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शिवपुरी के युवक को 'उसैन बोल्ट' बनाने की ताकत सोशल मीडिया में ही है

    • बिजय कुमार
    • Updated: 18 अगस्त, 2019 06:36 PM
  • 18 अगस्त, 2019 06:36 PM
offline
कह सकते हैं कि सोशल मीडिया ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ अगर कोई ट्रोल हुआ तो उसकी शामत आ जाती है तो वहीँ अगर सोशल मीडिया पर किसी की तारीफ शुरू हुई तो उसे आम से खास बनने में देर नहीं लगती.

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक किसान परिवार में जन्मे रामेश्वर गुर्जर का नंगे पैर दौड़ने का वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिस किसी ने इस वीडियो को देखा वह रामेश्वर की रफ़्तार का कायल हो गया. इस वीडियो में चूने से 100 मीटर तक की मार्किंग नजर आ रही है और मात्र 11 सेकंड के इस वीडियो में रामेश्वर अपने स्टार्टिंग पॉइंट से 100 मीटर दौड़ की फिनिशिंग लाइन को पार कर जाता है.

अब केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू का ध्यान भी इस तरफ गया है. उन्होंने इस वीडियो को देखने के बाद ट्वीट किया. खेल मंत्री ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखा, "शिवराज जी, किसी से कहें कि इसे मेरे पास ले आए. मैं उसे एक एथलेटिक एकेडमी में रखने का इंतजाम करूंगा." दरअसल, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धावक रामेश्वर गुर्जर को अच्छा मौका और मंच दिलवाने के लिए ट्विटर के जरिए खेल मंत्री किरण रिजिजू से समर्थन मांगा था.

मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी भी रामेश्वर गुर्जर से प्रभावित हैं उन्होंने भी उसे भोपाल बुलाया था और बेहतर ट्रेनिंग देने की बात कही है.

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में पैदा हुए रामेश्वर ने 10 वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है. इसके परिवार में माता-पिता और पाँच भाई-बहन हैं और पूरा परिवार खेती करता है. अपने लिए सरकार की ओर से आ रहे ऑफर्स पर रामेश्वर ने कहा कि वो पिछले 4-5 सालों से दौड़ की तैयारी कर रहा है और उसे देश के लिए मेडल जीतना है. उसने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा मिला है और वो उनके विश्वास को नहीं तोड़ेगा.

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक किसान परिवार में जन्मे रामेश्वर गुर्जर का नंगे पैर दौड़ने का वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिस किसी ने इस वीडियो को देखा वह रामेश्वर की रफ़्तार का कायल हो गया. इस वीडियो में चूने से 100 मीटर तक की मार्किंग नजर आ रही है और मात्र 11 सेकंड के इस वीडियो में रामेश्वर अपने स्टार्टिंग पॉइंट से 100 मीटर दौड़ की फिनिशिंग लाइन को पार कर जाता है.

अब केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू का ध्यान भी इस तरफ गया है. उन्होंने इस वीडियो को देखने के बाद ट्वीट किया. खेल मंत्री ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखा, "शिवराज जी, किसी से कहें कि इसे मेरे पास ले आए. मैं उसे एक एथलेटिक एकेडमी में रखने का इंतजाम करूंगा." दरअसल, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धावक रामेश्वर गुर्जर को अच्छा मौका और मंच दिलवाने के लिए ट्विटर के जरिए खेल मंत्री किरण रिजिजू से समर्थन मांगा था.

मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी भी रामेश्वर गुर्जर से प्रभावित हैं उन्होंने भी उसे भोपाल बुलाया था और बेहतर ट्रेनिंग देने की बात कही है.

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में पैदा हुए रामेश्वर ने 10 वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है. इसके परिवार में माता-पिता और पाँच भाई-बहन हैं और पूरा परिवार खेती करता है. अपने लिए सरकार की ओर से आ रहे ऑफर्स पर रामेश्वर ने कहा कि वो पिछले 4-5 सालों से दौड़ की तैयारी कर रहा है और उसे देश के लिए मेडल जीतना है. उसने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा मिला है और वो उनके विश्वास को नहीं तोड़ेगा.

अभी हाल ही में हमने देखा था कि कैसे लता मंगेशकर का फेमस ट्रेक 'एक प्यार का नगमा है' गाकर गरीबी के साए में किसी तरह गुजर बसर करने वाली रानू मंडल रातों रात स्टार बन गयीं. दरअसल सोशल मीडिया पर उनकी आवाज लोगों को इतनी भायी कि मानो उस महिला की जिंदगी ही बदल गई और वह अब किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं.

कह सकते हैं कि सोशल मीडिया ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ अगर कोई ट्रोल हुआ तो उसकी शामत आ जाती है तो वहीँ अगर सोशल मीडिया पर किसी की तारीफ शुरू हुई तो उसे आम से खास बनने में देर नहीं लगती.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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