• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

रेपिस्ट के लिए फांसी से ज्यादा कारगर सजा भी मुमकिन है!

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 13 जून, 2019 06:52 PM
  • 13 जून, 2019 06:52 PM
offline
बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ अमेरिका के अलाबामा में एक सख्त कानून को मंजूरी मिल गई है. इस कानून के तहत बच्चों का यौन शोषण करने के दोषियों को नपुंसक बनाने वाला इंजेक्शन लगा दिया जाएगा.

आज बालश्रम का विरोध करने का दिन (World Day Against Child Labour) है. नेता से लेकर राजनेता तक ट्विटर पर बालश्रम के विरोध में आवाज उठा रहे हैं. जहां एक ओर पूरी दुनिया बालश्रम के विरोध में खड़ी है, वहीं दूसरी ओर, बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ अमेरिका के अलाबामा में एक सख्त कानून को मंजूरी मिल गई है. इस कानून के तहत बच्चों का यौन शोषण करने के दोषियों को नपुंसक बनाने वाला इंजेक्शन लगा दिया जाएगा. हालांकि, ये स्थाई नहीं होगा, बल्कि कुछ शर्तों को ध्यान में रखते हुए होगा.

इस नए कानून के तहत अलाबामा में 13 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ रेप करने वाले शख्स को अगर जेल से छुट्टी दी जाती है यानी पेरोल मिलता है तो उस स्थिति में उसे ये इंजेक्शन लगाया जाएगा. इस इंजेक्शन से कुछ समय के लिए व्यक्ति में नपुंसकता आ जाएगी और वह रेप करने की सोच भी नहीं सकेगा. अलाबामा के इस कानून से बच्चों के साथ रेप करने वालों पर कुछ हद तक लगाम तो लग जाएगी, लेकिन ये कानून भी अपने आप में कई सवालों के घेरे में खड़ा है. हालांकि, इसमें अच्छी बातें अधिक हैं. वैसे भी, बच्चों के साथ रेप करने वालों को सजा जब तक सख्त नहीं मिलेगी, अपराध रुकेंगे नहीं.

बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ अमेरिका के अलाबामा में एक सख्त कानून को मंजूरी मिल गई है.

दोषी को ही देना होगा सारा खर्च

ये कानून इसलिए बनाया गया है ताकि दोषी व्यक्ति जेल से छुट्टी लेकर बाहर जाकर फिर से वैसा ही अपराध ना करे. जितने समय तक कोई दोषी पैरोल पर बाहर रहे, उसे ये ट्रीटमेंट लेते रहना होगा. आपको बता दें कि इसे लेते रहते से भी किसी के स्वास्थ्य पर नपुंसकता का स्थायी असर नहीं पड़ेगा. अगर उसने ऐसा करना बंद किया तो वो एक अलग अपराध होगा, जिसके लिए अलग से सजा है. ऐसा करने पर क्लास सी के तहत दोषी पाया जाएगा और 10 साल तक की...

आज बालश्रम का विरोध करने का दिन (World Day Against Child Labour) है. नेता से लेकर राजनेता तक ट्विटर पर बालश्रम के विरोध में आवाज उठा रहे हैं. जहां एक ओर पूरी दुनिया बालश्रम के विरोध में खड़ी है, वहीं दूसरी ओर, बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ अमेरिका के अलाबामा में एक सख्त कानून को मंजूरी मिल गई है. इस कानून के तहत बच्चों का यौन शोषण करने के दोषियों को नपुंसक बनाने वाला इंजेक्शन लगा दिया जाएगा. हालांकि, ये स्थाई नहीं होगा, बल्कि कुछ शर्तों को ध्यान में रखते हुए होगा.

इस नए कानून के तहत अलाबामा में 13 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ रेप करने वाले शख्स को अगर जेल से छुट्टी दी जाती है यानी पेरोल मिलता है तो उस स्थिति में उसे ये इंजेक्शन लगाया जाएगा. इस इंजेक्शन से कुछ समय के लिए व्यक्ति में नपुंसकता आ जाएगी और वह रेप करने की सोच भी नहीं सकेगा. अलाबामा के इस कानून से बच्चों के साथ रेप करने वालों पर कुछ हद तक लगाम तो लग जाएगी, लेकिन ये कानून भी अपने आप में कई सवालों के घेरे में खड़ा है. हालांकि, इसमें अच्छी बातें अधिक हैं. वैसे भी, बच्चों के साथ रेप करने वालों को सजा जब तक सख्त नहीं मिलेगी, अपराध रुकेंगे नहीं.

बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ अमेरिका के अलाबामा में एक सख्त कानून को मंजूरी मिल गई है.

दोषी को ही देना होगा सारा खर्च

ये कानून इसलिए बनाया गया है ताकि दोषी व्यक्ति जेल से छुट्टी लेकर बाहर जाकर फिर से वैसा ही अपराध ना करे. जितने समय तक कोई दोषी पैरोल पर बाहर रहे, उसे ये ट्रीटमेंट लेते रहना होगा. आपको बता दें कि इसे लेते रहते से भी किसी के स्वास्थ्य पर नपुंसकता का स्थायी असर नहीं पड़ेगा. अगर उसने ऐसा करना बंद किया तो वो एक अलग अपराध होगा, जिसके लिए अलग से सजा है. ऐसा करने पर क्लास सी के तहत दोषी पाया जाएगा और 10 साल तक की जेल के साथ-साथ 15 हजार डॉलर तक का जुर्माना भी लगेगा. जो लोग ये इंजेक्शन लगवाने से मना करेंगे, उन्हें जेल से छुट्टी ही नहीं मिलेगी.

कुछ इस बिल को कह रहे 'अमानवीय'

इस बिल का प्रस्ताव रखने वाले स्टीव हर्स्ट कहते हैं कि कुछ लोगों ने उनसे कहा कि किसी शख्स को कैमिकल देकर नपुंकस बनाना अमानवीय नहीं है? इस पर वह बोले- 'मैंने उनसे कहा, इसे ज्यादा अमानवीय क्या होगा कि आप एक छोटे बच्चे का यौन शोषण करते हैं, जबकि वो बच्चा ना भाग सकता है ना ही खुद अपनी रक्षा कर सकता है और उसे इन सबसे गुजरना पड़ता है.' ऐसे बिल को अमानवीय कहने वाले शायद बच्चों के बारे में नहीं सोच रहे, वह सिर्फ उस शख्स के बारे में सोच रहे हैं, जिसे इंजेक्शन दिया जा रहा है.

सवाल, जो खड़े हो रहे हैं

इस बिल की अगर तारीफें हो रही हैं, तो इस पर कुछ सवाल भी खड़े हो रहे हैं. एक तो ये कि ये जरूरी नहीं कि इस इंजेक्शन के बार व्यक्ति की सेक्स की इच्छा खत्म हो ही जाए. अलग-अलग व्यक्तियों पर इसका असर अलग-अलग हो सकता है. वहीं दूसरी ओर इस पर एक सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि किसी को इंजेक्शन लगाकर नपुंसक बना देने भर से उसे अपराध करने से रोकना संभव नहीं है. कई बार सिर्फ सेक्स के लिए ही यौन शोषण नहीं किया जाता, बल्कि अपनी ताकत दिखाने या किसी को सबक सिखाने के मकसद से भी ऐसा किया जाता है. ये भी कहा जा रहा है कि ऐसी स्थिति में व्यक्ति इस तरह से मेडिकेशन से बचने के लिए फरार भी हो सकता है, जो समाज के लिए और भी बड़ा खतरा साबित हो सकता है.

इस बिल पर सवाल तो कई उठ रहे हैं, लेकिन कुछ आंकड़े ऐसे हैं, जो इस बिल को सही साबित करते हैं. अमेरिका में 2016 में करीब 57,000 बच्चे यौन शोषण का शिकार हुए थे. 93 फीसदी मामलों में ये पाया गया था कि बच्चों के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करने वाले बच्चों के ही परिचित थे. एक छोटी बच्ची के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करने वालों को नपुंसकता का इंजेक्शन लगाने का बिल लाने वाले हर्स्ट वही शख्स हैं जो इससे पहले सर्जरी के जरिए रेप के दोषियों को नपुंसक बनाने का प्रस्ताव कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें-

Hrithik की बहन Sunaina Roshan की परेशानी मानसिक नहीं सामाजिक है

Income Tax की रेड करने वालों पर Modi की रेड भारी पड़ी

जी नहीं, फांसी चढ़ाने से रेप नहीं रुकेंगे बल्कि महिलाओं के लिए खतरा बढ़ जाएगा


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲