• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

प्रसव पीड़ा कम करने के लिए ये क्या कर रही हैं लड़कियां !!

    • आईचौक
    • Updated: 23 जून, 2016 02:18 PM
  • 23 जून, 2016 02:18 PM
offline
गर्भवती किशोरियों पर किए गए शोध में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. प्रसव पीड़ा कम हो उसके लिए ये किशोरियां ऐसा तरीका अपना रही हैं, जो बेहद खतरनाक है.

मां के लिए सबसे ज्यादा पीड़ादायक होता है एक बच्चे को इस दुनिया में लाना. पहले 9 महीने गर्भ में बच्चे को रखना और फिर प्रसव के दौरान भयंकर दर्द सहना. स्वाभाविक है कि हर मां बनने वाली स्त्री को इस दर्द का भय होता है. लेकिन अपने बच्चे के लिए वो सबकुछ झेल लेती है. लेकिन बहुत सी गर्भवती महिलाएं इस दर्द को सहने के लिए तैयार नहीं हैं. और प्रसव पीड़ा कम हो उसके लिए ऐसा तरीका अपना रही हैं, जो बेहद खतरनाक है.

एक शोध में ये चौंका देने वाले नतीजे सामने आए हैं कि ऑस्ट्रेलिया में मां बनने वाली किशोरियां प्रसव पीड़ा कम करने के लिए गर्भावस्था के दौरान खूब सिगरेट पी रही हैं, जिससे बच्चे का वजन कम हो जाए.

ये मानती हैं कि बच्चा वजन में कम होगा तो प्रसव पीड़ा भी कम होगी

16 साल के आसपास की इन लड़कियों को लगता है कि उनका शरीर लेबर पेन सह नहीं पाएगा. और उस दर्द को कम करने का सिर्फ यही रास्ता है कि बच्चे का वजन ही कम कर दिया जाए.

ये भी पढ़ें- एक ऐसा कानून बनाया जिससे गर्भपात कराते हुए रूह कांप जाएगी

ऑस्ट्रेलिया के सिगरेट पैकेट्स में एक चेतावनी लिखी होती है कि 'गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने से बच्चे का वजन कम हो सकता है'. तो बस इसी चेतावनी को देखकर उन्हें बच्चे का वजन कम करने का आइडिया मिल गया.

रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लड़कियां पहले से ही धूम्रपान करती थीं...

मां के लिए सबसे ज्यादा पीड़ादायक होता है एक बच्चे को इस दुनिया में लाना. पहले 9 महीने गर्भ में बच्चे को रखना और फिर प्रसव के दौरान भयंकर दर्द सहना. स्वाभाविक है कि हर मां बनने वाली स्त्री को इस दर्द का भय होता है. लेकिन अपने बच्चे के लिए वो सबकुछ झेल लेती है. लेकिन बहुत सी गर्भवती महिलाएं इस दर्द को सहने के लिए तैयार नहीं हैं. और प्रसव पीड़ा कम हो उसके लिए ऐसा तरीका अपना रही हैं, जो बेहद खतरनाक है.

एक शोध में ये चौंका देने वाले नतीजे सामने आए हैं कि ऑस्ट्रेलिया में मां बनने वाली किशोरियां प्रसव पीड़ा कम करने के लिए गर्भावस्था के दौरान खूब सिगरेट पी रही हैं, जिससे बच्चे का वजन कम हो जाए.

ये मानती हैं कि बच्चा वजन में कम होगा तो प्रसव पीड़ा भी कम होगी

16 साल के आसपास की इन लड़कियों को लगता है कि उनका शरीर लेबर पेन सह नहीं पाएगा. और उस दर्द को कम करने का सिर्फ यही रास्ता है कि बच्चे का वजन ही कम कर दिया जाए.

ये भी पढ़ें- एक ऐसा कानून बनाया जिससे गर्भपात कराते हुए रूह कांप जाएगी

ऑस्ट्रेलिया के सिगरेट पैकेट्स में एक चेतावनी लिखी होती है कि 'गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने से बच्चे का वजन कम हो सकता है'. तो बस इसी चेतावनी को देखकर उन्हें बच्चे का वजन कम करने का आइडिया मिल गया.

रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लड़कियां पहले से ही धूम्रपान करती थीं उन्होंने गर्भ ठहरने के बाद पहले से ज्यादा सिगरेट पीना शुरू कर दिया है. और धूम्रपान नहीं करने वाली किशोरियों को जैसे ही पता चला कि वो गर्भवती हैं, उन्होंने धूम्रपान करना शुरू कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की 18% महिलाएं गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करती हैं.

 न अपनी फिक्र और न बच्चे की

ये बेहद चिंताजनक है कि पैकेट पर लिखी चेतावनी को लड़कियां किस तरह से ले रही हैं. जो चेतावनी बच्चों के स्वास्थ को ध्यान में रखकर लिखी गई, उसी को उन्होंने गलत तरह से इस्तेमाल किया.

ये भी पढ़ें- कहां जा रही है दुनिया? जन्‍म लेने वाला है एक बच्‍चा जिसके तीन पेरेंट़स होंगे...

उससे भी ज्यादा चिंता की बात ये है कि बच्चे को जन्म देने जा रही ये 16-17 साल की लड़कियां अभी खुद बच्ची हैं. खुले समाज ने इन्हें जीवन का आनंद लेने की छूट तो दे दी लेकिन उन्हें ये नहीं समझाया कि एक बच्चे को जन्म देना कितनी बड़ी जिम्मेदारी है. खैर कुछ चीजें उम्र के साथ ही आती हैं, चाहे वो परिपक्वता हो या फिर अपने बच्चे का सही तरह से ख्याल रखना. इनकी ये नासमझी और अपरिपक्वता इनके स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक है ही साथ ही आने वाले बच्चे के लिए खतरे का संकेत भी है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲