सोशल मीडिया की शॉर्टकट वाली भाषा आजकल बच्चों के लिए तो बड़ी आसान है, लेकिन बेचारे माता-पिता को ये भाषा उतनी ही पेचीदा लगती है. मानो या न मानो, कई पेरेंट्स तो इसके चलते टेंशन में आ गए हैं, और कई इसी गम में घुले जा रहे हैं कि ये आजकल के बच्चे मोबाइल पर न जाने क्या क्या बोलते-लिखते रहते हैं. जिसे समझना तो दूर, पेरेंट्स खुद को ही अनपढ़ समझने लग गए हैं. न तो lol उनके पल्ले पड़ता है और न ही OMG.
अगर आप भी इसी परेशानी के शिकार हैं तो अब परेशान न होइए, क्योंकि अब बॉलीवुड एक्टर इरफान खान लेकर आए हैं एक ऐसा यंत्र, जिसे हाथ में पहनते ही पेरेंट्स भी अपने बच्चों की तरह ही सोशल मीडिया वाली भाषा को समझ सकेंगे और बोल सकेंगे.
खिए इरफान और फिल्टरकॉपी का बनाया गया वो वीडियो जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल है-
हम सब जानते हैं कि ये मजाक है, क्योंकि लिटबिट जैसा कोई भी यंत्र ऐसा कुछ नहीं कर सकता. लेकिन वीडियो देखने के बाद ये आपके सामने जो सवाल खड़े करता है वो इस वीडियो से बिलकुल उलट हैं. यानी बेहद गंभीर. जब सोशल मीडिया जैसी कोई चीज नहीं थी तो बच्चे और माता-पिता एकसाथ बैठकर कुछ देर बात तो कर लिया करते थे, लेकिन जब से बच्चों के हाथों में उनके पर्सनल मोबाइल्स आए हैं, पेरेंट्स और उनके बीच की बातचीत भी अब लिमिटिड हो गई है.
वैसे टेक्नोलॉजी के इस दौर में एक दूसरे से हमेशा जुड़े रहना काफी फायदेमंद है, इसलिए दोष टेक्नॉलॉजी को भी नहीं दे सकते. इसलिए इस हाइटैक जमाने में अगर माता-पिता को बच्चों का साथ चाहिए तो उसी रस्ते जाएं जिस रस्ते बच्चे जा रहे हों. LOL, OMG जैसे शब्द अजीब नहीं, लेकिन बच्चों की जिंदगी का अहम हिस्सा हैं, जिसे अब हर माता-पिता को सीखना ही होगा....
सोशल मीडिया की शॉर्टकट वाली भाषा आजकल बच्चों के लिए तो बड़ी आसान है, लेकिन बेचारे माता-पिता को ये भाषा उतनी ही पेचीदा लगती है. मानो या न मानो, कई पेरेंट्स तो इसके चलते टेंशन में आ गए हैं, और कई इसी गम में घुले जा रहे हैं कि ये आजकल के बच्चे मोबाइल पर न जाने क्या क्या बोलते-लिखते रहते हैं. जिसे समझना तो दूर, पेरेंट्स खुद को ही अनपढ़ समझने लग गए हैं. न तो lol उनके पल्ले पड़ता है और न ही OMG.
अगर आप भी इसी परेशानी के शिकार हैं तो अब परेशान न होइए, क्योंकि अब बॉलीवुड एक्टर इरफान खान लेकर आए हैं एक ऐसा यंत्र, जिसे हाथ में पहनते ही पेरेंट्स भी अपने बच्चों की तरह ही सोशल मीडिया वाली भाषा को समझ सकेंगे और बोल सकेंगे.
खिए इरफान और फिल्टरकॉपी का बनाया गया वो वीडियो जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल है-
हम सब जानते हैं कि ये मजाक है, क्योंकि लिटबिट जैसा कोई भी यंत्र ऐसा कुछ नहीं कर सकता. लेकिन वीडियो देखने के बाद ये आपके सामने जो सवाल खड़े करता है वो इस वीडियो से बिलकुल उलट हैं. यानी बेहद गंभीर. जब सोशल मीडिया जैसी कोई चीज नहीं थी तो बच्चे और माता-पिता एकसाथ बैठकर कुछ देर बात तो कर लिया करते थे, लेकिन जब से बच्चों के हाथों में उनके पर्सनल मोबाइल्स आए हैं, पेरेंट्स और उनके बीच की बातचीत भी अब लिमिटिड हो गई है.
वैसे टेक्नोलॉजी के इस दौर में एक दूसरे से हमेशा जुड़े रहना काफी फायदेमंद है, इसलिए दोष टेक्नॉलॉजी को भी नहीं दे सकते. इसलिए इस हाइटैक जमाने में अगर माता-पिता को बच्चों का साथ चाहिए तो उसी रस्ते जाएं जिस रस्ते बच्चे जा रहे हों. LOL, OMG जैसे शब्द अजीब नहीं, लेकिन बच्चों की जिंदगी का अहम हिस्सा हैं, जिसे अब हर माता-पिता को सीखना ही होगा. इससे 'जैनेरेशन गैप' जैसे ओल्डफैशन्ड शब्द से तो छुटकारा मिलेगा ही आप अपने बच्चों के दोस्त भी बन पाएंगे.
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