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Valentines Day: एक तरफा प्यार में लड़कियों को डराने का लाइसेंस मिल जाता है क्या?

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 15 फरवरी, 2021 02:39 PM
  • 14 फरवरी, 2021 09:17 PM
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वैलेंटाइन डे (valentine's day) का मौका है. यह प्यार (Love) का त्योहार मनाने के लिए है ना की जबरन किसी पर थोपने के लिए. आप किसी को प्यार करते हैं तो बेशक कीजिए, लेकिन उसे आपसे प्यार करने के लिए मजबूर मत कीजिए.

वैलेंटाइन डे (valentine's day) का मौका है. यह प्यार (Love) का त्योहार मनाने के लिए है ना की जबरन किसी पर थोपने के लिए. मान लीजिए आप किसी लड़की को पसंद करते हैं या फिर प्यार करते हैं तो इसका ये मतलब नहीं है कि वह भी आपको पंसद करे. आप उसे प्यार करते हैं तो बेशक कीजिए, लेकिन उसे आपसे प्यार करने के लिए मजबूर मत कीजिए. 

अब देखिए ना हमारे बॉलीवुड की फिल्मों में अक्सर एक तरफे प्रेमी को हीरो की तरह पेश किया जाता है. वहीं पुरानी फिल्मों में लड़की पटाने का तरीका कितना अजीब दिखाया गया है. बस कुछ लोग इसे रील लाइफ को असल जिंदगी से जोड़ लेते हैं. दरअसल, ऐसे लोग किसी को पाने की जिद और उसे प्यार करने के फर्क को भूल जाते हैं.

फिल्मों में दिखाया जाता है कि कैसे हीरो साइकिल चलाकर लड़की का पीछा करता है. उस पर हर घड़ी नजर रखता है. उसे बार-बार फोन करके परेशान करता है. जबरन सबके सामने रास्ते में रोककर बात करता है और खुलेआम धमकी भी देता है. लोग इस सीन को देखकर कहते हैं कि देखो हीरो कितना प्यार करता है. किसी को यह नहीं दिखता कि लड़की के साथ जो कुछ किया जा रहा है वह सही है या नहीं. हीरो ऐसा करता है और आखिरकार हीरोइन को भी उससे प्यार हो जाता है. 

साइको लवर खुद को हीरो समझने लगते हैं

वहीं एक तरफा प्रेमी बड़ी शान से हीरोइन को अपना कहता है. आपको 'डर' फिल्म तो याद ही होगी, उसमें कैसे राहुल किरण के पीछे पागल है. किरण के जब सुनील से सगाई कर लेती है तो साइको लवर राहुल पागलपन की हद से गुजर जाता है और अंत में नौबत लड़की से बदला लेने की आ जाती है. डर फिल्म के जुनूनी प्यार लोगों के सिर चढ़कर बोला. इसके बाद अंजाम फिल्म में भी ऐसा ही कुछ दिखाया गया है. 

जिसमें विजय शिवानी...

वैलेंटाइन डे (valentine's day) का मौका है. यह प्यार (Love) का त्योहार मनाने के लिए है ना की जबरन किसी पर थोपने के लिए. मान लीजिए आप किसी लड़की को पसंद करते हैं या फिर प्यार करते हैं तो इसका ये मतलब नहीं है कि वह भी आपको पंसद करे. आप उसे प्यार करते हैं तो बेशक कीजिए, लेकिन उसे आपसे प्यार करने के लिए मजबूर मत कीजिए. 

अब देखिए ना हमारे बॉलीवुड की फिल्मों में अक्सर एक तरफे प्रेमी को हीरो की तरह पेश किया जाता है. वहीं पुरानी फिल्मों में लड़की पटाने का तरीका कितना अजीब दिखाया गया है. बस कुछ लोग इसे रील लाइफ को असल जिंदगी से जोड़ लेते हैं. दरअसल, ऐसे लोग किसी को पाने की जिद और उसे प्यार करने के फर्क को भूल जाते हैं.

फिल्मों में दिखाया जाता है कि कैसे हीरो साइकिल चलाकर लड़की का पीछा करता है. उस पर हर घड़ी नजर रखता है. उसे बार-बार फोन करके परेशान करता है. जबरन सबके सामने रास्ते में रोककर बात करता है और खुलेआम धमकी भी देता है. लोग इस सीन को देखकर कहते हैं कि देखो हीरो कितना प्यार करता है. किसी को यह नहीं दिखता कि लड़की के साथ जो कुछ किया जा रहा है वह सही है या नहीं. हीरो ऐसा करता है और आखिरकार हीरोइन को भी उससे प्यार हो जाता है. 

साइको लवर खुद को हीरो समझने लगते हैं

वहीं एक तरफा प्रेमी बड़ी शान से हीरोइन को अपना कहता है. आपको 'डर' फिल्म तो याद ही होगी, उसमें कैसे राहुल किरण के पीछे पागल है. किरण के जब सुनील से सगाई कर लेती है तो साइको लवर राहुल पागलपन की हद से गुजर जाता है और अंत में नौबत लड़की से बदला लेने की आ जाती है. डर फिल्म के जुनूनी प्यार लोगों के सिर चढ़कर बोला. इसके बाद अंजाम फिल्म में भी ऐसा ही कुछ दिखाया गया है. 

जिसमें विजय शिवानी के प्यार में अपना आपा खो देता है. वहीं रांझणा और कबीर सिंह फिल्म में भी लड़की की हालत दयनीय दिखाई गई है. कबीर सिंह में मेडिकल की पढ़ाई कर रही लड़की प्रीति सिंह को तो ऐसे दिखाया है जैसे वह किसी बात का विरोध करने के लिए बनी ही नहीं है और कबीर जो चाहे कर सकता है. प्रीती बस हां के लिए सर हिला देती है. रांझणा में भी हीरो प्यार में पागल होता है और अपना बदला लेने के लिए हीरोइन की लाइफ भस्म कर देता है.

खैर, ये तो काल्पनिक और फिल्मी बातें हैं. लेकिन असल लाइफ में भी लड़कियों के साथ वन साइड लवर भी कुछ ऐसा ही करते हैं. लड़की जैसे ना बोलने के लिए बनी ही नहीं है. लड़कियों का पीछा करना, स्टॉक करना और जब सब कुछ करने के बाद भी बात न बने तो उसे ब्लैकमेल करना, जान से मारने की धमकी देना. लड़की अगर साथ रहने के लिए मना कर दे तो उसे बदनाम करना. फिर भी अगर लड़की नहीं माने तो उसे जान से ही मार देना. क्या ये होता है प्यार? ऐसे लोगों को शायद पता भी नहीं चलता कि प्यार और पागलपन में अंतर क्या होता है. 

आपने कहीं ना कहीं लड़कियों का नाम लिखा देखा होगा. कहीं-कहीं तो नाम के साथ नंबर भी लिख दिया जाता है. कभी स्कूल के बोर्ड पर तो कभी बाथरूम में. कभी इमारत पर तो कभी पेड़ या सोशल साइट पर और इस तरह एकतरफा प्रेमी अपने प्यार का इजहार किए फिरते हैं, जैसे लड़की ने मना कर दिया तो उसे बदनाम करने का इनको लाइसेंस मिल जाता है. हां, उपर से अगर लड़की किसी और को पसंद कर ले तब तो उसकी खैर नहीं. ये सो कॉल्ड लवर दूसरों से बोलेंगे तेरी भाभी है. लड़की के ऊपर ऐसे हक जताएंगे जैसे वह उनकी ही जागीर हो.

ऐसा ही एक पोस्टर नवाबों के शहर लखनऊ में भी कई जगह लगा है. किसी नाकाम Lover ने नवाबों के शहर लखनऊ में बड़े ही अदब के साथ पोस्टर चस्पा किया है Siddhi Hates Shiva. यानी सिद्धी, शिवा से नफरत करती है. अब यह कोई आने वाली सिरीयल का प्रचार है या कुछ और ये तो बाद में पता चलेगा लेकिन नोट पर जो लिखा गया है वह सोनम बेवफा की याद ताजा कर गया.   

किसी नाकाम Lover ने यह पोस्टर चस्पा किया है हैरान करने वाली बात यह है कि लोगों को ये बातें काफी मजेदार लगती हैं. इस प्यार के मौसम में यह बात याद रखिए कि लड़कियों को डराते साइको लवर और शिद्दत वाले प्यार में जमीन आसमान का अंतर होता है. हां यह बात भी सच है कि सभी एकतरफा प्रेमी ऐसे नहीं होते. इसलिए प्यार करने में और किसी को डराने के अंतर को समझिए क्योंकि लड़कियां सही-गलत के अंतर को तो समझ ही जाती हैं!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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