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UP Elections 2022: पीएम मोदी की सहारनपुर रैली का पूरे पश्चिमी यूपी में होगा असर

    • देवेश त्रिपाठी
    • Updated: 10 फरवरी, 2022 07:39 PM
  • 10 फरवरी, 2022 07:39 PM
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यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान (First Phase Voting) चल रहा था. और, इसके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मुजफ्फरनगर से सटे जिले सहारनपुर से अपने चुनावी अभियान का आगाज किया. पीएम मोदी के पूरे भाषण में पश्चिमी यूपी के मुद्दे ही छाए रहे. जिसनें पहले चरण के मतदान वाली सीटों को भी छुआ.

यूपी चुनाव 2022 के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान चल रहा था. और, इसके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरनगर से सटे जिले सहारनपुर से अपने चुनावी अभियान का आगाज किया. सहारनपुर में पीएम नरेंद्र मोदी की ये रैली भले ही दूसरे चरण के मतदान के लिए की गई थी. लेकिन, पीएम मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में इस पहली चुनावी रैली में अपना भाषण दिया. और, इसके जरिये यूपी चुनाव 2022 के पहले चरण के मतदान को भी साधने का दांव खेल दिया. सहारनपुर की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाजपा को चुनावी बढ़त दिला सकने वाले सभी मुद्दों को मुखरता से उठाया. पश्चिमी उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा पिछले चुनावी नतीजों से ही निकाला जा सकता है. 2017 में पश्चिमी यूपी की 136 विधानसभा सीटों में से 109 सीटों पर बीजेपी काबिज रही थी. वहीं, यूपी चुनाव 2022 के पहले चरण की बात करें, तो 58 सीटों में से 53 पर भाजपा का कब्जा था.

सहारनपुर रैली के जरिये पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी यूपी में के पहले चरण के मतदाताओं के मन को छूने की भरपूर कोशिश की. पीएम मोदी अपनी चुनावी रणनीतियों के लिए यूं ही मशहूर नही हैं. नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर की रैली से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपने मजबूत किले को दरकने से बचाने का भरसक प्रयास किया. नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर रैली में जनता की नब्ज को पकड़ते हुए उसकी भावनाओं को छूने वाले मुद्दे उठाकर साबित किया कि पार्टी के 'चाणक्य' भी वही हैं और 'चंद्रगुप्त मौर्य' भी. पीएम मोदी का भाषण शुरुआत से लेकर आखिर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुद्दे पर ही केंद्रित रहा. आसान शब्दों में कहा जाए, तो सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ दिनों पहले जिस '80 बनाम 20 का चुनाव' की बात कही थी. पीएम मोदी ने उसको ही अपने भाषण में विस्तार दिया. उन्होंने अपने भाषण में गरीब, दलित, पिछड़ों को साधा. पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को योगी सरकार द्वारा किए गए रिकॉर्ड भुगतान की भी याद दिलाई. कहना गलत नहीं होगी कि पीएम मोदी की बातों का असर पहले चरण के मतदान के साथ दूसरे चरण पर भी होगा.

यूपी चुनाव 2022 के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान चल रहा था. और, इसके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरनगर से सटे जिले सहारनपुर से अपने चुनावी अभियान का आगाज किया. सहारनपुर में पीएम नरेंद्र मोदी की ये रैली भले ही दूसरे चरण के मतदान के लिए की गई थी. लेकिन, पीएम मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में इस पहली चुनावी रैली में अपना भाषण दिया. और, इसके जरिये यूपी चुनाव 2022 के पहले चरण के मतदान को भी साधने का दांव खेल दिया. सहारनपुर की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाजपा को चुनावी बढ़त दिला सकने वाले सभी मुद्दों को मुखरता से उठाया. पश्चिमी उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा पिछले चुनावी नतीजों से ही निकाला जा सकता है. 2017 में पश्चिमी यूपी की 136 विधानसभा सीटों में से 109 सीटों पर बीजेपी काबिज रही थी. वहीं, यूपी चुनाव 2022 के पहले चरण की बात करें, तो 58 सीटों में से 53 पर भाजपा का कब्जा था.

सहारनपुर रैली के जरिये पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी यूपी में के पहले चरण के मतदाताओं के मन को छूने की भरपूर कोशिश की. पीएम मोदी अपनी चुनावी रणनीतियों के लिए यूं ही मशहूर नही हैं. नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर की रैली से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपने मजबूत किले को दरकने से बचाने का भरसक प्रयास किया. नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर रैली में जनता की नब्ज को पकड़ते हुए उसकी भावनाओं को छूने वाले मुद्दे उठाकर साबित किया कि पार्टी के 'चाणक्य' भी वही हैं और 'चंद्रगुप्त मौर्य' भी. पीएम मोदी का भाषण शुरुआत से लेकर आखिर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुद्दे पर ही केंद्रित रहा. आसान शब्दों में कहा जाए, तो सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ दिनों पहले जिस '80 बनाम 20 का चुनाव' की बात कही थी. पीएम मोदी ने उसको ही अपने भाषण में विस्तार दिया. उन्होंने अपने भाषण में गरीब, दलित, पिछड़ों को साधा. पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को योगी सरकार द्वारा किए गए रिकॉर्ड भुगतान की भी याद दिलाई. कहना गलत नहीं होगी कि पीएम मोदी की बातों का असर पहले चरण के मतदान के साथ दूसरे चरण पर भी होगा.

गन्ना किसानों को योगी सरकार का रिकॉर्ड भुगतान याद दिलाकर किसानों की नाराजगी खत्म करने की कोशिश.

माफी के साथ बताई मजबूरी

अपने भाषण की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण में मतदान कर रहे लोगों से चुनाव प्रचार में न आ पाने के लिए माफी मांगी और उन्हें अपनी मजबूरी भी बताई. ऐसे समय में जब पूरा यूपी चुनाव 2022 ऑनलाइन कैंपेनिंग पर टिका हो. पीएम मोदी के इस दांव के चलने की संभावनाएं कहीं ज्यादा बढ़ जाती हैं. उन्होंने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि 'मैं यहां से प्रथम चरण के मतदाताओं की क्षमा चाहता हूं. मेरा फर्ज था कि चुनाव घोषित होने के बाद उनके बीच में जाऊं, लेकिन मैं जा नहीं पाया था. चुनाव आयोग ने कुछ मर्यादाएं रखी थीं. वर्चुअल समिट में जरूर उनसे मिल लिया था. लेकिन, रूबरू जाकर दर्शन नहीं कर पाया था. मैं प्रथम चरण के मतदाताओं से क्षमायाचना के साथ दूसरे चरण के मतदाताओं को प्रणाम करते हुए आप से आशीर्वाद लेते हुए आज चुनाव अभियान का आरंभ कर रहा हूं.'

जनता ने तय कर लिया है किसे वोट देंगे?

पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने यूपी के विकास, यूपी को दंगा मुक्त, बहन-बेटियों को भय मुक्त, अपराधियों को जेल भेजने वालों को ही वोट देना तय कर लिया है. इतना कहने के साथ ही उन्होंने फिर से पश्चिमी यूपी के पहले चरण में जारी मतदान को लेकर वोटर्स का अभिनंदन किया. पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को आवास योजना के घर, अच्छे अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक इलाज की मुफ्त सुविधा, छोटे किसानों के बैंक खाते में पीएम किसान योजना का पैसा पहुंचने, कोरोना महामारी के समय मुफ्त राशन के लिए भी यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है. ये सभी ऐसे मुद्दे हैं, जो एक बड़े वर्ग को छूते हैं.

गन्ना किसानों को बताया योगी सरकार का रिकॉर्ड आंकड़ा

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि '10 सालों में गन्ना किसानों को जितना भुगतान किया गया, उससे ज्यादा गन्ना मूल्य का भुगतान योगी सरकार ने किया.' पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से गन्ने की ही खेती की जाती है. तो, गन्ना किसानों की जिक्र कर पीएम मोदी ने उन्हें स्पष्ट संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि 'गन्ना किसानों को चीनी की कीमतें कम होने, चीनी मिलें बंद होने की परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार एक बड़े विजन के साथ स्थायी उपाय कर रही है. गन्ने से बने एथेनॉल से यूपी को 12 हजार करोड़ रुपये मिले हैं. और, आने वाले दिनों में ये राशि और बढ़ने वाली है. जब चीनी की जरूरत होगी, तो चीनी बनेगी. वरना गन्ने से एथेनॉल बनाया जाएगा. इससे गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ेगी.' 

कानून-व्यवस्था पर योगी के एक्शन की तारीफ

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था लंबे समय से एक बड़ा मुद्दा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में गुंडों-माफियाओं पर योगी सरकार के एक्शन की तारीफ की और इससे व्यापार बढ़ने की बात कही. पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि 'वो कहते हैं कि देखो उसे जेल भेज दिया, उसे जेल भेज दिया, ऐसे लोगों को जेल नहीं, तो उसे महल में भेंजे क्या?' पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी और आरएलडी गठबंधन पर सहारनपुर के दंगों के आरोपियों को टिकट देने का आरोप जड़ा. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि 'इन्होंने पूरे पश्चिमी यूपी में इन लोगों ने चुन-चुन कर अपराधियों को उतारा है.'

परिवारवाद की राजनीति पर प्रहार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन, कांग्रेस, बसपा पर 'घोर परिवारवादी' होने का ठप्पा लगाया. पीएम मोदी ने इन सियासी दलों पर निशाना साधते हुए कहा 'इन दिनों घोर परिवारवादी लोग जनता से लगातार खोखले वादे किए जा रहे हैं. उन्‍हें मालूम है कि आना तो है नहीं, वादे करने में जाता क्‍या है.' पीएम मोदी ने कहा कि 'शहरों को 22 घंटे और गांवों को 20 घंटे बिजली देने की बात करने वालों ने उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा. परिवारवादी सोच में बिजली अपने परिवार के जिले ही अटक गई. इन घोर परिवारवादी के सारे काम-धंधे बंद हो गए हैं.'

हिजाब बैन के बीच मुस्लिम महिलाओं के समर्थन की बात

कर्नाटक समेत देश के कई राज्यों में इन दिनों हिजाब को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. ऐसे समय में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं के भाजपा के पक्ष में होने का दावा किया. पीएम मोदी ने कहा कि 'मुस्लिम महिलाएं भाजपा का समर्थन करने लगी हैं, तो वोटों के ठेकेदार उनका हक रोकने के लिए नए नए तरीके खोजे जा रहे हैं. उन्हें बरगला रहे हैं. भाजपा सरकार ने उन्हें तीन तलाक से मुक्ति दिलाई इसलिए वह बीजेपी को वोट दे रही हैं.' गौरतलब है कि भाजपा हमेशा से ही दावा करती रही है कि तीन तलाक कानून की वजह से पार्टी को मुस्लिम महिलाओं का समर्थन मिलता रहा है.

पश्चिमी यूपी के चुनाव में दंगों का जिक्र होगा ही

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के दंगों का जिक्र किए बिना राजनीति अधूरी ही कही जा सकती है. तो, पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण खत्म करने से पहले और मुस्लिम महिलाओं के समर्थन की बात कहने के तुरंत बाद इसी मुद्दे को उठाया. क्योंकि, सपा-आरएलडी गठबंधन किसान आंदोलन से उपजे गुस्से के सहारे जाट-मुस्लिम एकता की बातें कर रहा है. जो इन दंगों के बाद से ही बिगड़ गई थी. पीएम मोदी ने सपा सरकार के दौरान दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि 'मुजफ्फरनगर में जो हुआ, वो तो कलंक था ही. यहां सहारनपुर में जो कुछ हुआ, वो भी खौफनाक था. राजनीतिक संरक्षण में लोगों को किस तरह निशाना बनाया जाता है, सहारनपुर दंगे इसका प्रमाण हैं.'

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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