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कोई ऐसी 4 शादी करता है तो पूरी दुनिया को 'कबूल है'

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 31 मार्च, 2017 04:04 PM
  • 31 मार्च, 2017 04:04 PM
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मुस्लिम दूल्हा और हिंदू दुल्हन... किसी फिल्म की कहानी जैसा लगता ये किस्सा दरअसल एक जोड़े की असली कहानी है जो आपको भी एक सबक दे जाएगी!

कहते हैं प्यार को कोई दीवार नहीं रोक सकती और प्यार करने वालों में कुछ ऐसा जज्बा होता है कि कोई भी दरवाजा तोड़ देते हैं. खैर, आज के जमाने में ये सिर्फ कहावत ही लगती है. असली जिंदगी में होनी वाली घटनाएं, हमारे आस-पास होने वाले प्यार के धोखे सावधान इंडिया के किसी एपिसोड से कम नहीं लगते हैं. पर अगर इसी दौर में कोई ऐसा किस्सा आपको सुनने मिले जहां किसी ने वाकई प्यार की मिसाल कायम की हो तो आप क्या कहेंगे?

लव जिहाद, एंटी रोमियो स्क्वॉड, एंटी वैलेंटाइन डे जैसी चीजें इजाद करने वाले देश में एक मुस्लिम लड़के ने अपने प्यार के लिए कुछ ऐसा काम किया कि पूरी दुनिया शायद 'कबूल है' कह दे.

ये कहानी है फैज़ रहमान की जिसने अंकिता अग्रवाल से एक बार नहीं बल्कि चार बार शादी की. हुआ कुछ ऐसा कि अंकिता के पिता को मनाने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन जब उन्होंने कहा कि फैज़ के धर्म में चार बार शादी की जा सकती है और इस बात का उन्हें डर है तो फैज़ ने ऐसा नायाब तरीका निकाला.

फैज़ ने अंकिता से ही चार बार अलग-अलग तरीके से शादी की. एक दिन अंकिता के पिता को मनाने के लिए फैज़ उनके घर पर आ गया बहुत देर कोशिश करने के बाद भी अंकिता के पिता नहीं माने. फैज़ ने सब कहा कि वो अंकिता को बिलकुल वैसे ही रखेगा जैसे वो अपने पापा के घर पर है, वो चार शादियां नहीं करेगा और ना ही वो अंकिता का धर्म बदलेगा और ना ही उसे नॉन वेज खाने को कहेगा. अगर ये कोई बॉलीवुड फिल्म होती तो शायद अमरीश पुरी की तरह अंकिता के पिता भी कहते कि 'जा अंकिता जा, फैज़ से ज्यादा प्यार तुझे और कोई नहीं कर सकता' और फिल्म 'बड़े-बड़े देशों में ये छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं' डायलॉग पर खत्म हो जाती, लेकिन हुआ कुछ उल्टा. हुआ यूं कि अंकिता के पिता ने फैज़ को घर से बाहर जाने को कहा.

कहते हैं प्यार को कोई दीवार नहीं रोक सकती और प्यार करने वालों में कुछ ऐसा जज्बा होता है कि कोई भी दरवाजा तोड़ देते हैं. खैर, आज के जमाने में ये सिर्फ कहावत ही लगती है. असली जिंदगी में होनी वाली घटनाएं, हमारे आस-पास होने वाले प्यार के धोखे सावधान इंडिया के किसी एपिसोड से कम नहीं लगते हैं. पर अगर इसी दौर में कोई ऐसा किस्सा आपको सुनने मिले जहां किसी ने वाकई प्यार की मिसाल कायम की हो तो आप क्या कहेंगे?

लव जिहाद, एंटी रोमियो स्क्वॉड, एंटी वैलेंटाइन डे जैसी चीजें इजाद करने वाले देश में एक मुस्लिम लड़के ने अपने प्यार के लिए कुछ ऐसा काम किया कि पूरी दुनिया शायद 'कबूल है' कह दे.

ये कहानी है फैज़ रहमान की जिसने अंकिता अग्रवाल से एक बार नहीं बल्कि चार बार शादी की. हुआ कुछ ऐसा कि अंकिता के पिता को मनाने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन जब उन्होंने कहा कि फैज़ के धर्म में चार बार शादी की जा सकती है और इस बात का उन्हें डर है तो फैज़ ने ऐसा नायाब तरीका निकाला.

फैज़ ने अंकिता से ही चार बार अलग-अलग तरीके से शादी की. एक दिन अंकिता के पिता को मनाने के लिए फैज़ उनके घर पर आ गया बहुत देर कोशिश करने के बाद भी अंकिता के पिता नहीं माने. फैज़ ने सब कहा कि वो अंकिता को बिलकुल वैसे ही रखेगा जैसे वो अपने पापा के घर पर है, वो चार शादियां नहीं करेगा और ना ही वो अंकिता का धर्म बदलेगा और ना ही उसे नॉन वेज खाने को कहेगा. अगर ये कोई बॉलीवुड फिल्म होती तो शायद अमरीश पुरी की तरह अंकिता के पिता भी कहते कि 'जा अंकिता जा, फैज़ से ज्यादा प्यार तुझे और कोई नहीं कर सकता' और फिल्म 'बड़े-बड़े देशों में ये छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं' डायलॉग पर खत्म हो जाती, लेकिन हुआ कुछ उल्टा. हुआ यूं कि अंकिता के पिता ने फैज़ को घर से बाहर जाने को कहा.

अब प्यार किया तो डरना क्या कि तर्ज पर अंकिता और फैज़ ने अपने सपने साकार करने की सोची. अगले ही दिन दोनों ने मंदिर में वरमाला बदली और उसके अगले दिन स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत दोनों ने शादी कर ली. अंकिता के पिता ने शादी में आने से मना कर दिया, लेकिन भाई और मां ने शादी की खुशियां जरूर मनाई. ये तो सिर्फ शुरुआत थी. दो शादियां अभी भी बाकी थीं. किसी डिजनी फिल्म की तरह अंकिता को अपने सपनो का राजकुमार तो मिल गया था, लेकिन सपनों की शादी अभी भी बाकी थी.

बस अंकिता और फैज़ पहुंच गए गोवा और यहां एक बार फिर निकाह किया और हिंदू रीति रिवाजों से शादी की. कुल मिलाकर चार शादी करने के बाद दोनों ही बहुत खुश हैं और दो साल एक साथ बिता चुके हैं. अंकिता ने ये कहानी एक ब्लॉग पोस्ट कर शेयर की.

जहां एक ओर हिंदुस्तान में प्यार करना अभी भी कई लोग जुर्म मानते हैं वहां प्यार की ये कहानी न सिर्फ मन को अच्छी लगती है बल्कि ये खास तौर पर समाज का वो पहलु भी दिखाती है जो शायद कम ही लोगों की पहुंच में है. अंकिता और फैज़ दोनों के ही परिवार अब इस शादी को मान चुके हैं और दोनों हंसी खुशी अपनी जिंदगी जी रहे हैं. अगर हमारे समज में ऐसे किस्से और सामने आने लगे तो शायद आधी आबादी के दुख थोड़े कम हो जाएं. हमारे देश में लव मैरिज करने वाले देवी-देवताओं को तो पूजा जाता है, लेकिन वहीं अगर कोई आम इंसान ऐसा करे तो उसे जो कुछ झेलना पड़ता है वो शायद आप समझ ही सकते होंगे.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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