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करें लोगों को आगाह... इस तरह दिया जाता है ब्लू व्हेल चैलेंज!

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 20 अगस्त, 2017 05:40 PM
  • 20 अगस्त, 2017 05:40 PM
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आखिर कैसे ये ब्लू व्हेल गेम आप तक पहुंचता है, कैसे हो सकता है वायरल, क्यों सोशल मीडिया की एक साधारण सी पोस्ट आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है? चलिए जानते हैं इन सवालों के जवाब...

ब्लू व्हेल गेम अब खुद एक परेशानी बनता जा रहा है. भारत सहित पूरी दुनिया में इस गेम के चलते बच्चों और वयस्कों की मौत की खबरें आ रही हैं. सभी को ये पता है कि इस गेम में 50 दिन में 50 काम करने होते हैं और 50वें दिन का काम सुसाइड करना होता है. गेम की शुरुआत में अजीबोगरीब काम दिए जाते हैं जैसे शुरुआत में कोई अजीब गाना सुनना, रात में जागना और धीरे-धीरे ये खुद को नुकसान पहुंचाने की लिमिट पर पहुंच जाता है.

क्या डाउनलोड किया जा सकता है गेम...

ये गेम डाउनलोड नहीं किया जा सकता है. कई यूजर्स ऑऩलाइन इस गेम को सर्च कर रहे हैं. सोशल मीडिया साइट्स पर ढूंढ रहे हैं. APK फाइल सर्च कर रहे हैं. यहां तक की इससे जुड़े एप्स भी ढूंढ रहे हैं. एक बात आपको साफ बता दूं कि ये गेम कोई सॉफ्टवेयर या एप्लिकेशन नहीं जिसे आप अपने मोबाइल फोन में डाल सकें. ये आपको पर्सनल मैसेज के जरिए मिलता है. कैसे? इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है.

कैसे बचें...

ट्विटर पर हैशटैग #bluewhalechallenge #curatorfindme #i_am_whale जैसे किसी भी हैशटैग का इस्तेमाल करने से बचें. इस गेम के जुड़े कई हैशटैग सोशल मीडिया पर चल रहे हैं और आपको उन ट्वीट्स से बचना है क्योंकि हो सकता है कि इससे कोई क्यूरेटर आप तक पहुंच जाए.

दूसरा काम ये है कि किसी भी सोशल मीडिया साइट पर कोई ऐसा टास्क न ज्वाइन करें. अगर कोई आपको ऐसा मैसेज कर रहा है तो उसकी फॉरन रिपोर्ट करें. किसी भी हाल में किसी अंजान व्यक्ति का कोई काम न करें.

अगर आपकी जान पहचान का कोई ऐसा इंसान है जो डिप्रेशन में रहता है, सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करता है, उम्र के हिसाब से टीनएज में है तो उसे इस गेम के बारे में सचेत करें ताकि वो इस तरह के किसी भी गेम से न जुड़ पाएं.

क्यों मुश्किल है...

ब्लू व्हेल गेम अब खुद एक परेशानी बनता जा रहा है. भारत सहित पूरी दुनिया में इस गेम के चलते बच्चों और वयस्कों की मौत की खबरें आ रही हैं. सभी को ये पता है कि इस गेम में 50 दिन में 50 काम करने होते हैं और 50वें दिन का काम सुसाइड करना होता है. गेम की शुरुआत में अजीबोगरीब काम दिए जाते हैं जैसे शुरुआत में कोई अजीब गाना सुनना, रात में जागना और धीरे-धीरे ये खुद को नुकसान पहुंचाने की लिमिट पर पहुंच जाता है.

क्या डाउनलोड किया जा सकता है गेम...

ये गेम डाउनलोड नहीं किया जा सकता है. कई यूजर्स ऑऩलाइन इस गेम को सर्च कर रहे हैं. सोशल मीडिया साइट्स पर ढूंढ रहे हैं. APK फाइल सर्च कर रहे हैं. यहां तक की इससे जुड़े एप्स भी ढूंढ रहे हैं. एक बात आपको साफ बता दूं कि ये गेम कोई सॉफ्टवेयर या एप्लिकेशन नहीं जिसे आप अपने मोबाइल फोन में डाल सकें. ये आपको पर्सनल मैसेज के जरिए मिलता है. कैसे? इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है.

कैसे बचें...

ट्विटर पर हैशटैग #bluewhalechallenge #curatorfindme #i_am_whale जैसे किसी भी हैशटैग का इस्तेमाल करने से बचें. इस गेम के जुड़े कई हैशटैग सोशल मीडिया पर चल रहे हैं और आपको उन ट्वीट्स से बचना है क्योंकि हो सकता है कि इससे कोई क्यूरेटर आप तक पहुंच जाए.

दूसरा काम ये है कि किसी भी सोशल मीडिया साइट पर कोई ऐसा टास्क न ज्वाइन करें. अगर कोई आपको ऐसा मैसेज कर रहा है तो उसकी फॉरन रिपोर्ट करें. किसी भी हाल में किसी अंजान व्यक्ति का कोई काम न करें.

अगर आपकी जान पहचान का कोई ऐसा इंसान है जो डिप्रेशन में रहता है, सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करता है, उम्र के हिसाब से टीनएज में है तो उसे इस गेम के बारे में सचेत करें ताकि वो इस तरह के किसी भी गेम से न जुड़ पाएं.

क्यों मुश्किल है गेम ब्लॉक करना...

भारत में सरकार ने गूगल और फेसबुक से इस गेम के लिंक बैन करने को कहा है, लेकिन ये इतना आसान नहीं है. कारण ये है कि ये गेम किसी लिंक में, किसी एप में या किसी APK फाइल में नहीं मिलता है बल्कि ये गेम पर्सनल मैसेज के जरिए भेजा और खेला जाता है. सोशल मीडिया पर आपको किसी भी तरह से पर्सनल मैसेज भेजा जा सकता है.

कैसे शुरू हुआ...

ये सनकी गेम रशिया के एक 22 साल के लड़के ने इजाद किया था जिसे सर्बियन कोर्ट ने 3 साल की सजा दी है. इसी के साथ दो और लोगों को ये गेम सर्कुलेट करने के जुर्म में सजा मिली है. इस गेम के कारण पहले ही 130 लोगों की मौत हो चुकी है और लड़के के बयानों को मानें तो 28 और लोग किसी भी वक्त अपनी जान दे सकते हैं.

कहां से हुआ वायरल...

दरअसल, ये सब सोशल मीडिया का असर है. रशिया की लोकप्रिय सोशल मीडिया वेबसाइट vk.com का इस्तेमाल किया गया था इस खतरनाक गेम को सर्कुलेट करने के लिए. ये गेम उन लोगों को टार्गेट करने के लिए बनाया गया था जिन्हें आसानी से बहकाया जा सके. आपको बता दूं कि इस साइट पर कई ऐसे ग्रुप हैं जिन्होंने आत्महत्या को ग्लैमराइज यानि चकाचौंध भरा बना दिया है. इस साइट पर कई डेथ ग्रुप्स हैं जहां एक जैसी सोच वाले लोग आत्महत्या और हत्या के बारे में बात करते हैं. इस गेम को जब शुरू किया गया था तो इसे खेलने के लिए आपको रशियन आनी जरूरी थी, लेकिन अब नहीं है. इस गेम को शुरू करने वाले लोगों को क्यूरेटर कहा जाता है और आपको क्यूरेटर आपकी किसी भी ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या इंस्टाग्राम फोटो के जरिए ढूंढ सकता है. वैसे तो जिन लोगों ने ये गेम शुरू किया था वो गिरफ्तार हो चुके हैं और अब तक 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन ये नहीं कहा जा सकता कि हाल में ही कितने लोग अपनी जान देने को तैयार होंगे.

कुल मिलाकर सोशल मीडिया पर आप क्या कर रहे हैं, क्या चल रहा है इसपर सिर्फ आपकी और आपके दोस्तों की नजर नहीं होती बल्कि आपको और भी बहुत से लोग ट्रेस कर रहे होते हैं. तो जो भी करें ध्यान से करें.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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