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2019 के स्वागत में कोई ताबूत में लेटा तो कोई रंगीन अंडरवियर पहनकर निकला!

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 01 जनवरी, 2019 03:13 PM
  • 01 जनवरी, 2019 03:13 PM
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नए साल की शुरुआत हुई न्यूजीलैंड से, जहां 12 बजते ही आसमान आतिशबाजी से जगमगा गया. धीरे-धीरे पूरी दुनिया के कई शहरों से ऐसी तस्वीरें देखने को मिलीं. लेकिन कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आईं, जो नए साल की अन्य तस्वीरों से बिल्कुल अलग थीं.

दुनियाभर में 2018 को अलविदा कह दिया गया है और 2019 दस्तक दे चुका है. नए साल का जश्न किसी ने नाच-गा कर मनाया, तो किसी ने शानदार आतिशबाजी से लोगों का मन मोह लिया. हर बार की तरह इस बार भी बुर्ज खलीफा में नए साल पर शानदार आतिशबाजी हुई. देश भर के लोकप्रिय स्थानों पर लोगों का जमावड़ा दिखा. आम लोगों से लेकर सेना के जवानों तक ने नए साल का भव्य स्वागत किया. हालांकि, लोगों का नया साल मनाने का अपना अलग-अलग तरीका भी देखने को मिला.

नए साल की शुरुआत हुई न्यूजीलैंड से, जहां 12 बजते ही आसमान आतिशबाजी से जगमगा गया. धीरे-धीरे पूरी दुनिया के कई शहरों से ऐसी तस्वीरें देखने को मिलीं. लेकिन कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आईं, जो नए साल की अन्य तस्वीरों से बिल्कुल अलग थीं. ये तस्वीरें हैं अजीबो-गरीब तरीकों की, अजीब परंपराओं की. तो चलिए बात करते दुनिया भर की कुछ अजीबो-गरीब परंपराओं और तरीकों की, जिनसे नए साल का स्वागत किया जाता है.

थाइलैंड: ताबूत में जाते हैं लोग

भले ही बैंकॉक में बहुत सारे मॉडर्न मॉल और ऊंची-ऊंची इमारतें हों, लेकिन यहां के बहुत से लोग नए साल पर एक अजीबो-गरीब परंपरा निभाते हैं. जहां एक ओर पूरा देश आतिशबाजी कर के पुराने साल को विदा करता है और नए साल का स्वागत करता है, वहीं दूसरी ओर बैंकॉक में लोग नए साल के दिन ताबूत में कैद होते हैं. सैकड़ों लोग नए साल के मौके पर Takien Temple जाते हैं और अंतिम संस्कार की एक परंपरा निभाते हुए ताबूतों में बंद होते हैं. सबके हाथों में फूल होते हैं और वहां मौजूद भिक्षु उन्हें ताबूतों में ढक देते हैं. ये सुनने में भले ही डरावना लगे, लेकिन यहां के लोग मानते हैं कि ताबूतों में जाकर अंतिम संस्कार की परंपरा निभाने से पुराने साल के साथ-साथ वह अपने बुरे भाग्य को भी ताबूत में छोड़ देते हैं और उससे निकल कर खुद का एक नया जन्म मानते हैं और नए साल का स्वागत करते हैं.

दुनियाभर में 2018 को अलविदा कह दिया गया है और 2019 दस्तक दे चुका है. नए साल का जश्न किसी ने नाच-गा कर मनाया, तो किसी ने शानदार आतिशबाजी से लोगों का मन मोह लिया. हर बार की तरह इस बार भी बुर्ज खलीफा में नए साल पर शानदार आतिशबाजी हुई. देश भर के लोकप्रिय स्थानों पर लोगों का जमावड़ा दिखा. आम लोगों से लेकर सेना के जवानों तक ने नए साल का भव्य स्वागत किया. हालांकि, लोगों का नया साल मनाने का अपना अलग-अलग तरीका भी देखने को मिला.

नए साल की शुरुआत हुई न्यूजीलैंड से, जहां 12 बजते ही आसमान आतिशबाजी से जगमगा गया. धीरे-धीरे पूरी दुनिया के कई शहरों से ऐसी तस्वीरें देखने को मिलीं. लेकिन कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आईं, जो नए साल की अन्य तस्वीरों से बिल्कुल अलग थीं. ये तस्वीरें हैं अजीबो-गरीब तरीकों की, अजीब परंपराओं की. तो चलिए बात करते दुनिया भर की कुछ अजीबो-गरीब परंपराओं और तरीकों की, जिनसे नए साल का स्वागत किया जाता है.

थाइलैंड: ताबूत में जाते हैं लोग

भले ही बैंकॉक में बहुत सारे मॉडर्न मॉल और ऊंची-ऊंची इमारतें हों, लेकिन यहां के बहुत से लोग नए साल पर एक अजीबो-गरीब परंपरा निभाते हैं. जहां एक ओर पूरा देश आतिशबाजी कर के पुराने साल को विदा करता है और नए साल का स्वागत करता है, वहीं दूसरी ओर बैंकॉक में लोग नए साल के दिन ताबूत में कैद होते हैं. सैकड़ों लोग नए साल के मौके पर Takien Temple जाते हैं और अंतिम संस्कार की एक परंपरा निभाते हुए ताबूतों में बंद होते हैं. सबके हाथों में फूल होते हैं और वहां मौजूद भिक्षु उन्हें ताबूतों में ढक देते हैं. ये सुनने में भले ही डरावना लगे, लेकिन यहां के लोग मानते हैं कि ताबूतों में जाकर अंतिम संस्कार की परंपरा निभाने से पुराने साल के साथ-साथ वह अपने बुरे भाग्य को भी ताबूत में छोड़ देते हैं और उससे निकल कर खुद का एक नया जन्म मानते हैं और नए साल का स्वागत करते हैं.

बैंकॉक में लोग नए साल के दिन ताबूत में कैद होते हैं.

डेनमार्क: दरवाजों पर तोड़ते हैं प्लेट

नए साल के स्वागत में आपके दरवाजे पर फूलों के गुलदस्ते तो बहुत से लोग लाते होंगे, लेकिन क्या कोई आपके दरवाजे के सामने घर की प्लेटें तोड़ता है? डेनमार्क में नया साल मनाने की यही परंपरा है. यहां पर लोग पूरे साल अपने घरों के खराब या पुराने हो चुके बर्तन या प्लेटें जमा करते हैं और नए साल के जश्न के तौर पर अपने चाहने वालों के दरवाजे के सामने प्लेट तोड़नी होती है. माना जाता है कि जिसके दरवाजे पर जितनी अधिक टूटी प्लेटें होती हैं, उसके उतने ही अधिक चाहने वाले होते हैं और बुरा भाग्य भी उतना ही दूर हो जाता है.

यहां नए साल के जश्न के तौर पर अपने चाहने वालों के दरवाजे के सामने प्लेट तोड़नी होती है.

इक्वाडोर: पुतला जलाते हैं लोग

जहां एक ओर दुनियाभर में लोग पटाखे जलाकर नया साल मनाते हैं, वहीं दूसरी ओर इक्वाडोर में पुतला जलाया जाता है. पेपर से भरे पुतले को आधीरात में जलाकर लोग पुराने साल की बुराइयों का दहन करते हैं और नए साल का स्वागत करते हैं. वह पिछले साल के कुछ पुराने फोटो भी जलाते हैं.

पेपर से भरे पुतले को आधीरात में जलाकर लोग पुराने साल की बुराइयों का दहन करते हैं.

फिलीपीन्स: सब कुछ गोल चाहिए

नए साल में लोग फिलीपीन्स के लोग सब कुछ गोल देखना पसंद करते हैं. खाने की चीजें गोल, कपड़े गोल और जितना अधिक हो सके सब कुछ गोल. यहां के लोग मानते हैं कि अगर वह अधिक से अधिक गोल चीजों का इस्तेमाल करेंगे तो घर में पैसा आएगा. दरअसल, वह गोल चीजों की तुलना गोल सिक्कों से करते हैं, इसीलिए गोल चीजों का इस्तेमाल करते हैं.

नए साल में लोग फिलीपीन्स के लोग सब कुछ गोल देखना पसंद करते हैं.

दक्षिण अमेरिका: रंग-बिरंगे अंडरवियर

सुनने में भले ही ये बेहद अजीब लगे, लेकिन दक्षिण अमेरिकी देशों में नए साल पर लोग रंग-बिरंगे अंडरवियर पहनते हैं. हर रंग का एक अलग मतलब होता है. लाल रंग का अंडरवियर 'प्यार', सफेद रंग का अंडरवियर 'शांति' और गोल्डन अंडरवियर पैसे और समृ्द्धि का प्रतीक माना जाता है. यही वजह है कि लोग नए साल का स्वागत सिर्फ आतिशबाजी या तरह-तरह के पकवानों से नहीं, बल्कि रंग-बिरंगे अंडरवियर पहनकर भी करते हैं.

दक्षिण अमेरिकी देशों में नए साल पर लोग रंग-बिरंगे अंडरवियर पहनते हैं.

स्पेन: 12 अंगूर खाना

दुनिया भर की परंपराओं से अलग स्पेन की परंपरा है. यहां पर नए साल के मौके पर एक साथ 12 अंगूर खाए जाते हैं. ये 12 अंगूर आने वाले साल के 12 महीनों के लिए खाए जाते हैं. जो लोग आधी रात को 12 बजे के बाद 12 अंगूर खाता है, माना जाता है कि अगले साल के 12 महीने उसका भाग्य अच्छा रहता है. वहीं दूसरी ओर, अगर कोई आधी रात से पहले ही अंगूर खा लेता है तो मानते हैं कि इससे उस पर मुसीबतें आ सकती हैं.

ये 12 अंगूर आने वाले साल के 12 महीनों के लिए खाए जाते हैं.

भारत: यहां के भी कई रंग

जिस तरह दुनियाभर में लोग अलग-अलग तरह से नए साल का स्वागत करते हैं, वैसे ही भारत में भी लोग अपने-अपने अंदाज में नए साल का स्वागत करते हैं. तरह-तरह के पोशाक पहनना और चेहरे, बालों पर कलाकारी दिखाना यहां खूब होता है. इस बार भी नए साल के स्वागत के जश्न में एक महिला ने बालो के ऊपर 2019 का ताज जैसा टैग लगाया और अपने जूड़े पर सैंटा क्लाॉज का डिजाइन बनवाया.

एक महिला ने बालो के ऊपर 2019 का ताज जैसा टैग लगाया और अपने जूड़े पर सैंटा क्लाॉज का डिजाइन बनवाया.

इसके अलावा, बहुत से लोग मुंबई के मरीन ड्राइव पर 31 दिसंबर की शाम को साल के आखिरी दिन डूबते सूरज को विदा करने पहुंचे. देखते ही देखते सूरज डूब गया और लोग गुजरते वक्त के गवाह बने.

बहुत से लोग मुंबई के मरीन ड्राइव पर 31 दिसंबर की शाम को साल के आखिरी दिन डूबते सूरज को विदा करने पहुंचे.

दुनियाभर की तरह-तरह की परंपराओं के बीच नया साल 2019 आ चुका है और लोगों ने बाहें फैलाकर इसका स्वागत भी किया. भले ही नए साल पर लोगों ने तरह-तरह की परंपराओं का पालन किया, लेकिन सबका मकसद सिर्फ यही था कि नया साल उनके जीवन में खुशियां लेकर आए.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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