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सर्जिकल स्ट्राइक: भारतीय सेना ने 29 September 2016 को पाकिस्तान के कई मुगालते दूर किए थे

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 29 सितम्बर, 2020 06:25 PM
  • 29 सितम्बर, 2020 06:23 PM
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उरी हमले (Uri Attack) का जवाब देते हुए भारत (India) ने 2016 में पाकिस्तान (Pakistan) पर सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) को अंजाम दिया. घटना को भले ही 4 साल हो गए हों लेकिन ट्विटर (Twitter) पर जैसा लोगों का रुख है साफ है कि पाकिस्तान (Pakistan) को ऐसे ही तरीकों से सुधारा जा सकता है.

भारत (India) के प्रति पाकिस्तान (Pakistan) का रवैया किसी से छुपा नहीं है. हमेशा ही भारत ने पाकिस्तान द्वारा की गई ओछी हरकतों का मुंह तोड़ जवाब दिया. मगर इसे ढीठ होने की इंतेहा ही कहा जाएगा कि पाकिस्तान ने बार बार उन गलतियों को दोहराया लेकिन अच्छी बात ये रही कि हमेशा ही मुंह की खाई. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पुनः चर्चा में है कारण बनी है 2016 में पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक (2016 Surgical Strike). बात सिंतबर 2016 के आखिरी हफ्ते की है. उरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमला (ri Attack) हुए एक सप्ताह बीत चुका था. घटना के मद्देनजर देश गुस्से में था और मांग हुई थी कि पाकिस्तान को एक बार फिर उसी की भाषा में जवाब दिया जाए. मामले पर मीडिया से लेकर विपक्ष तक सरकार की तीखी आलोचना कर रहा था. वहीं सरकार कुछ बड़ा करने की फिराक में थी. सेना और सरकार के बीच प्लानिंग हो चुकी थी. 28-29 सिंतबर की रात सेना ने एक्शन लिया और महज 4 घंटों के अंतराल में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसकी हैसियत बता दी. आज से ठीक 4 साल पहले जो एक्शन भारत ने पाकिस्तान पर लिया उसे सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दिया गया.

उरी हमले को भारत ने गंभीरता से लिया और सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से पाकिस्तान की ईंट से ईंट बजाई

क्या सरकार और क्या देश की जनता, दोनों ही इसे एक बड़ी उपलब्धि मानते हैं. एक बड़ा वर्ग है जिसका मानना है कि वो पाकिस्तान जो बार बार अपनी गलतियां दोहरा रहा है और सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे एक्शन ही वो हथियार हैं जिनका इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को उसकी हैसियत बताई जा सकती है और उसे हकीकत से रू-ब-रू कराया जा सकता है.

क्या हुआ था 4 साल पहले, 28 सिंतबर 2016 को?

आखिरकार सेना और सरकार ने निर्णय लिया कि पाकिस्तान को जवाब 28 सिंतबर 2016...

भारत (India) के प्रति पाकिस्तान (Pakistan) का रवैया किसी से छुपा नहीं है. हमेशा ही भारत ने पाकिस्तान द्वारा की गई ओछी हरकतों का मुंह तोड़ जवाब दिया. मगर इसे ढीठ होने की इंतेहा ही कहा जाएगा कि पाकिस्तान ने बार बार उन गलतियों को दोहराया लेकिन अच्छी बात ये रही कि हमेशा ही मुंह की खाई. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पुनः चर्चा में है कारण बनी है 2016 में पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक (2016 Surgical Strike). बात सिंतबर 2016 के आखिरी हफ्ते की है. उरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमला (ri Attack) हुए एक सप्ताह बीत चुका था. घटना के मद्देनजर देश गुस्से में था और मांग हुई थी कि पाकिस्तान को एक बार फिर उसी की भाषा में जवाब दिया जाए. मामले पर मीडिया से लेकर विपक्ष तक सरकार की तीखी आलोचना कर रहा था. वहीं सरकार कुछ बड़ा करने की फिराक में थी. सेना और सरकार के बीच प्लानिंग हो चुकी थी. 28-29 सिंतबर की रात सेना ने एक्शन लिया और महज 4 घंटों के अंतराल में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसकी हैसियत बता दी. आज से ठीक 4 साल पहले जो एक्शन भारत ने पाकिस्तान पर लिया उसे सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दिया गया.

उरी हमले को भारत ने गंभीरता से लिया और सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से पाकिस्तान की ईंट से ईंट बजाई

क्या सरकार और क्या देश की जनता, दोनों ही इसे एक बड़ी उपलब्धि मानते हैं. एक बड़ा वर्ग है जिसका मानना है कि वो पाकिस्तान जो बार बार अपनी गलतियां दोहरा रहा है और सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे एक्शन ही वो हथियार हैं जिनका इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को उसकी हैसियत बताई जा सकती है और उसे हकीकत से रू-ब-रू कराया जा सकता है.

क्या हुआ था 4 साल पहले, 28 सिंतबर 2016 को?

आखिरकार सेना और सरकार ने निर्णय लिया कि पाकिस्तान को जवाब 28 सिंतबर 2016 की रात दिया जाएगा. सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने के लिए स्पेशल फोर्सेज के पैराट्रूपर्स को भी ऑपरेशन में शामिल किया गया और 28 सिंतबर 2016 को आपरेशन रात 12 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुआ. सेना की तरफ से कमांडोज को एलओसी के पास एयरड्रॉप किया गया. जिसके फौरन बाद ही जवानों ने पैदल ही सीमा को पार किया और पाकिस्तान में एंट्री ली.

सेना कि मानें तो भारतीय जवानों ने पाकिस्तान सीमा में 3 किलोमीटर तक एंट्री ली और भीमबेर, हॉटस्प्रिंग, केल और लीपा सेक्‍टर्स में बैठे पाकिस्तानी सैनिकों को निशाना बनाया और इस तरह पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया.

सिंतबर 2016 में भारत की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान पर किसी तरह का कोई रहम नहीं किया गया. भारत की तरफ से लिया गया हमला कितना ज़बरदस्त था इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि तब भारत ने आतंकियों के लांच पैड्स को भी अपने निशाने पर लिया और उन्हें तबाह कर दिया.

आंकड़ों की मानें तो उस सर्जीकल स्ट्राइक में 2 पाकिस्तानी सैनिकों समेत 38 आतंकियों की मौत हुई. ऑपेरशन की सबसे अच्छी बात ये रही कि करीब 4 घंटे 30 मिनट तक चले इस ऑपेरशन में भारतीय सौनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ.

चूंकि ये सर्जिकल स्ट्राइक भारत की एक बड़ी उपलब्धि है. सारा देश इससे ख़ुश है. घटना को बीते भले ही 4 साल हो गए हों, लेकिन जिस तरह सर्जिकल स्ट्राइक को ट्विटर पर ट्रेंड किया जा रहा है और जिस लिहाज से एक से बढ़कर एक दिलचस्प प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. उनसे इतना तो साफ है कि जब बात अपने मान सम्मान की आएगी तो भारत किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा और चाहे चीन हो या पाकिस्तान दुश्मन को जवाब उसी के लहजे में दिया जाएगा.

आइये मामले के मद्देनजर नजर डालते हैं कुछ प्रतिक्रियाओं पर और समझते हैं कि 2016 में हुई उस सर्जिकल स्ट्राइक पर क्या कह रहे हैं लोग.

@Defence_Squad_ ने लिखा है कि 4 साल पहले, इस दिन राष्ट्र हमारे सशस्त्र बलों द्वारा की गयी ऐतिहासिक और बहादुर सर्जिकल स्ट्राइक के साथ जगा था. हमें अपनी सेना पर गरब है.

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी सर्जिकल स्ट्राइक के लिए सेना को धन्यवाद कहा है.

@vinayak_jain नाम के यूजर ने सेना के लिए ट्वीट किया है और सैनिकों की शान में कसीदे कहे हैं. विनायक का मानना है कि सर्जिकल स्ट्राइक बहादुरी का एक परिणामी कार्य था जिसने पाकिस्तान को उसकी हद बताई.

@Defence_Squad_ ने एक वीडियो ट्वीट किया है और बताया है कि कैसे भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये पाकिस्तान की ईंट से ईंट बजाई. 

2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक पर जैसा यूजर्स का रुख है उसे देखकर इतना तो साफ़ है कि लोग सरकार और सेना के फैसले से खुश हैं. लोगों का मानना है कि अगर दुश्मन भारत की तरफ देखेगा तो उससे बात बाद में की जाएगी पहले उसे सबक दिया जाएगा. ताकि वो भारत की तरफ बुरी निगाह से देखने की गलती दोबारा न कर सके.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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