस्टेरोन जेल या प्लेसेबो जेल की डोज लेने के लिए चुना गया था. डोज देने के बाद इन्हें मैथ और लॉजिकल प्रॉब्लम के कुछ आसान सवाल दिए गए थे.
कैमेरर के अनुसार- 'स्टडी में हमने पाया कि जिस ग्रुप को टेस्टोस्टेरोन दिया गया था उन्होंने जल्दी फैसले लिए थे. लेकिन वो जवाब आमतौर पर गलत निकले.' उन्होंने साफ कहा कि पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन ही आत्मविश्वास को बढ़ाती है. और इसी के कारण पुरुष हमेशा मानते हैं कि वे सही हैं अब चाहे सच्चाई में वो सही न हों.
अब जब आपलोगों को पता है कि पुरुषों के अहंकार के पीछे का असली कारण क्या है तो आपको इस बात का भी एहसास होना चाहिए कि अब आपको अपने हार्मोन के साथ-साथ पार्टनर के हॉर्मोन सिक्रिशन से निपटना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें-
लड़कियों, जरा डरो अपने हार्मोन्स से...
8 बेतुके सवाल जिनकी वजह से मैंने शादी-पार्टियों में जाना छोड़ दिया
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.