• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सोशल मीडिया

ये कलयुगी कालिदास हैं, अपनी डाल काटेंगे, मगर साहित्य कभी नहीं रचेंगे

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 19 जून, 2021 10:31 PM
  • 19 जून, 2021 06:21 PM
offline
कालिदास के साथ एक किस्सा जुड़ा है. जिस डाल पर बैठे थे, उसे ही काट रहे थे. पता नहीं ये बात कितनी सच है, लेकिन कलयुगी मूर्खों ने इसे जस का तस अपनाया. इन्हें देखकर कहा जा सकता है कि ये महान कालिदास से शिक्षा लेकर साहित्य सेवा तो क्या ही करेंगे?

महाकवि कालिदास ने अभिज्ञान शाकुंतलम, मेघदूतम् जैसे महान साहित्य रचे, लेकिन कलयुगी मूर्खों की बानगी देखिए. उन्होंने ऐसी करतूत को अंजाम दिया, जिससे लोगों को कालिदास का वो किस्सा याद आ गया, जिसके बारे में कहा जाता है कि वे उसी डाली को काट रहे थे, जिस पर वे बैठे थे. अफसोस के साथ ऐसी ही घटना के साथ कालिदास का नाम फिर से लिया जा रहा है.

अब आप बताओ केले के पेड़ पर कौन चढ़ता है भाई. इस वीडियो को देखर हमारी कॉलोनी के आंटी की हंसी नहीं रूकी…आप देखेंगे तो आपका दिमाग भी चकरा जाएगा. अब सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रही है. जिसे देखने के बाद लोगों ने इस शख्स को कलियुग का कालिदास बताया है. जो केले के पेड़ पर चढ़ गया और उसी की काटने लगा. इसके बाद पेड़ भी गिरा और वो महान इंसान भी. पेड़ को काटने वाले शख्स को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि आगे के पल में क्या होने वाला है.

केले के पेड़ पर कौन चढ़ता है भाई

वो जिस पेड़ पर चढ़कर जिस अंदाज में उसे काट रहा था उसने सोचा ही नहीं था कि पेड़ गिर सकता है. आ बैल मुझे मार और अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना, दोनों ही इसके सामने शर्मिंदा हैं. मेरी समझ में यह नहीं आया कि जो कहानी सुनाकर हमें बचपन में सीख दी गई, क्या इस शख्स ने यह कहानी कभी नहीं सुनी? एक बार भी नहीं...यह तो स्कूल और सिलेबल से बाहर की बात है. इसे तो गांव-गांव में खूब सुना-सुनाया जाता है. खैर, होने के तो यह भी हो सकता है कि उसे इस प्रचलित कहानी के बारे में पता हो, लेकिन उस वक्त उसका दिमाग काम ना किया हो.

ठीक वैसे ही जैसे कई बार हमारे सामने की रखी हुई चीज हमें नहीं दिखाई देती है. जैसे कई बार अपनी लिखी हुई कॉपी में मात्रा की गलती नहीं दिखाई देती है. कई बार सामने होते हुए भी चीजें ढक जाती है, क्योंकि...

महाकवि कालिदास ने अभिज्ञान शाकुंतलम, मेघदूतम् जैसे महान साहित्य रचे, लेकिन कलयुगी मूर्खों की बानगी देखिए. उन्होंने ऐसी करतूत को अंजाम दिया, जिससे लोगों को कालिदास का वो किस्सा याद आ गया, जिसके बारे में कहा जाता है कि वे उसी डाली को काट रहे थे, जिस पर वे बैठे थे. अफसोस के साथ ऐसी ही घटना के साथ कालिदास का नाम फिर से लिया जा रहा है.

अब आप बताओ केले के पेड़ पर कौन चढ़ता है भाई. इस वीडियो को देखर हमारी कॉलोनी के आंटी की हंसी नहीं रूकी…आप देखेंगे तो आपका दिमाग भी चकरा जाएगा. अब सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रही है. जिसे देखने के बाद लोगों ने इस शख्स को कलियुग का कालिदास बताया है. जो केले के पेड़ पर चढ़ गया और उसी की काटने लगा. इसके बाद पेड़ भी गिरा और वो महान इंसान भी. पेड़ को काटने वाले शख्स को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि आगे के पल में क्या होने वाला है.

केले के पेड़ पर कौन चढ़ता है भाई

वो जिस पेड़ पर चढ़कर जिस अंदाज में उसे काट रहा था उसने सोचा ही नहीं था कि पेड़ गिर सकता है. आ बैल मुझे मार और अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना, दोनों ही इसके सामने शर्मिंदा हैं. मेरी समझ में यह नहीं आया कि जो कहानी सुनाकर हमें बचपन में सीख दी गई, क्या इस शख्स ने यह कहानी कभी नहीं सुनी? एक बार भी नहीं...यह तो स्कूल और सिलेबल से बाहर की बात है. इसे तो गांव-गांव में खूब सुना-सुनाया जाता है. खैर, होने के तो यह भी हो सकता है कि उसे इस प्रचलित कहानी के बारे में पता हो, लेकिन उस वक्त उसका दिमाग काम ना किया हो.

ठीक वैसे ही जैसे कई बार हमारे सामने की रखी हुई चीज हमें नहीं दिखाई देती है. जैसे कई बार अपनी लिखी हुई कॉपी में मात्रा की गलती नहीं दिखाई देती है. कई बार सामने होते हुए भी चीजें ढक जाती है, क्योंकि अंत में हम सभी एक इंसान ही तो हैं.

खैर, सोशल मीडिया पर कई ऐसी फनी वीडियोस आती रहती हैं, जो लोगों को हंसाने का काम करती है, वहीं कई वीडियो को देखकर हम हैरत में पड़ जाते हैं लेकिन यह वीडियो तो आपको हैरत और हंसी दोनों के लिए मजबूर कर देती है. आपका भी जवाब नहीं कलियुग के कालिदास जी.

दरअसल, इस वीडियो को इंडियन पुलिस सर्विस के अधिकारी रूपिन शर्मा ने शेयर किया है. अब यह वीडियो वायरल होने लगा है और लोग इस पर चटकारे भी ले रहे हैं. लोग कलयुग के कालिदास को लेकर क्या बोल रहे हैं, आप भी देखिए...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    नाम बदलने की सनक भारी पड़ेगी एलन मस्क को
  • offline
    डिजिटल-डिजिटल मत कीजिए, इस मीडियम को ठीक से समझिए!
  • offline
    अच्छा हुआ मां ने आकर क्लियर कर दिया, वरना बच्चे की पेंटिंग ने टीचर को तारे दिखा दिए थे!
  • offline
    बजरंग पुनिया Vs बजरंग दल: आना सरकार की नजरों में था लेकिन फिर दांव उल्टा पड़ गया!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲