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काश! आंध्र के गांजा तस्कर समझते पुष्पा भाऊ वन एंड ओनली हैं

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 29 नवम्बर, 2022 04:40 PM
  • 29 नवम्बर, 2022 04:40 PM
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आंध्र प्रदेश में 130 किलो के गांजे को बोलेरो में पुष्पा स्टाइल में एक्सपोर्ट कर रहे तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तस्करों को समझना चाहिए कि पुष्पा भाऊ, पुष्पा भाऊ थे. हर उठाया गीरा उनके जैसा नहीं हो सकता.

रहा होगा कभी वो दौर जब फ़िल्में समाज का आईना थीं. आज जैसे हालात हैं लोग फ़िल्में देख रहे हैं. उनसे सीख रहे हैं और उसे अपने जीवन में शामिल कर रहे हैं. कहीं दूर क्या ही जाना अभी बीते दिनों आई सुपर डुपर हिट अल्लू अर्जुन स्टारर फिल्म पुष्पा द राइज को ही देख लीजिये. इस फिल्म का आना भर था क्या इंस्टाग्राम रील्स क्या अपराध की दुनिया हर जगह पुष्पा भाऊ का जलवा है. वाक़ई जिस तरह का रोल पुष्पा द राइज में अल्लू अर्जुन ने किया है लगा ही नहीं अल्लू पर्दे पर एक्टिंग कर रहे हैं. महसूस यही हुआ कि कोई चन्दन तस्कर है जो बार-बार लगातार अपने दिमाग से पुलिस और प्रशासन को चकमा दे रहा है. जैसा कि हम ऊपर ही इस बात को जाहिर कर चुके हैं छोटे बड़े शहरों के अलग अलग 'भाई' अपने को पुष्पा भाऊ समझ रहे हैं कभी कभी भूल चूक लेनी देनी हो जा रही है और लेने के देने कुछ वैसे ही हो रहे हैं जैसा आंध्र प्रदेश में देखने को मिला.

आंध्र प्रदेश पुलिस ने अभी बीते दिन अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से 130 किलोग्राम गांजा जब्त किया है. अमूमन पुलिस इस तरह के गुड वर्क देश के अलग अलग हिस्सों में हर रोज ही करती है. कई बार इनका जिक्र होता है कई बार नहीं लेकिन जो कुछ भी अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में हुआ वो इसलिए भी रोचक है क्योंकि अपने को अल्लू अर्जुन और पुष्पा द राइज का फैन कहने वाले तस्करों ने गांजे की तस्करी में उसी टेक्नीक को अंजाम दिया जैसा हमने पुष्पा मूवी में देखा.

आंध्र प्रदेश में 130 किलो के गांजे की तस्करी करते तस्करों को समझ में आ गया होगा कि पुष्पा भाऊ बनना इतना भी आसान नहीं है 

बताया जा रहा है कि आरोपियों ने तस्करी के लिए बोलेरो वाहन के शीर्ष हिस्से को चुना. इन्होने भी वैसे ही गांजा छिपा रखा था जैसे...

रहा होगा कभी वो दौर जब फ़िल्में समाज का आईना थीं. आज जैसे हालात हैं लोग फ़िल्में देख रहे हैं. उनसे सीख रहे हैं और उसे अपने जीवन में शामिल कर रहे हैं. कहीं दूर क्या ही जाना अभी बीते दिनों आई सुपर डुपर हिट अल्लू अर्जुन स्टारर फिल्म पुष्पा द राइज को ही देख लीजिये. इस फिल्म का आना भर था क्या इंस्टाग्राम रील्स क्या अपराध की दुनिया हर जगह पुष्पा भाऊ का जलवा है. वाक़ई जिस तरह का रोल पुष्पा द राइज में अल्लू अर्जुन ने किया है लगा ही नहीं अल्लू पर्दे पर एक्टिंग कर रहे हैं. महसूस यही हुआ कि कोई चन्दन तस्कर है जो बार-बार लगातार अपने दिमाग से पुलिस और प्रशासन को चकमा दे रहा है. जैसा कि हम ऊपर ही इस बात को जाहिर कर चुके हैं छोटे बड़े शहरों के अलग अलग 'भाई' अपने को पुष्पा भाऊ समझ रहे हैं कभी कभी भूल चूक लेनी देनी हो जा रही है और लेने के देने कुछ वैसे ही हो रहे हैं जैसा आंध्र प्रदेश में देखने को मिला.

आंध्र प्रदेश पुलिस ने अभी बीते दिन अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से 130 किलोग्राम गांजा जब्त किया है. अमूमन पुलिस इस तरह के गुड वर्क देश के अलग अलग हिस्सों में हर रोज ही करती है. कई बार इनका जिक्र होता है कई बार नहीं लेकिन जो कुछ भी अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में हुआ वो इसलिए भी रोचक है क्योंकि अपने को अल्लू अर्जुन और पुष्पा द राइज का फैन कहने वाले तस्करों ने गांजे की तस्करी में उसी टेक्नीक को अंजाम दिया जैसा हमने पुष्पा मूवी में देखा.

आंध्र प्रदेश में 130 किलो के गांजे की तस्करी करते तस्करों को समझ में आ गया होगा कि पुष्पा भाऊ बनना इतना भी आसान नहीं है 

बताया जा रहा है कि आरोपियों ने तस्करी के लिए बोलेरो वाहन के शीर्ष हिस्से को चुना. इन्होने भी वैसे ही गांजा छिपा रखा था जैसे हम पुष्पा फिल्म में देख चुके हैं. मामले के तहत जो जानकारी पुलिस से मिली है उसके अनुसार आरोपियों ने फिल्म पुष्पा: द राइज में दिखाई गई तस्करी का अनुकरण करने की कोशिश की. उन्होंने गाड़ी में एक विशेष शेल्फ स्थापित करके गांजे को वाहन के शीर्ष भाग में संग्रहीत किया था. वे राज्य की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे.

पुलिस के पास इस मामले की जानकारी थी. इसी को आधार बनाकर उन्होंने एक बोलेरो को रोका और जब गाड़ी की जांच हुई तो , एसईबी पुलिस ने गाड़ी में 130 किलोग्राम गांजा पाया जिसे उन्होंने जब्त कर लिया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान पांगी महेश्वर और रमेश के रूप में हुई है और दोनों ही आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं.

बहरहाल भले ही ये पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी हो लेकिन सवाल ये है कि आखिर आरोपी ये कैसे भूल गए कि अगर अल्लू अर्जुन की हालिया रिलीज फिल्म पुष्पा द राइज उन्होंने देखी है तो हो ये भी सकता है कि पुलिस वालों ने भी इसे देखा हो और जान लिया हो कि अपने मकसद को अमली जामा पहनाने के लिए अपराधी किस सीमा पर जा सकते हैं.

चूंकि आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने इस पूरे मामले की हैप्पी एंडिंग कर दी है. हम भी बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि 130 किलो के गांजे को पुष्पा स्टाइल में एक्सपोर्ट कर रहे तस्करों को समझना चाहिए कि पुष्प भाऊ, पुष्पा भाऊ थेऔर हर उठाया गीरा उनके जैसा नहीं हो सकता. वो बने फिर उन्हें बनाने के बाद भगवान ने उस सांचे को तोड़ दिया उस मिटटी को फ़ेंक दिया जिससे उनका निर्माण किया गया था.

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