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लड़कियों, आपको कोई मोटा कहे तो ये जवाब दीजिए...

    • सोनाक्षी कोहली
    • Updated: 20 मई, 2018 07:36 PM
  • 29 अगस्त, 2017 03:36 PM
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मोटा कहकर चिढ़ाने वालों को दें मुंहतोड़ जवाब. कैसे देना है वो तरीका यहां जानिए-

लड़की शब्द सुनते ही हमारे जेहन में गोरी, छरहरी सी छवि बन जाती है. सदियों से लड़कियों की शारीरिक बनावट को ऐसे ही पतले, छरहरे स्वरुप में दिखाया जाता रहा है और ये उन्हें ये बताया भी जाता है कि लड़कियां पतली और छरहरी ही अच्छी लगती हैं. अब ऐसे में सोचिए कि अगर कोई लड़की थोड़ी मोटी या कहें कि हेल्दी हो तो?

तो ये कि नाते-रिश्तेदार, दोस्त-यार सब उसे मोटी भैंस, ढोल, फुटबॉल या छोटा हाथी तक कहने में गुरेज नहीं करते और इन्हीं संबोधनों को उनकी पहचान बना दी जाती है. कुछ भाग्यशाली लड़कियां जिनके संगी-साथी थोड़े से समझदार या लिबरल होते हैं, सुनना तो उन्हें भी पड़ता है लेकिन थोड़े प्यार भरे सधे शब्दों में. उन्हें ऐसे कहा जाता है- 'तुम्हें पता है अगर थोड़ी पतली हो जाओ तो बहुत सुंदर लगोगी.'

मोटा कहे कोई तो ऐसे दें जवाब

यहां हम थोड़ा सा सुधार करना चाहेंगे- जिन्हें थोड़े नर्म शब्दों में ये एहसास कराया जाता है कि वो मोटे हैं, उन्हें खुद को लकी नहीं समझना चाहिए. लड़कियों का मजाक बनाकर साफ बच निकलने वालों को भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए. जिन्हें वो ताने दे रहे हैं उन लोगों ने शांति से सुन लिया तो वो बच गए. क्योंकि अगर पीड़ितों ने जवाब दे दिया होता तो उन्हें कहीं मुंह छुपाने की जगह नहीं मिलती.

लेकिन वो कहते हैं न शब्दों की तुलना में आपके काम ज्यादा प्रभाव डालते हैं. तो आइए ऐसे बदतमीज लोगों का सामना करने के कुछ तरीके आपको बताएं-

शुरुआत ऐसे लोगों को फीजिक्स के कुछ पाठ पढ़ाने से करें. उन्हें ये याद दिलाएं कि भारी चीजों को हटाना ज्यादा मुश्किल काम है. तो इसलिए जब कोई आंधी उन्हें उड़ा ले जाती है तो आप अपनी जगह पर स्थिर खड़ी रहती हैं. और सच में ऐसा होता भी है.

लड़की शब्द सुनते ही हमारे जेहन में गोरी, छरहरी सी छवि बन जाती है. सदियों से लड़कियों की शारीरिक बनावट को ऐसे ही पतले, छरहरे स्वरुप में दिखाया जाता रहा है और ये उन्हें ये बताया भी जाता है कि लड़कियां पतली और छरहरी ही अच्छी लगती हैं. अब ऐसे में सोचिए कि अगर कोई लड़की थोड़ी मोटी या कहें कि हेल्दी हो तो?

तो ये कि नाते-रिश्तेदार, दोस्त-यार सब उसे मोटी भैंस, ढोल, फुटबॉल या छोटा हाथी तक कहने में गुरेज नहीं करते और इन्हीं संबोधनों को उनकी पहचान बना दी जाती है. कुछ भाग्यशाली लड़कियां जिनके संगी-साथी थोड़े से समझदार या लिबरल होते हैं, सुनना तो उन्हें भी पड़ता है लेकिन थोड़े प्यार भरे सधे शब्दों में. उन्हें ऐसे कहा जाता है- 'तुम्हें पता है अगर थोड़ी पतली हो जाओ तो बहुत सुंदर लगोगी.'

मोटा कहे कोई तो ऐसे दें जवाब

यहां हम थोड़ा सा सुधार करना चाहेंगे- जिन्हें थोड़े नर्म शब्दों में ये एहसास कराया जाता है कि वो मोटे हैं, उन्हें खुद को लकी नहीं समझना चाहिए. लड़कियों का मजाक बनाकर साफ बच निकलने वालों को भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए. जिन्हें वो ताने दे रहे हैं उन लोगों ने शांति से सुन लिया तो वो बच गए. क्योंकि अगर पीड़ितों ने जवाब दे दिया होता तो उन्हें कहीं मुंह छुपाने की जगह नहीं मिलती.

लेकिन वो कहते हैं न शब्दों की तुलना में आपके काम ज्यादा प्रभाव डालते हैं. तो आइए ऐसे बदतमीज लोगों का सामना करने के कुछ तरीके आपको बताएं-

शुरुआत ऐसे लोगों को फीजिक्स के कुछ पाठ पढ़ाने से करें. उन्हें ये याद दिलाएं कि भारी चीजों को हटाना ज्यादा मुश्किल काम है. तो इसलिए जब कोई आंधी उन्हें उड़ा ले जाती है तो आप अपनी जगह पर स्थिर खड़ी रहती हैं. और सच में ऐसा होता भी है.

फीजिक्स का जो दूसरा पाठ उन्हें याद कराना चाहिए वो है कि चुंबक कैसे काम करता है. लोग आपसे जो कपड़े पहनने की अपेक्षा करते हैं या वो ज्ञान देते हैं कि कैसे कपड़े पहनें आप उसके ठीक उल्टा ही करें. ऐसा करके उन सड़े हुए लोगों को अपने से दूर करें. वैसे भी इतने दुखियारे लोगों को अपने जीवन में रखकर अपना ही नुकसान करेंगे.

या फिर उन्हें चिढ़ाने में कोई कोर कसर बाकी मत रखो. उनके सामने से अपने हाथ में पिज्जा लेकर पूरे आत्मविश्वास के साथ निकलें. यकीन मानिए भले ही आपके मोटे होने के लिए कोई पिज्जा को चाहे जितना भी दोष दें लेकिन मुंह में पानी सबके आता है. इस तरीके से आप उन्हें दिखा सकते हैं कि किस खुशी से वो महरुम हैं.

उन्हें अपना रास्ता नापने को कहें. इसके बाद वो आपके शरीर के लिए नहीं बल्कि आपके व्यवहार पर फोकस करने लगेंगे. असल बात ये है कि जीवन में आप चाहे कुछ भी कर लें, लोगों की जुबान बंद होने वाली नहीं है. तो मस्त रहिए और बोलने वालों को बोलने दीजिए.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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