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Coronavirus disease से बचाव के 5 उपाय जो साथ रखे जा सकते हैं

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 03 मार्च, 2020 03:40 PM
  • 03 मार्च, 2020 03:40 PM
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कोरोना वायरस (Coronavirus disease) के मामले अब भारत (India) में भी आने शुरू हो गए हैं. जैसा इस बीमारी (Disease) का प्रकोप है भारत में भी इसे लेकर गफलत बनी हुई है. आइये नजर डालें उन छोटी छोटी चीजों को जिन्हें अगर हमने अपना लिया तो हम खुद को इस जानलेवा बीमारी से बचा सकते हैं.

साउथ कोरिया (South Korea), इटली (Italy), ईरान (Iran), जापान (Japan), फ्रांस (France), जर्मनी (Germany), स्पेन (Spain), यूएसए (SA) और अब भारत (India). पूरे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. कोरोना वायरस जो पहले सिर्फ चीन (China) तक महदूद था, अब उसने अपना दायरा बढ़ा लिया है. दुनिया के तमाम मुल्क इसकी चपेट में आ चुके हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो मिलता है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के 90,933 मामले सामने आए हैं और 3,119 लोग इस खतरनाक बीमारी के कारण अपनी जान से हाथ धो (Coronavirus Death) बैठे हैं.  इस जानलेवा बीमारी का शिकार हुए 48,224 लोगों को सही समय पर इलाज मिला और इनकी जिंदगियां बच गई मगर इसके बावजूद कोरोना वायरस को लेकर गफलत बनी हुई है. दुनिया के तमाम मुल्क इसी कोशिश में हैं कि कैसे भी करके इस बीमारी को फैलने से रोक लिया जाए (Precautions to stop Coronavirus) और लोगों की जान बचा ली जाए. जैसे जैसे एक के बाद एक दुनिय भर में बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं भारत में भी लोगों में इस बीमारी के प्रति फ़िक्र बढ़ी है (Coronavirus impact in India). समाधान तलाशे जा रहे हैं. पता लगाया जा रहा है कि वो कौन कौन से तरीके हैं जिनको अपनाकर इस बीमारी को करारी शिकस्त दी जा सकती है.

कोरोना वायरस की दहशत अब भारत में भी फैल गई है और तमाम मामले हमारे सामने आ गए हैं

बता दें कि चीन से बाहर 9 गुना तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस दिल्ली पहुंच चुका है. दिल्ली के अलावा भारत में कोरोना वायरस के दो मामले तेलंगाना में मिले हैं. भारत में कुल पांच लोग इस बीमारी की चपेट में बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस अपनी प्रारंभिक स्टेज में है. इस स्थिति में इससे बचना आसान है. आइये नजर डालें उन तरीकों पर...

साउथ कोरिया (South Korea), इटली (Italy), ईरान (Iran), जापान (Japan), फ्रांस (France), जर्मनी (Germany), स्पेन (Spain), यूएसए (SA) और अब भारत (India). पूरे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. कोरोना वायरस जो पहले सिर्फ चीन (China) तक महदूद था, अब उसने अपना दायरा बढ़ा लिया है. दुनिया के तमाम मुल्क इसकी चपेट में आ चुके हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो मिलता है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के 90,933 मामले सामने आए हैं और 3,119 लोग इस खतरनाक बीमारी के कारण अपनी जान से हाथ धो (Coronavirus Death) बैठे हैं.  इस जानलेवा बीमारी का शिकार हुए 48,224 लोगों को सही समय पर इलाज मिला और इनकी जिंदगियां बच गई मगर इसके बावजूद कोरोना वायरस को लेकर गफलत बनी हुई है. दुनिया के तमाम मुल्क इसी कोशिश में हैं कि कैसे भी करके इस बीमारी को फैलने से रोक लिया जाए (Precautions to stop Coronavirus) और लोगों की जान बचा ली जाए. जैसे जैसे एक के बाद एक दुनिय भर में बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं भारत में भी लोगों में इस बीमारी के प्रति फ़िक्र बढ़ी है (Coronavirus impact in India). समाधान तलाशे जा रहे हैं. पता लगाया जा रहा है कि वो कौन कौन से तरीके हैं जिनको अपनाकर इस बीमारी को करारी शिकस्त दी जा सकती है.

कोरोना वायरस की दहशत अब भारत में भी फैल गई है और तमाम मामले हमारे सामने आ गए हैं

बता दें कि चीन से बाहर 9 गुना तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस दिल्ली पहुंच चुका है. दिल्ली के अलावा भारत में कोरोना वायरस के दो मामले तेलंगाना में मिले हैं. भारत में कुल पांच लोग इस बीमारी की चपेट में बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस अपनी प्रारंभिक स्टेज में है. इस स्थिति में इससे बचना आसान है. आइये नजर डालें उन तरीकों पर जिनको अगर अपनी जिंदगी में शुमार कर लिया तो इस खतरनाक वायरस को बड़ी ही आसानी के साथ पराजित किया जा सकता है.

हाथ धोते रहिये लेकिन साबुन से

अंग्रेजी में एक कहावत है कि 'Precaution is better than cure' यानी एहतियात इलाज से बेहतर है. सावधानी बरती जाए तो इस जानलेवा बीमारी के प्रकोप से बड़ी ही आसानी के साथ बचा जा सकता है.

क्योंकि कोरोना वायरस के फैलने की एक बड़ी वजह संक्रमण है इसलिए जब भी आप कहीं जाइए या फिर कहीं से आइये तो हाथ ज़रूर धोते रहिये और इसके लिए साबुन का इस्तेमाल करिए.

हाथ धोते वक़्त इस बात का पूरा ध्यान रखिये कि आप अपने हाथ सिर्फ एक फॉर्मेलिटी के तहत न धो रहे हों. डॉक्टर्स की मानें तो हाथ धोने की अवधि कम से कम एक मिनट हो. साफ़ सीधे शब्दों में कहें तो जब आप हाथ धो रहे हों तो ख्याल रहे की आपके हाथ पर साबुन कम से कम एक मिनट लगा हो.

अल्कोहल बेस वाला हैंड सेनेटाइजर

जैसे जैसे कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने की खबरें आई पूरी दुनिया इस गंभीर और जानलेवा बीमारी को लेजकर गंभीर हुई और इसके निवारण के लिए तमाम तरह के शोध शुरू हुए. डॉक्टर्स ने अपने शोध में पाया है कि अगर व्यक्ति रोजाना के काम करने के दौरान हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करता रहे तो संक्रमण को फैलाने से आसानी से रोका जा सकता है.

ध्यान रहे कि हैंड सेनेटाइजर में अल्कोहल होता है और शोध यही कहते हैं कि अगर किसी भी काम के करने  के फ़ौरन बाद हाथों को अल्कोहल बेस वाले हैंड सेनेटाइजर से साफ़ कर लिया जाए तो इस बीमारी को आसानी से शिकस्त दी जा सकती है.

मास्क लगाकर निकलें

बीमारी या ये कहें कि संक्रमण कभी भी कहीं भी हो सकता है तो इसका मतलब ये भी नहीं हुआ कि व्यक्ति अपना काम धंधा छोड़कर घर पर बैठ जाए. छोटे से लेकर बड़े काम तक जब भी आप अपने घर से निकालिए तो इस बात का ख्याल रखिये कि आपके पास मास्क हो और अपने उसे धारण करा हो.

जैसा कि हम उपरोक्त बता चुके हैं यदि सावधानी बरती जाए तो अनचाही मुसीबत को खुद तक पहुंचने से पहले ही रोका जा सकता है. बता दें कि मास्क को लेकर डॉक्टर्स का भी यही तर्क है कि ये संक्रमण को काफी हद तक रोकता है.

जितना हो सके हाथ मिलाना कम करिए

ये बिंदु थोड़ा विचलित कर सकता है मगर कोरोना वायरस के मामले में ये एक ऐसा सत्य है जिसे किसी भी सूरत में नकारा या खारिज नहीं किया जा सकता है. बता दें कि इस मुश्किल घड़ी में दुनिया के तमाम मुल्क हाथ मिलाने से रार्हेज करते नजर आ रहे हैं.

कोरोना के संक्रमण को लेकर दुनिया में किस हद तक दहशत है इसे हम श्रीलंका गई इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के रवैये से भी समझ सकते हैं. इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा है कि उनके साथ खिलाड़ी अपने इस दौरे पर श्रीलंका के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाएंगे.

उन्होंने ये भी कहा है कि टीम के किसी भी खिलाड़ी को संक्रमण न हो इसलिए हम बतौर शिष्टाचार 'फिस्ट बंप' देंगे. साथ ही टीम ओ इस बात की हिदायत भी दी गई है कि वो नियमित रूप से हाथ धोए और हर समय अपने साथ एंटी-बैक्टीरियल वाइप्स और जैल रखे और समय समय पर उसका उपयोग करे.

बुखार होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें

हम भारतीयों में एक बहुत बुरी आदत है कि बीमार पड़ने की स्थिति में हम खुद डॉक्टर बन जाते हैं और अपना इलाज खुद से करने लग जाते हैं. अगर आप बीमार पड़ते हैं तो पैनिक करने की जरूरत नहीं है आप डॉक्टर से मिलें और जैसा वो कहता है वैसा करें. ध्यान रहे कि सावधानी ही आपको बीमारी से बचा सकती है औरजब बात खुद की सेहत की हो तो उससे किसी भी सूरत में समझौता नहीं करें.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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