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तानाशाह मुशर्रफ ने जो कांटे बोए, बीमारी में गुलाब कहां मिलता?

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 05 मार्च, 2021 07:34 PM
  • 05 मार्च, 2021 07:34 PM
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पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हालिया तस्वीरें सामने आई हैं जिनको देखकर अफसोस होता है और ख्याल आता है कि परवेज क्या थे और क्या से क्या हो गए देखते- देखते. बाकी जैसा आम पाकिस्तानी आवाम का रुख है किसी की नजर में वो औलिया हैं, तो किसी की नजर में शैतान.

भगवान बुद्ध ने कहा था कि, 'मनुष्य अपने कर्मों का स्वामी है. वह अपने कर्मों से ही उत्पन्न होता है अपने कर्मों के बंधन में बंधता है और अपने ही कर्मों की विरासत पाता है. बुद्ध ये भी कहते हैं कि मनुष्य के कर्म ही उसके शरणदाता है. यदि कर्म शुभ हुआ तो परिणाम शुध्द होंगे और अगर कर्म अशुभ हैं तो नतीजा अशुभ आएगा. बुद्ध ने ये बात बहुत पहले कह दी थी कि जो कुछ हमें भोगना पड़ता है वह हमारे ही किये का फल है.' सवाल होगा कि हम आध्यात्मिक क्यों हो रहे हैं? कारण हैं पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ. किसी जमाने में पाकिस्तान को अपने इशारे पर नचाकर पूरे विश्व की राजनीति को प्रभावित करने वाले परवेज मुशर्रफ वर्तमान में एक ऐसी ज़िन्दगी जी रहे हैं जिसे सोचने मात्र से रौंगटे खड़े हो जाते हैं. परवेज मुशर्रफ की एक तस्वीर इंटरनेट पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रही है. तस्वीर में जैसी हालत मुशर्रफ की है उसे देखकर दया आती है और मन यही होता है कि ईश्वर किसी को भी ऐसा दिन न दिखाए. मुशर्रफ व्हीलचेयर पर हैं और काफी कमजोर नजर आ रहे हैं.

दुबई में इलाज करा रहे पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की वो तस्वीर जो कई मायनों में दयनीय है

बताते चलें कि मुशर्रफ की इस तस्वीर को पाकिस्तान की ऑल पार्टीज मुस्लिम लीग ने शेयर किया है और उनकी अच्छी सेहत और सलामती की दुआ की है. ट्विटर पर इस तस्वीर पर रिएक्शन्स का सैलाब आया हुआ है और मुशर्रफ की इस हालत पर भी लोग आलोचना से बाज नहीं आ रहे हैं. लोगों का मत है कि मुशर्रफ वो व्यक्ति हैं जिन्होंने पूरे पाकिस्तान को अमेरिका के हाथों में सौंप दिया. मुशर्रफ को लेकर ख़ुद पाकिस्तान के लोगों का मानना है कि यदि मुल्क आज तंगहाली और मुफलिसी की ज़िंदगी जी रहा है...

भगवान बुद्ध ने कहा था कि, 'मनुष्य अपने कर्मों का स्वामी है. वह अपने कर्मों से ही उत्पन्न होता है अपने कर्मों के बंधन में बंधता है और अपने ही कर्मों की विरासत पाता है. बुद्ध ये भी कहते हैं कि मनुष्य के कर्म ही उसके शरणदाता है. यदि कर्म शुभ हुआ तो परिणाम शुध्द होंगे और अगर कर्म अशुभ हैं तो नतीजा अशुभ आएगा. बुद्ध ने ये बात बहुत पहले कह दी थी कि जो कुछ हमें भोगना पड़ता है वह हमारे ही किये का फल है.' सवाल होगा कि हम आध्यात्मिक क्यों हो रहे हैं? कारण हैं पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ. किसी जमाने में पाकिस्तान को अपने इशारे पर नचाकर पूरे विश्व की राजनीति को प्रभावित करने वाले परवेज मुशर्रफ वर्तमान में एक ऐसी ज़िन्दगी जी रहे हैं जिसे सोचने मात्र से रौंगटे खड़े हो जाते हैं. परवेज मुशर्रफ की एक तस्वीर इंटरनेट पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रही है. तस्वीर में जैसी हालत मुशर्रफ की है उसे देखकर दया आती है और मन यही होता है कि ईश्वर किसी को भी ऐसा दिन न दिखाए. मुशर्रफ व्हीलचेयर पर हैं और काफी कमजोर नजर आ रहे हैं.

दुबई में इलाज करा रहे पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की वो तस्वीर जो कई मायनों में दयनीय है

बताते चलें कि मुशर्रफ की इस तस्वीर को पाकिस्तान की ऑल पार्टीज मुस्लिम लीग ने शेयर किया है और उनकी अच्छी सेहत और सलामती की दुआ की है. ट्विटर पर इस तस्वीर पर रिएक्शन्स का सैलाब आया हुआ है और मुशर्रफ की इस हालत पर भी लोग आलोचना से बाज नहीं आ रहे हैं. लोगों का मत है कि मुशर्रफ वो व्यक्ति हैं जिन्होंने पूरे पाकिस्तान को अमेरिका के हाथों में सौंप दिया. मुशर्रफ को लेकर ख़ुद पाकिस्तान के लोगों का मानना है कि यदि मुल्क आज तंगहाली और मुफलिसी की ज़िंदगी जी रहा है तो इसकी एक बड़ी और अहम वजह पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ हैं.

जिक्र ऑल पार्टी मुस्लिम लीग का हुआ है तो बता दें कि मुशर्रफ की इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है कि हम आप सब से अपील करते हैं कि मुशर्रफ की सेहत के लिए दुआ करें.

क्यों कि इस ट्वीट पर पाकिस्तान के लोगों का गुस्सा कुछ ज्यादा ही फूटा था तो बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया. बाद में इस तस्वीर को पाकिस्तान के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर चौधरी फवाद हुसैन ने भी इस तस्वीर को शेयर किया और मुशर्रफ की मौजूदा हालत के मद्देनजर लिखा कि आपके लिए अच्छी सेहत की कामना राष्ट्रपति जी. आपको मुस्कुराते हुए देखना सुखद था. आपने अपनी पूरी ज़िंदगी पाकिस्तान की लड़ाई लड़ी है. आपके लिए प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं.

गौरतलब है कि जितने समय तक मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जिसमें उनकी छवि एक तानाशाह की रही . ट्विटर पर तमाम लोग ऐसे थे जिन्होंने इस बात को एक बड़े मुद्दे की तरह लिया और कहा कि मुशर्रफ एक बेईमान राजनेता थे जिन्होंने अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए राजनीति का दुरुपयोग किया.

भले ही आज मुशर्रफ बीमार हों और अपने आखिरी दिन गिन रहे हों लेकिन जैसा रवैया आम पाकिस्तानी जनता का था उसका ये तक कहना है कि यदि आज भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खून के प्यासे हैं तो इसकी एक अहम वजह मुशर्रफ और उनकी नीतियां थीं. ध्यान रहे कि अपने मंच से मुल्क के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान तक ने परवेज मुशर्रफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि मुशर्रफ ने मुताहिदा कौमी आंदोलन के साथ मिलकर कराची शहर में 40 से ऊपर लोगों की हत्या की साजिश रची थी.

ऐसा भी नहीं था कि इस तस्वीर के सामने आने के बाद सिर्फ और सिर्फ मुशर्रफ की आलोचना ही हो रही है. ट्विटर पर जितने विरोधी हैं उतने ही समर्थक भी हैं. तमाम लोग ऐसे भी दिखे जिनका मानना था कि मुशर्रफ पाकिस्तान के उन चुनिंदा हुक्मरानों में से एक थे जिन्होंने पाकिस्तान को आंख में आंख डालकर बात करने की हिम्मत दी.

मुशर्रफ के मामले में सबसे दिलचस्प बात ये भी रही कि वो केवल पाकिस्तान ही नहीं दुनिया के उन चुनिंदा राजनेताओं में हैं जिनका राजनीतिक सफर जब ढलान पर आया तो उसने न केवल राजद्रोह का केस झेला बल्कि उन्हें 17 दिसंबर 2019 में एक स्पेशल बेंच द्वारा मृत्युदंड की सज़ा भी सुनाई गई.

फिलहाल मुशर्रफ पाकिस्तान से फरारी काट रहे हैं और इलाज के नाम पर दुबई में पनाह लिए हुए हैं. मगर उनको देखकर इस बात की पुष्टि हो जाती है कि कर्म सच में व्यक्ति को राजा से रंक और रंक को राजा बना देते हैं. बाकी बुद्ध तो पहले ही कह चुके हैं मनुष्य वही भोगता है जो उसके कर्म हैं और अपने वक़्त में एक राष्ट्रपति के रूप में मुशर्रफ के कर्म कैसे थे ये आप से और हमसे ज्यादा दुनिया जानती है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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