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Pulwama Attack से जुड़े 12 बड़े update

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 15 फरवरी, 2019 05:04 PM
  • 15 फरवरी, 2019 05:04 PM
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पुलवामा के लेथापोरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए IED हमले को लेकर जो नई जानकारियां आई हैं, वो चौंकाने वाली हैं. इस हमले के जवाब में मोदी सरकार और सेना ने फैसले लेने शुरू कर दिए हैं.

पुलवामा IED आतंकी हमला जिसने देश को एक ऐसा जख्म दिया जो कई सालों में भी नहीं भर सकता. लेथपोरा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले में हमारे 40 बहादुर सैनिक शहीद हो गए. कई परिवारों की जिंदगी से खुशियां चली गईं, कई बच्चे अनाथ हो गए, कई माता-पिता अपने घर का चिराग खो बैठे, कई बहने विधवा हो गईं और देश के सपूत कहीं खो गए. इस हमले के लिए जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी ली है और बेखौफ इस आतंकी संगठन की करतूत देखिए कि उस सुसाइड बॉम्बर का वीडियो भी जारी किया जिसने इस हमले को अंजाम दिया. वो आतंकी भी भारतीय ही था जो कई भारतीय सैनिकों को निगल गया.

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कई बातें सामने आ चुकी हैं. परत दर परत इस हमले से जुड़ी बारीकियां खुल रही है.

1. मोदी सरकार ने तुरंत लिया एक्शन पाकिस्तान से छीना खास दर्जा-

मोदी सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है और पाकिस्तान से मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा छीन लिया गया है. यानी जो अभी तक पाकिस्तान भारत के साथ आसानी से व्यापार कर सकता था उसमें अब कई तरह के नियम और जुड़ जाएंगे और वो छूट बंद हो जाएगी. साथ ही, विदेश मंत्रालय से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की मांग की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि आतंकवादी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं. उन्होंने सेना को खुली छूट दी है.

सिर्फ इतना ही नहीं भारत की तरफ से पाकिस्तान में मौजूद हाई कमिश्नर अजय बिसारिया को दिल्ली बुलाया गया है ताकि इस हमले की जांच हो सके और इस मामले में पूरी जानकारी ली जा सके. आम तौर पर ऐसा तभी होता है जब युद्ध जैसे हालात हों. यहां तक कि पाकिस्तानी हाई कमिश्नर सोहेल मोहम्मद जो भारत में मौजूद थे उन्हें भी विदेशी सेक्रेटरी विजय गोखले ने बुलावा भेज दिया. दोनों ही अधिकारियों से पुलवामा हमले के बारे में चर्चा की...

पुलवामा IED आतंकी हमला जिसने देश को एक ऐसा जख्म दिया जो कई सालों में भी नहीं भर सकता. लेथपोरा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले में हमारे 40 बहादुर सैनिक शहीद हो गए. कई परिवारों की जिंदगी से खुशियां चली गईं, कई बच्चे अनाथ हो गए, कई माता-पिता अपने घर का चिराग खो बैठे, कई बहने विधवा हो गईं और देश के सपूत कहीं खो गए. इस हमले के लिए जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी ली है और बेखौफ इस आतंकी संगठन की करतूत देखिए कि उस सुसाइड बॉम्बर का वीडियो भी जारी किया जिसने इस हमले को अंजाम दिया. वो आतंकी भी भारतीय ही था जो कई भारतीय सैनिकों को निगल गया.

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कई बातें सामने आ चुकी हैं. परत दर परत इस हमले से जुड़ी बारीकियां खुल रही है.

1. मोदी सरकार ने तुरंत लिया एक्शन पाकिस्तान से छीना खास दर्जा-

मोदी सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है और पाकिस्तान से मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा छीन लिया गया है. यानी जो अभी तक पाकिस्तान भारत के साथ आसानी से व्यापार कर सकता था उसमें अब कई तरह के नियम और जुड़ जाएंगे और वो छूट बंद हो जाएगी. साथ ही, विदेश मंत्रालय से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की मांग की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि आतंकवादी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं. उन्होंने सेना को खुली छूट दी है.

सिर्फ इतना ही नहीं भारत की तरफ से पाकिस्तान में मौजूद हाई कमिश्नर अजय बिसारिया को दिल्ली बुलाया गया है ताकि इस हमले की जांच हो सके और इस मामले में पूरी जानकारी ली जा सके. आम तौर पर ऐसा तभी होता है जब युद्ध जैसे हालात हों. यहां तक कि पाकिस्तानी हाई कमिश्नर सोहेल मोहम्मद जो भारत में मौजूद थे उन्हें भी विदेशी सेक्रेटरी विजय गोखले ने बुलावा भेज दिया. दोनों ही अधिकारियों से पुलवामा हमले के बारे में चर्चा की गई. 

 

2. हमले के लिए 200 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल-

विस्फोट स्कॉर्पियो गाड़ी से किया गया था. उस गाड़ी में इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक रखने के लिए गाड़ी से कुछ सीटें भी हटाई गई थीं. जहां हमला हुआ है वहां 10 किलोमीटर दूर ही सुसाइड बॉम्बर आदिल अहमद डार उर्फ वकास कमांडो का घर था.

हमले में भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था.ये वही आदिल है जो बुरहान वानी के जनाजे में गया था. इसके घर वालों के मुताबिक उस जनाजे में आदिल के पैर में गोली भी लगी थी. पिछले साल मार्च में ही आदिल अपने घर से गायब हो गया था और थोड़े दिनों बाद जैश ए मोहम्मद ने उसके वकास कमांडो बनने की खबर दी थी.

3. लेथपोरा इलाके में 3 साल में तीन बड़े हमले हुए-

जिस जगह जैश ने हमला किया है, उसी लेथपोरा कमांडो ट्रेनिंग सेंटर में 31 दिसंबर 2017 को जैश के आतंकियों ने हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हुए थे. जून 2016 में भी जम्मू-श्रीनगर हाईवे में लाथेपोरा से 7 किलोमीटर दूर पम्पोर में सीआरपीएफ की टुकड़ी पर हमला किया गया था. इसमें 8 जवान शहीद हुए थे. इसी साल फरवरी में भी सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया था. हमले के बाद आतंकी सरकारी इमारत में घुस गए थे. दो दिन चले एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. लेकिन, ऑपरेशन में 3 जवान शहीद हुए थे और 9 नागरिकों की जान गई थी.

4. 1 साल में 11 बार IED विस्फोट-

कश्मीर में 90 के दशक में IED यानी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का बहुत चलन था. 2018-19 में भी अब वही दौर लौट आया है ऐसा लग रहा है. IED वो विस्फोटक होते हैं जिन्हें आम मिलिट्री विस्फोटकों से अलग बनाया जाता है. यानी किसी स्कूटर, गाड़ी, बक्से आदि में विस्फोटक रख हमले के लिए तैयार किए जाएं ताकि वो आम चीज़ों जैसे लगें और ज्यादा लोगों को परेशानी हो.

5. मोदी सरकार के 5 साल में आतंकी हमलों में 300 से ज्यादा जवान हुए शहीद-

सोशल मीडिया पर ये जोरों से चलता है कि मोदी राज में आतंकी हमले नहीं हुए, लेकिन अगर देखा जाए तो मोदी राज में भी उरी, बारामूला, ख्वाजा बाग अटैक, मणिपुर में सेना पर हमला, पुंछ आतंकी हमला, गुरुदासपुर में हमला, पठानकोट हमला, अनंतनाग हमला, अमरनाथ यात्रियों पर हमला, पंपोर हमला, पुलवामा में सीआरपीएफ के ट्रैनिंग कैंप में 185वीं बटालियन पर हमला हो चुका है. इन सभी हमलों में मिलाकर 352 सैनिक शहीद हो चुके हैं. ये संख्या बढ़ सकती है क्योंकि इसमें लेथपोरा हमले के शहीदों की संख्या भी जुड़ जाएगी.

इस लिस्ट में 14 फरवरी 2019 वाले पुलवामा सीआरपीएफ हमले की जानकारी नहीं है.

6. उत्तर प्रदेश के 12 जवान शहीद-

पुलवामा में हुए आंतकी हमले में उत्तर प्रदेश के 12 जवान शहीद हुए हैं. चंदौली के शहीद अवधेश कुमार, इलाहाबाद के शहीद महेश कुमार, शामली के शहीद प्रदीप, वाराणसी के शहीद रमेश यादव, आगरा के शहीद कौशल कुमार यादव, उन्नाव के शहीद अजीत कुमार, कानपुर देहात के शहीद श्याम बाबू और कन्नौज के शहीद प्रदीप सिंह ने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी.

7. बिहार के दो जवान शहीद

पुलवामा आतंकी हमले में बिहार के 2 सपूत भी शहीद हो गए हैं. पटना के तारेगना निवासी हेड कांस्टेबल संजय कुमार सिन्हा और भागलपुर के कहलगांव निवासी रतन कुमार ठाकुर इनमें शामिल हैं. भागलपुर के शहीद रतन ठाकुर का परिवार मूल रूप से कहलगांव के आमंडंडा थाना के रतनपुर गांव का रहने वाला है.

8. राजस्थान के तीन सपूत शहीद

पुलवामा में गुरुवार को हुए फिदायीन हमले में शहीद हुए जवानों में राजस्थान के 3 सपूत भी शामिल हैं. इनमें कोटा के हेमराज मीणा, शाहपुरा के रोहिताश लांबा और धौलपुर के भागीरथ सिंह शहीद हुए हैं. रोहिताश लांबा अमरसर थाना इलाके के गोविंदपुरा के निवासी थे और वे 2 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे.

9. मास्टर माइंड अभी भी पाकिस्तान में-

लेथपोरा में हुए फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड जैश ए मोहम्मद का पाकिस्तान में रहने वाला आतंकी अब्दुल रशीद गाज़ी माना जा रहा है. हालांकि, अभी इस बात पर बहस जारी है कि इसका मास्टर माइंड कौन है, पर शुरुआती रिपोर्ट में गाज़ी का ही नाम सामने आया है. गाज़ी IED एक्सपर्ट था. एक रिपोर्ट के मुताबिक जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने अपने भतीजे उस्मान और भांजे तल्हा रशीद की मौत का बदला लेने के लिए गाज़ी को कहा था और इसी के कारण ये हमला अंजाम दिया गया.

10. पाकिस्तान ने फिर पल्ला झाड़ लिया-

पाकिस्तान ने हर बार की तरह अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की है. पुलवामा हमले पर पाकिस्तान के फॉरेन ऑफिस द्वारा स्टेटमेंट रिलीज किया गया है.

एक ट्वीट कर पाकिस्तान की तरफ से हमले की निंदा की गई है और साथ ही साथ ये भी कहा गया है कि ये चिंता का विषय है. पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के इस हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद भी पाकिस्तान का कहना है कि वो भारतीय मीडिया और सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारता है और यहां तक कि पाकिस्तान की तरफ से नसीहत भी आई है कि बिना जांच देश पर कोई आरोप नहीं लगाना चाहिए.

11. अमेरिका ने जारी की चेतावनी-

अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए चेतावनी जारी की है कि वो देश अपने यहां आतंकियों को पनाह देना बंद करे. साथ ही अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एड्वाइजरी भी जारी की है जिसमें पाकिस्तान जाने के पहले सोचने को कहा गया है. हालांकि, ये एड्वाइजरी हमले से एक दिन पहले ही आई थी.

इस एड्वाइजरी में पाकिस्तान को हाई रिस्क एरिया बताया गया है.

ये पहले ही बता दिया गया था कि आज़ाद कश्मीर (पाकिस्तानी कश्मीर) में यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है.

12. अमेरिका और चीन की प्रतिक्रिया-

Economic times और साउथ एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस हमले में कहीं न कहीं ISI की जड़ें भी हैं.

इसी के साथ, चीन ने एक बार फिर बड़े ही डिप्लोमैटिक ढंग से जैश ए मोहम्मद के आतंकी चीफ मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी करार देने के प्रस्वात को ठुकरा दिया है.

पुलवामा आतंकी हमले की निंदा तो पूरी दुनिया में हो रही है, लेकिन अब हमें ये देखना होगा कि भारत सरकार क्या करती है. प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सुरक्षा बलों को छूट दे दी है कि वो आतंकी गतिविधियों पर अपनी विवेकशीलता के मुताबिक काम कर सकते हैं. साथ ही, सेना ने 15 गांवों में सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिए हैं. और कुछ रिपोर्ट्स कहती हैं कि 5 संदिग्धों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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