मेरे सामने से हटा लो ये दुनिया...बंगाली टीवी सीरियल में शादी वाले इस सीन को देखकर तो मुझे यही लाइन याद आ रही है. जिसे देखने के बाद मैं 2 मिनट तक एक दम शांत रही. मौन धारण करने के बाद सबसे पहले मेरे अंदर यही सवाल आया कि क्या था ये? मतलब कुछ भी?
आप खुद देख लीजिए-
टीवी सीरियल बनाने वाले भइया से मुझे बस यही पूछना है कि ऐसा कैसे कर लेते हैं आप? अभी तो हम 'स्वर्ण घर' सीरियल के पंखे में फंसे हीरोइन के दुप्ट्टे वाले सीन के सदमे से बाहर नहीं आए थे. जिसमें हीरो को दुप्ट्टा दांत से काटना पड़ा था. वहीं अब बंगाली सीरियल Aye Tobe Sohochori के इस सीन ने जले पर जख्म छिड़क दिया है. निर्माता जी हम गरीबों पर कुछ तो रहम करो...हमारे विज्ञान में आपका लॉजिक फिट नहीं होता है और यह हमारी गलती नहीं है.
असल में यह शादी वाला सीन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसे देखने के बाद कोई हंसते-हंसते पेट में दर्द होने की बात कह रहा है तो किसी का कहना है कि उसके सोचे-समझने की शक्ति खत्म हो गई है. खैर, यह टीवी की दुनिया है जनाब यहां कुछ भी हो सकता है.
दरअसल, वायरल हो रहे सीन में देखा जा सकता है कि शादी के मंडप में वर-वधू जयमाला के लिए खड़े हैं. आस-पास उनके परिवार के लोग हैं. बैकग्राउंड में ढोल-नगाड़े बजने और जूम-जूम की आवाज आ रही है. दुल्हन होने वाले पति के गले में वरमाला डालने वाली ही रहती है कि, तभी पास में खड़े लड़के को धक्का लगता है और गलती से माला उसके गले में डल जाती है.
अब वह लड़का आव देखता है ना ताव... गुस्से में दूसरा जयमाला दूल्हे के हाथ से छीनकर दुल्हन के गले में डाल देता है. इसके बाद वह एक मुट्ठी सिंदूर लेकर दुल्हन को थोड़ी देर देखता...
मेरे सामने से हटा लो ये दुनिया...बंगाली टीवी सीरियल में शादी वाले इस सीन को देखकर तो मुझे यही लाइन याद आ रही है. जिसे देखने के बाद मैं 2 मिनट तक एक दम शांत रही. मौन धारण करने के बाद सबसे पहले मेरे अंदर यही सवाल आया कि क्या था ये? मतलब कुछ भी?
आप खुद देख लीजिए-
टीवी सीरियल बनाने वाले भइया से मुझे बस यही पूछना है कि ऐसा कैसे कर लेते हैं आप? अभी तो हम 'स्वर्ण घर' सीरियल के पंखे में फंसे हीरोइन के दुप्ट्टे वाले सीन के सदमे से बाहर नहीं आए थे. जिसमें हीरो को दुप्ट्टा दांत से काटना पड़ा था. वहीं अब बंगाली सीरियल Aye Tobe Sohochori के इस सीन ने जले पर जख्म छिड़क दिया है. निर्माता जी हम गरीबों पर कुछ तो रहम करो...हमारे विज्ञान में आपका लॉजिक फिट नहीं होता है और यह हमारी गलती नहीं है.
असल में यह शादी वाला सीन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसे देखने के बाद कोई हंसते-हंसते पेट में दर्द होने की बात कह रहा है तो किसी का कहना है कि उसके सोचे-समझने की शक्ति खत्म हो गई है. खैर, यह टीवी की दुनिया है जनाब यहां कुछ भी हो सकता है.
दरअसल, वायरल हो रहे सीन में देखा जा सकता है कि शादी के मंडप में वर-वधू जयमाला के लिए खड़े हैं. आस-पास उनके परिवार के लोग हैं. बैकग्राउंड में ढोल-नगाड़े बजने और जूम-जूम की आवाज आ रही है. दुल्हन होने वाले पति के गले में वरमाला डालने वाली ही रहती है कि, तभी पास में खड़े लड़के को धक्का लगता है और गलती से माला उसके गले में डल जाती है.
अब वह लड़का आव देखता है ना ताव... गुस्से में दूसरा जयमाला दूल्हे के हाथ से छीनकर दुल्हन के गले में डाल देता है. इसके बाद वह एक मुट्ठी सिंदूर लेकर दुल्हन को थोड़ी देर देखता है और उसकी मांग में भर देता है.
इसके बाद दुल्हन का मुंह आस-पास खड़े लोग हक्के-बक्के रह जाते हैं. वहीं दुल्हन का मुंह खुला का खुला ही रह जाता है. लड़का उससे बिना पूछे ही जबरदस्ती उससे इसतरह शादी जो कर लेता है.
अब सोचिए यहां तो लड़की से बिना पूछे लड़के ने सबके सामने उससे शादी ही कर ली. अगर यह असल जिंदगी में होता तो? हमारे यहां तो ऐसे लोगों को पकड़कर कूट दिया जाता है. नाम बाद में पूछते हैं और धुलाई पहले करते हैं. इसके बाद दो-चार लोग मिलकर लड़के को टांग ले जाते हैं और रस्सी से बांधकर पुलिस के हवाले कर देते हैं.
ऊपर से दुल्हन ऐसे चुपचाप खड़ी मुंह नहीं खोलती हैं. झट से लड़के को धक्का देकर 2, 4 कंटाप तो लगा ही देतीं. माने वीडियो में तो यही दिख रहा है कि जयमाला कैसे जाकर लड़के के गले में गिर जाती है, जैसे वह उसका ही इंतजार कर रही थी.
खैर, इससे पहले गोपी का लैपटॉप धोना, 'थपकी प्यार की' में फर्श पर फिसलकर उंगली का सिंदूर में डूबना और फिर हीरोइन की मांग भर देना...कलीरें सीरियल में हीरोइन का सीढ़ी से नीचे स्लो मोशन में गिरना और हीरो का उसतक पहुंचकर उसे अपनी बाहों में बचा लेना...
ऐसी दुर्घटना के बारे में आपकी क्या राय है? हम तो यही कहेंगे कि सीरियल में ऐसे सीन दिखाने वाले को लड़कों की हाय लेगेगी, लड़कों के इमोशन से खेलने वाले इन सीरियल को पाप लेगेगा पाप... बेचारे अगर अति उत्साह में आकर किसी लड़की से इस तरह की शादी करने का ख्वाब लेकर पहुंच गए तो दुर्घटना तो इनके साथ हो जाएगी ना.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.