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इंडोनेशिया के लिए ये वक्त मौत से जंग लड़ने जैसा हो गया है !

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 30 सितम्बर, 2018 03:31 PM
  • 30 सितम्बर, 2018 03:31 PM
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पिछले ही महीने इंडोनेशिया में भूकंप आया था, जिसमें करीब 460 लोग मारे गए थे. अब इस बार का भूकंप सूनामी की वजह बन गया और 800 से भी अधिक जिंदगियां लील गया.

भूकंप और सुनामी की वजह से इंडोनेशिया में कितनी तबाही मची है, उसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहे हैं. इस आपदा में मारे जाने वाले की संख्या 800 से भी अधिक हो चुकी है. वायरल वीडियो में लोगों की चीख-पुकार साफ सुनी और देखी जा सकती है. मरने वालों के दर्जनों शव सड़कों पर बिखरे पड़े हैं. इसी बीच रेत में सने एक मासूम का शव लेकर जाते व्यक्ति की तस्वीर किसी भी इंसान के मन को झकझोर देने के लिए काफी है. पिछले ही महीने इंडोनेशिया में भूकंप आया था, जिसमें करीब 460 लोग मारे गए थे. अब इस बार का भूकंप सूनामी की वजह बन गया और सैकड़ों जिंदगियां लील गया. ये वक्त इंडोनेशिया के लिए किसी मौत से जंग लड़ने से कम नहीं है.

जब कभी इस सुनामी की बात होगी, तो ये तस्वीर लोगों को याद जरूर आएगी.

मारे गए 800 से भी अधिक लोग

शुक्रवार को इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर 7.5 की तीव्रता का भूकंप आया, जिसने देखते ही देखते भयानक सुनामी का रूप ले लिया. इसकी चपेट में पालू और डोंगलाला शहर आए हैं, जिनमें अधिकतर लोग पालू शहर के हैं, जहां पर 10 फुट तक ऊंची लहरों ने तबाही मचाई थी. यहां आपको बता दें कि पालू शहर की आबादी करीब 3.5 लाख है. ऐसे में माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ेगी. रविवार तक मिले आंकड़ों के अनुसार करीब 832 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें 11 डोंगलाला के हैं, और 821 लोग पालू प्रांत के हैं.

रविवार तक मिले आंकड़ों के अनुसार करीब 832 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है.

ये वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देंगे

किसी घटना का...

भूकंप और सुनामी की वजह से इंडोनेशिया में कितनी तबाही मची है, उसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहे हैं. इस आपदा में मारे जाने वाले की संख्या 800 से भी अधिक हो चुकी है. वायरल वीडियो में लोगों की चीख-पुकार साफ सुनी और देखी जा सकती है. मरने वालों के दर्जनों शव सड़कों पर बिखरे पड़े हैं. इसी बीच रेत में सने एक मासूम का शव लेकर जाते व्यक्ति की तस्वीर किसी भी इंसान के मन को झकझोर देने के लिए काफी है. पिछले ही महीने इंडोनेशिया में भूकंप आया था, जिसमें करीब 460 लोग मारे गए थे. अब इस बार का भूकंप सूनामी की वजह बन गया और सैकड़ों जिंदगियां लील गया. ये वक्त इंडोनेशिया के लिए किसी मौत से जंग लड़ने से कम नहीं है.

जब कभी इस सुनामी की बात होगी, तो ये तस्वीर लोगों को याद जरूर आएगी.

मारे गए 800 से भी अधिक लोग

शुक्रवार को इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर 7.5 की तीव्रता का भूकंप आया, जिसने देखते ही देखते भयानक सुनामी का रूप ले लिया. इसकी चपेट में पालू और डोंगलाला शहर आए हैं, जिनमें अधिकतर लोग पालू शहर के हैं, जहां पर 10 फुट तक ऊंची लहरों ने तबाही मचाई थी. यहां आपको बता दें कि पालू शहर की आबादी करीब 3.5 लाख है. ऐसे में माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ेगी. रविवार तक मिले आंकड़ों के अनुसार करीब 832 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें 11 डोंगलाला के हैं, और 821 लोग पालू प्रांत के हैं.

रविवार तक मिले आंकड़ों के अनुसार करीब 832 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है.

ये वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देंगे

किसी घटना का सबसे भयावह पहलू होता है, उसे अपनी आंखों से देखना. इंडोनेशिया में मची तबाही के कई नजारे मोबाइल कैमरों में कैद हुए और इंटरनेट पर वायरल हैं. इन वीडियो में देखकर आप समझ सकते हैं कि तबाही से पहले लोगों में घबराहट का क्या आलम था. बहुत से लोग तो ऐसे थे, जिन्हें मालूम भी नहीं था कि चंद मिनटों में मौत उनके सामने मुंह बाए खड़ी होगी और अपने आगोश में ले लेगी. लोगों की चीख-पुकार आपके रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी है.

सुनामी के बाद अब लूट-पाट शुरू

जहां एक ओर भयानक सुनामी की वजह से सब कुछ तबाह हो गया. घर, मॉल, सड़कें, गाड़ियां सब कुछ सुनामी की भेंट चढ़ गए, वहीं अब इस सुनामी का फायदा उठाते हुए बहुत से लोग लूट-पाट पर भी उतारू हो चुके हैं. मॉल और बाजारों की बंद दुकानों को तोड़कर लोगों ने सामान लूटना शुरू कर दिया है.

'रिंग ऑफ फायर' पर है इंडोनेशिया

ऐसा नहीं है कि इंडोनेशिया ने पहली बार कोई आपदा झेली हो. पिछले ही महीने 5 अगस्त को इंडोनेशिया के लॉमबोक में 7.0 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी वजह से 460 से भी अधिक लोगों की मौत हो गई थी. सबसे भयावह स्थिति तो 2004 में थी, जब भूकंप के बाद हिंद महासागर में ऐसी सुनामी आई थी, जिसने करीब 2,26,000 लोगों की जान ले ली थी. मरने वालों में करीब सवा लाख लोग तो सिर्फ इंडोनेशिया के ही रहने वाले थे. आपको बता दें कि 'रिंग ऑफ फायर' पर होने की वजह से इंडोनेशिया में अक्सर ही भूकंप आते रहते हैं. रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर की घाटी का एक मुख्य हिस्सा है, जो करीब 40,000 किलोमीटर का है. इस पर भूकंप आते रहते हैं और ज्वालामुखी भी फटते रहते हैं.

इससे पहले 7 दिसंबर 2016 को सुमात्रा में भूकंप ने 104 लोगों की जान ली थी, 7 फरवरी 2013 को सुमात्रा में ही भूकंप से करीब 43 लोग मारे गए थे. इतना ही नहीं, इससे पहेल सुमात्रा में ही 25 अक्टूबर 2010 को 408 लोग, 30 सितंबर 2009 को सुमात्रा में आए भूकंप से करीब 1,115 लोग मारे गए थे.

इंडोनेशिया में इस बार आए भूकंप के बाद सुनामी इतनी तेजी से आई, कि लोग संभल भी नहीं पाए. बहुत से लोगों को तो आस-पास की ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों ने आवाज दे-देकर बताया और जान बचाने के लिए ऊपर चढ़ने तक को कहा. सरकार ने भी सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया था. लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद बहुत से लोग इस सुनामी की भेंट चढ़ गए. हर आपदा की तरह इस बार भी एक मासूम की तस्वीर इस सुनामी का निशान बन गई. जब कभी इस सुनामी की बात होगी, तो ये तस्वीर लोगों को याद जरूर आएगी.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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