• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सोशल मीडिया

Anand Mahindra की नजर 'जुगाड़' वालों पर पड़ी, किसी को नौकरी मिली तो किसी को SUV

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 29 दिसम्बर, 2021 02:08 PM
  • 29 दिसम्बर, 2021 02:07 PM
offline
जरूरत और गरीबी सारे जुगाड़ करवा लेती है, लेकिन ऐसे लोगों पर जब आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) की नजर पड़ती है तो उनकी किस्मत भी खुल जाती है. किसी को नौकरी तो किसी को Mahindra SUV मिल जाती है. आनंद महिंद्रा हीरो बनकर उभरे हैं उन लोगों के लिए जिन्होंने अपनी जुगाड़ से सबको हैरान किया है.

किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार

किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार

किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार

जीना इसी का नाम है...

यूं तो 1959 में आई अनाड़ी फ़िल्म का ये गाना धुंधली यादों की डायरी में है, लेकिन जब जब हम ट्विटर पर बिजनेस टायकून आनंद महिंद्रा को गरीबों की, बेसहारा लोगों की, मजलूमों की, जरूरतमंदों की मदद करते देखते हैं तो महसूस होता है कि आज से इतने बरस पहले शैलेंद्र ने राज कपूर पर फिल्माये जाने के लिए ये गाना यूं ही नहीं लिखा था. अपनी दरियादिली के लिये मशहूर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा हमेशा की तरह एक बार फिर सुर्खियों में हैं. सोशल मीडिया पर लोगों के जुगाड़ वाले वायरल वीडियोज पर अपनी पैनी निगाह रखने के लिए मशहूर आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर एकाउंट से फिर एक वीडियो शेयर किया है.

आनंद महिंद्रा ने एक विकलांग रिक्शे वाले का वीडियो शेयर कर उसे जॉब देने की बात की है

इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह फैल रहे इस वीडियो में बिना हाथ-पैरों का एक दिव्यांग शख्स एक मॉडिफाइड रिक्शा चला रहा है. वीडियो में व्यक्ति की मेहनत और आईडिया ने आनंद महिंद्रा को हैरत में डाल दिया है और अब आनंद महिंद्रा अपने खास अंदाज में इस व्यक्ति की मदद करना चाहते हैं.

ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी अंजान के लिए आनंद महिंद्रा ने सैंटा की भूमिका निभाई हो. पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब मेहनती लोगों को न केवल आनंद महिंद्रा ने जनता से रू-ब-रू कराया बल्कि अपने अंदाज में उनकी मदद भी की.

उन मामलों पर भी चर्चा होगी लेकिन पहले बात इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस वीडियो की. वीडियो को देखते...

किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार

किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार

किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार

जीना इसी का नाम है...

यूं तो 1959 में आई अनाड़ी फ़िल्म का ये गाना धुंधली यादों की डायरी में है, लेकिन जब जब हम ट्विटर पर बिजनेस टायकून आनंद महिंद्रा को गरीबों की, बेसहारा लोगों की, मजलूमों की, जरूरतमंदों की मदद करते देखते हैं तो महसूस होता है कि आज से इतने बरस पहले शैलेंद्र ने राज कपूर पर फिल्माये जाने के लिए ये गाना यूं ही नहीं लिखा था. अपनी दरियादिली के लिये मशहूर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा हमेशा की तरह एक बार फिर सुर्खियों में हैं. सोशल मीडिया पर लोगों के जुगाड़ वाले वायरल वीडियोज पर अपनी पैनी निगाह रखने के लिए मशहूर आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर एकाउंट से फिर एक वीडियो शेयर किया है.

आनंद महिंद्रा ने एक विकलांग रिक्शे वाले का वीडियो शेयर कर उसे जॉब देने की बात की है

इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह फैल रहे इस वीडियो में बिना हाथ-पैरों का एक दिव्यांग शख्स एक मॉडिफाइड रिक्शा चला रहा है. वीडियो में व्यक्ति की मेहनत और आईडिया ने आनंद महिंद्रा को हैरत में डाल दिया है और अब आनंद महिंद्रा अपने खास अंदाज में इस व्यक्ति की मदद करना चाहते हैं.

ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी अंजान के लिए आनंद महिंद्रा ने सैंटा की भूमिका निभाई हो. पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब मेहनती लोगों को न केवल आनंद महिंद्रा ने जनता से रू-ब-रू कराया बल्कि अपने अंदाज में उनकी मदद भी की.

उन मामलों पर भी चर्चा होगी लेकिन पहले बात इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस वीडियो की. वीडियो को देखते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा है कि, ये जेंटलमैन शारीरिक चुनौतियों का सामना तो कर रहे हैं, लेकिन कुदरत ने उन्हें जो दिया है वो उससे ही खुश है और इसके लिए आभारी है. आनंद महिंद्रा व्यक्ति की मेहनत से किस हद तक प्रभावित हुए हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इस व्यक्ति को जॉब ऑफर दिया है. आनंद महिंद्रा ने लोगों से इस व्यक्ति के संबंध में जानकारी जुटाने की गुजारिश की है.

ध्यान रहे कि करीब 1 मिनट 7 सेकेंड का ये वीडियो मायूसी भरे जीवन में उम्मीदों का संचार करता है. जैसा कि वीडियो में दिख रहा है भले ही व्यक्ति के हाथ-पैर न हों लेकिन वो पूरे आत्मविश्वास से सड़क पर अपने मॉडिफाइड रिक्शा को चला रहा है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो दिल्ली का है लेकिन ये आदमी कौन है फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहि मिल पाई है.

वीडियो को ट्वीट करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा है कि, 'ये वीडियो आज मेरी टाइमलाइन पर मिला. यह नहीं पता कि यह कितना पुराना है या यह कहां का है, लेकिन मैं इस सज्जन से चकित हूं, जिसने न केवल अपनी शारीरिक चुनौतियों का सामना किया है, बल्कि उसके पास जो कुछ है उसके लिए आभारी भी है.

आनंद महिंद्रा वाक़ई इस व्यक्ति को लेकर बहुत गंभीर थे और शायद यही वो कारण था जिसके चलते उन्होंने ट्विटर पर Mahindra Logistics को टैग किया और लिखा कि, क्या वे इस शख्स को महिंद्रा के लास्ट माइल डिलीवरी प्रोजेक्ट में बिजनेस एसोसिएट बना सकते हैं?

बात क्योंकि वीडियो की चल रही है तो वीडियो में व्यक्ति ये कहता हुआ सुना जा सकता गया कि वो इस गाड़ी को 5 साल से चला रहा है. उसके घर में पत्नी के अलावा 2 छोटे बच्चे भी हैं. उसके पिता बूढ़े हो चुके हैं. रिवार की देखभाल और खर्च चलाने के लिए वो इस गाड़ी को चलाता है.

इन लोगों के लिए खुदाई मददगार बन गए महिंद्रा

जैसा कि हम ऊपर ही इस बात को बता चुके हैं ये कोई पहली बार नहीं है जब आनंद महिंद्रा ने गरीब लोगों की मदद कुछ इस अंदाज में की है. बात बीते दिनों की है आनंद महिंद्रा ने उस वक़्त भी लोगों की वाहवाही बटोरी थी जब उन्होंने जुगाड़ टेक्नोलॉजी की बदौलत बनाई गई गाड़ी चलाने वाले एक शख्स को बोलेरो देने की पेशकश की थी.

गौरतलब है कि आनंद महिंद्रा का शुमार देश के उन चुनिंदा लोगों में है जिन्हें न केवल टैलेंट की कद्र है बल्कि समय समय पर वो लोगों को वैसे ही तोहफों से नवाजते हैं जैसे सैंटा क्लॉज़.

जैसा कि बात लोगों के प्रयोग को कंसीडर करने की हुई है तो आनंद महिंद्रा जानते हैं कि हिंदुस्तान वो देश है जहां इंसान अगर चाह ले तो नामुमकिन को भी मुमकिन बना दे.

ध्यान रहे पूर्व में ऐसे मौके भी तमाम आए हैं जब बड़ी से बड़ी बात को आनंद महिंद्रा ने अपने चुटीले अंदाज में कहा और उसे लोगों को समझाया.

अब बात जब दरियादिली की चल रही है तो हम वो पल कैसे भूल जाएं जब उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले ओलम्पियन नीरजक चोपड़ा को एक शानदार एसयूवी गिफ्ट की थी.

आनंद महिंद्रा न केवल बिजनेस में बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपना अग्रणीय योगदान दे रहे हैं और उन्होंने ऐसे कई प्रोजेक्ट्स शुरू कर रखे हैं जो जरूरतमंदों को सीधा फायदा देते हैं.

जब हम आनंद महिंद्रा के योगदानों पर चर्चा कर रहे हैं तो उनका वो ट्वीट कैसे भूल जाएं जो उन्होंने अभी बीते दिनों इम्फाल के एक व्यक्ति को लेकर किया था. उस ट्वीट ने साबित किया था कि विषय चाहे छोटा हो या बड़ा आनंद महिंद्रा की नजर उसपर रहती है'

बहरहाल अब जबकि हम लोगों की मदद करते आनंद महिंद्रा को देख चुके हैं साफ़ है कि हमें भी इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और किसी जरूरतमंद की मदद के लिए सामने आना चाहिए. खैर चूंकि दौर आज सोशल मीडिया का है तो इसी सोशल मीडिया की बदौलत कई लोग आनंद महिंद्रा के पास पहुंचे और उन्होंने अपने प्रयासों से उनकी पूरी जिंदगी बदल दी.

ये भी पढ़ें -

सोनिया गांधी पर गिरा कांग्रेस ध्वज, सोशल मीडिया ने इसे महज घटना नहीं माना

कैसे Kylie Paul की बदौलत नोरा फतेही-गुरु रंधावा का डांस तंजानिया में धूम मचा रहा है

नीरज चोपड़ा और हरनाज़ संधू की तुलना करने वालों ने अपने दिमाग का कचरा जगजाहिर कर दिया 

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    नाम बदलने की सनक भारी पड़ेगी एलन मस्क को
  • offline
    डिजिटल-डिजिटल मत कीजिए, इस मीडियम को ठीक से समझिए!
  • offline
    अच्छा हुआ मां ने आकर क्लियर कर दिया, वरना बच्चे की पेंटिंग ने टीचर को तारे दिखा दिए थे!
  • offline
    बजरंग पुनिया Vs बजरंग दल: आना सरकार की नजरों में था लेकिन फिर दांव उल्टा पड़ गया!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲