• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

सब्यसाची की खिल्ली उड़ाने से पहले भारतीय भव्य पहनावे को जान लीजिए

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 26 नवम्बर, 2018 12:36 PM
  • 25 नवम्बर, 2018 12:22 PM
offline
सब्यसाची मुखर्जी एक जाने माने डिजाइनर हैं और उनके द्वारा डिजाइन किए गए कपड़ों और हिरोइनों को दिए गए लुक्स में कुछ समानता होती है, लेकिन उसे सब्यसाची की कमजोरी नहीं उनकी ताकत कहिए.

Brides of sabyasachi. इंस्टाग्राम का वो टैग जिसके सामने आते ही नजर आती है भव्यता. वो भव्यता जिसके बारे में सोचकर हमेशा यही कहा जाता है कि ये तो राजा-रानी जैसा ही है. सब्यसाची डिजाइनर लेबल के कपड़े हमेशा भारतीय पहनावे और भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए होते हैं और ये डिजाइनर ही ऐसा है.

दीपिका और रणवीर सिंह की शादी के बाद सब्यसाची मुखर्जी की लोग बहुत बुराई कर रहे हैं. इंटरनेट पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है कि वो अपने द्वारा स्टाइल की गई हर हिरोइन को एक ही जैसा लुक देते हैं.

काजल अग्रवाल, लीजा रे, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट, करिश्मा कपूर. सभी सब्यसाची के सिग्नेचर लुक में

ये तो सिर्फ कुछ सेलेब्स हैं, इसके अलावा, भी इंडस्ट्री और हाई क्लास सोसाइटी के कई लोग सब्यसाची साड़ियों और लहंगों में इसी तरह के लुक में दिखे हैं. खुद दीपिका को ही कई बार सब्यसाची के लुक में देखा गया है जिसमें उनका हेयरस्टाइल ऐसा ही था. यहां तक कि अगर आप सब्यसाची के इंस्टाग्राम अकाउंट पर जाकर देखें तो उनके कपड़ों को पहने हुए मॉडल्स का लुक भी ऐसा ही होता है. सभी के बाल पीछे की ओर चिपके हुए होते हैं ताकि उनके गहने और कपड़े उभर कर आ सकें. सब्यसाची के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इसी तरह की तस्वीरें मिल जाएंगी.

अब इसमें सब्यसाची की बुराई कहां से हो गई ये कोई बताए मुझे. हम शाहरुख खान के सिग्नेचर स्टाइल को हर फिल्म में पसंद करते हैं, लेकिन सब्यसाची के सिग्नेचर स्टाइल को पसंद नहीं कर सकते. इसे कॉपी पेस्ट नहीं सिग्नेचर स्टाइल कहिए जो हर सेलेब इस लुक में नजर आता है और इसे बेहतर कहता है.

सब्यसाची मुखर्जी ने new woman india को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'सब्यसाची ब्रांड भारतीय परंपरा और पुरानी टेक्स्टाइल फैक्ट्रियों के लिए समर्पित है. ऐसे...

Brides of sabyasachi. इंस्टाग्राम का वो टैग जिसके सामने आते ही नजर आती है भव्यता. वो भव्यता जिसके बारे में सोचकर हमेशा यही कहा जाता है कि ये तो राजा-रानी जैसा ही है. सब्यसाची डिजाइनर लेबल के कपड़े हमेशा भारतीय पहनावे और भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए होते हैं और ये डिजाइनर ही ऐसा है.

दीपिका और रणवीर सिंह की शादी के बाद सब्यसाची मुखर्जी की लोग बहुत बुराई कर रहे हैं. इंटरनेट पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है कि वो अपने द्वारा स्टाइल की गई हर हिरोइन को एक ही जैसा लुक देते हैं.

काजल अग्रवाल, लीजा रे, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट, करिश्मा कपूर. सभी सब्यसाची के सिग्नेचर लुक में

ये तो सिर्फ कुछ सेलेब्स हैं, इसके अलावा, भी इंडस्ट्री और हाई क्लास सोसाइटी के कई लोग सब्यसाची साड़ियों और लहंगों में इसी तरह के लुक में दिखे हैं. खुद दीपिका को ही कई बार सब्यसाची के लुक में देखा गया है जिसमें उनका हेयरस्टाइल ऐसा ही था. यहां तक कि अगर आप सब्यसाची के इंस्टाग्राम अकाउंट पर जाकर देखें तो उनके कपड़ों को पहने हुए मॉडल्स का लुक भी ऐसा ही होता है. सभी के बाल पीछे की ओर चिपके हुए होते हैं ताकि उनके गहने और कपड़े उभर कर आ सकें. सब्यसाची के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इसी तरह की तस्वीरें मिल जाएंगी.

अब इसमें सब्यसाची की बुराई कहां से हो गई ये कोई बताए मुझे. हम शाहरुख खान के सिग्नेचर स्टाइल को हर फिल्म में पसंद करते हैं, लेकिन सब्यसाची के सिग्नेचर स्टाइल को पसंद नहीं कर सकते. इसे कॉपी पेस्ट नहीं सिग्नेचर स्टाइल कहिए जो हर सेलेब इस लुक में नजर आता है और इसे बेहतर कहता है.

सब्यसाची मुखर्जी ने new woman india को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'सब्यसाची ब्रांड भारतीय परंपरा और पुरानी टेक्स्टाइल फैक्ट्रियों के लिए समर्पित है. ऐसे कपड़े बनाने के लिए समर्पित है जो पूरी दुनिया में भारतीय परंपरा, संस्कृति और भावनाओं का मिश्रण दिखाएं. बेतरीन डिजाइन सामने आते हैं जब खुद को इसके लिए तैयार कर लेते हैं और कलकत्ता की छवि दिखाते हैं. यही सब्यसाची के स्टोर्स में मिलेगा. मैं हमेशा भारतीय अतियथार्थवाद से प्रेरित होता हूं. '

सब्यसाची के डिजाइन्स और उनके लुक को बुरा कहने से पहले ये कुछ बातों पर गौर कर लीजिए-

1. सब्यसाची एलीट क्लास के डिजाइनर हैं और उनके द्वारा डिजाइन किए हुए कपड़ों में भारतीय राजघरानों की झलक देखने को मिलती है. ये पुराने जमाने की भव्यता दिखाते हैं और इसी लिए कपड़ों से लेकर बालों के डिजाइन तक सब कुछ वैसा ही होता है.

2. भारतीय वेशभूषा में पहले से ही ऐसे ही है. पुराने जमाने की रानिओं की तस्वीरें देखें तो लुक कुछ कुछ ऐसा ही रहता है और सब्यसाची भी उनसे इंस्पायर्ड हैं.

3. विदेशों में सभी दुल्हनें और दूल्हे लगभग एक जैसे ही लगते हैं. क्या उनके बारे में भी आप यही राय रखेंगे?

दीपिका के रिसेप्शन लुक पर कुछ इस तरह के कमेंट्स आए. अधिकतर में सब्यसाची की बुराई की जा रही है.

लोग जिस तरह से सब्यसाची को क्रिटिसाइज कर रहे हैं उन्हें ये सोचना होगा कि जो लुक सब्यसाची ने दिया है वो उनके लिए नहीं बल्कि असल जिंदगी में ऐसे लोगों के लिए है जो इस तरह के लुक्स को पसंद करते हैं.

उसपर साड़ी, ब्लाउज और हेयरस्टाइल की बात जो लोग कर रहे हैं वो शायद ही किसी के लुक को लेकर कभी इतना ध्यान देते हों. सिर्फ एक सेलेब ने शादी की है तो उसके कपड़ों, गहनों और बालों को लेकर कमेंट करना क्योंकि वो फेमस है और सब्यसाची को बुरा-भला कहना क्योंकि वो अपना सिग्नेचर लुक हर किसी को देते हैं ये तो गलत है.

किसी डिजाइनर की अपनी अगर खास पहचान है अपना खास तरीका है तो वो उसे सिर्फ इसलिए नहीं दिखाए क्योंकि लोग क्या कहेंगे तो ये बिलकुल ही बेमानी बात लगती है.

जहां तक दीपिका के लुक की बात है तो दीपिका की शादी वाली साड़ी (कोंकणी शादी) और रिसेप्शन की साड़ी दोनों ही उनकी मां उज्जवला पादुकोण ने गिफ्ट की है. दोनों ही साड़ियां कांजिवरम साड़ियां हैं और दीपिका के परिवार में ये मान्यता है कि मां ही साड़ियां गिफ्ट करती हैं. इसलिए ये कहना कि दीपिका को ये लुक सब्यसाची ने दिया है वो अपने कपड़े दिखाने के लिए दिया है ये बिलकुल गलत है. सब्यसाची ने स्टाइलिंग की है. वो साड़ी सब्यसाची लेबल की है ही नहीं.

भारत के कई समाजों में ये मान्यता है कि बेटी अपनी मां की दी हुई साड़ियां, या उनका लहंगा आदि पहनती है और अगर वो कुछ पुराना स्टाइल है तो उसे परमपरा कहेंगे न कि उनका पुराना लुक.

अगर इन सब बातों को ध्यान में नहीं रख सकते तो सिर्फ एक तस्वीर के आधार पर सब्यसाची को जज करना बंद करिए.

ये भी पढ़ें-

हम कब बॉलीवुड की दुल्हनों के कपड़ों की आलोचना करना बंद करेंगे?

सब्यसाची, तुमने देश की सबसे चर्चित दुल्हन के साथ ठीक नहीं किया


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲