• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

हाफिज सईद पर राजनीति क्यों?

    • आलोक रंजन
    • Updated: 27 नवम्बर, 2017 07:17 PM
  • 27 नवम्बर, 2017 07:17 PM
offline
अगर भारत की सभी पार्टियां आतंकवाद जैसे मुद्दों पर एकजुट होकर एक सन्देश देने का प्रयास करेंगी तो कोई भी आतंकी चाहे वो हाफिज सईद हो या मसूद अज़हर, भारत की तरफ आंख उठाने से पहले हज़ार बार सोचेगा.

भारत हमेशा से लश्कर के चीफ हाफिज सईद को अपना दुश्मन मानता रहा है. 2008 मुंबई हमलों का मुख्य गुनहगार हाफिज ही है. दिसंबर के महीने में गुजरात में विधानसभा का चुनाव होना है. शायद मुद्दों की ही कमी है, जिसके कारण पाकिस्तान में हाफिज की रिहाई गुजरात के चुनावी अखाड़े में प्रमुख पार्टियों के द्वारा उछाला जाने लगा है. भारत में किसी की भी सरकार रही हो लेकिन आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान से हमारे रिश्ते हमेशा ही तल्ख़ रहे हैं. आतंकवाद को लेकर राजनीति करना और एक दुसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करना आतंकियों के हौसलों को बुलंद करने जैसा ही है.

पाकिस्तान ने अपना रंग फिर से दिखा दिया

राहुल का वार

25 नवंबर को मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद की रिहाई को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. राहुल ने ट्विटर पर कटाक्ष करते हुए लिखा था कि नरेंद्र भाई का गले लगाना काम नहीं आया. उन्होंने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान सेना को लश्कर फंडिंग मामले में क्लीन चिट को लेकर मोदी और ट्रंप की दोस्ती पर तंज कसा था. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नरेंद्रभाई बात नहीं बनी. आतंक का मास्टरमाइंड आजाद. राष्ट्रपति ट्रंप ने लश्कर फंडिंग मामले में पाक सेना को क्लीन चिट दे दी, गले लगाने की नीति काम नहीं आई. जल्द ही और गले लगाने की जरूरत है.'

मोदी का पलटवार

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान हाफिज सईद की रिहाई के मसले पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए...

भारत हमेशा से लश्कर के चीफ हाफिज सईद को अपना दुश्मन मानता रहा है. 2008 मुंबई हमलों का मुख्य गुनहगार हाफिज ही है. दिसंबर के महीने में गुजरात में विधानसभा का चुनाव होना है. शायद मुद्दों की ही कमी है, जिसके कारण पाकिस्तान में हाफिज की रिहाई गुजरात के चुनावी अखाड़े में प्रमुख पार्टियों के द्वारा उछाला जाने लगा है. भारत में किसी की भी सरकार रही हो लेकिन आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान से हमारे रिश्ते हमेशा ही तल्ख़ रहे हैं. आतंकवाद को लेकर राजनीति करना और एक दुसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करना आतंकियों के हौसलों को बुलंद करने जैसा ही है.

पाकिस्तान ने अपना रंग फिर से दिखा दिया

राहुल का वार

25 नवंबर को मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद की रिहाई को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. राहुल ने ट्विटर पर कटाक्ष करते हुए लिखा था कि नरेंद्र भाई का गले लगाना काम नहीं आया. उन्होंने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान सेना को लश्कर फंडिंग मामले में क्लीन चिट को लेकर मोदी और ट्रंप की दोस्ती पर तंज कसा था. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नरेंद्रभाई बात नहीं बनी. आतंक का मास्टरमाइंड आजाद. राष्ट्रपति ट्रंप ने लश्कर फंडिंग मामले में पाक सेना को क्लीन चिट दे दी, गले लगाने की नीति काम नहीं आई. जल्द ही और गले लगाने की जरूरत है.'

मोदी का पलटवार

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान हाफिज सईद की रिहाई के मसले पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए बोला- 'पाकिस्तान में हाफिज की रिहाई पर कुछ लोग पर ताली बजा रहे हैं. एक आतंकी के रिहा होने पर ताली बजा रहे हैं.' नरेंद्र मोदी ने बहुत ही कठोर शब्दों में कहा,- 'पाकिस्तान की एक अदालत ने वहां के आतंकवादी को रिहा कर दिया और कांग्रेस इसका जश्न मना रही है. ये आश्चर्य की बात है.' उन्होंने कहा कि- 'जब देश ने सर्जिकल स्ट्राइक की, तो कांग्रेस के लोग सबूत मांग रहे थे. मुंबई में भी हमला हुआ था और उरी में भी आतंकी हमला हुआ था. हमने उरी का बदला उनके घर में घुस कर आतंकियों को मार कर लिया था. सरकार में फर्क होता है, नेता में फर्क होता है.'

24 नवंबर को पाकिस्तान की अदालत ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को जेल से रिहा कर दिया. मुंबई हमलों के बाद कई साल तक आजाद घूमने वाले हाफिज सईद को पाकिस्तान ने जनवरी 2017 में नजरबंद किया था. हाफिज सईद आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ है. वो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का भी संस्थापक है. हाफिज का भारत में कई आतंकी हमलों में हाथ पाया गया है. हाफिज के सिर पर अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर का इनाम भी घोषित कर रखा है. भारत मुंबई हमलों को लेकर हाफिज सईद और अन्य आरोपियों का डोजियर पाकिस्तान को कई बार सौंप चुका है. कई बार पाक को सबूत दे चुका है और सईद, लखवी आदि अन्य गुनहगारों पर कड़ी करवाई करने और दोबारा जांच करवाने का दबाव डालते आया है. लेकिन पाकिस्तान ने जैसे कान बंद कर रखा है.

ये भी पढ़ें-

हाफिज पर राहुल के ट्वीट में राजनीति नहीं, आतंकी के मंसूबों पर गौर करना होगा

26/11 के हमले का आतंकी धमकी देता है और भारत सिर्फ विचार करता है..

पाकिस्तान को अचानक हाफिज सईद बोझ क्यों लगने लगा?


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲