• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

PM Modi Address to Nation: इशारे इशारे में बहुत कुछ बतला गए प्रधानमंत्री मोदी

    • मशाहिद अब्बास
    • Updated: 01 जुलाई, 2020 12:34 PM
  • 01 जुलाई, 2020 12:34 PM
offline
प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) का संबोधन हमेशा सुर्खियों में छाया रहता है. वह जब भी देश के सामने आते हैं तो पहले से कयास तो लगते ही हैं संबोधन के बाद भी चर्चा का सिलसिला थमने का नाम नहीं लेता. प्रधानमंत्री अपने संबोधन में इशारों इशारों में कई चीजों का जिक्र करते हैं जिनपर चर्चा होना तो लाजिमी है.

पीएमओ (PMO) ने जैसे ही ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) देश को 4 बजे संबोधित करेंगें. तब से ही देश का हर एक तबका माथापच्ची में जुट गया कि आखिर अब प्रधानमंत्री (Prime Minister) के पिटारे से क्या निकलने वाला है. कयास लगाए जा रहे थे कि प्रधानमंत्री का संबोधन सीमा विवाद पर हो सकता है या फिर कोरोना के बढ़ते खतरे के बारे में जानकारियां साझा करेंगे. कुछेक कयास ये लगाए जा रहे थे कि क्या फिर से प्रधानमंत्री द्वारा लॅाकडाउन (lockdown) लगाया जा सकता है. तमाम तरह के कयास तब तक जारी रहे जब तक प्रधानमंत्री खुद स्क्रीन पर सबके सामने नहीं आ गए. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही कोरोना को लेकर जो टिप्पणी की उसने ही साफ कर दिया कि कोरोना संकट पर प्रधानमंत्री का पूरा संबोधन रहने वाला है.

राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने एक कुशल अभिवाहक परिचय दिया है

पीएम मोदी का संबोधन 5 मिनट का रहा और पूरा का पूरा संबोधन राशन से लेकर राशन कार्ड तक केन्द्रित रहा. हालांकि इस दौरान इशारे इशारे में प्रधानमंत्री ने जो बातें कही है वह विपक्ष को जरूर चुभेगा और इसका पूरा लाभ भाजपा अपने चुनावी रैलियों में भी भुनाने की कोशिश करेगी. पीएम मोदी के इन्हीं इशारों को समझना जरूरी है.

केयरटेकर प्रधानमंत्री की छवि

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही बरसात के मौसम से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए जो अपील की वह एक अच्छा संदेश बनकर उभरा है.

प्रधानमंत्री की यह बात उनकी छवि पर लगने वाले दाग को कम करने का काम बखूबी करेगा. साथ ही प्रधानमंत्री की यह अपील कि कोरोना को लेकर जो लापरवाही हो रही है उसे हर हाल में रोकना होगा, देश अनलाक की स्थिति में है खतरा बढ़ गया है ऐसे में एहतियात...

पीएमओ (PMO) ने जैसे ही ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) देश को 4 बजे संबोधित करेंगें. तब से ही देश का हर एक तबका माथापच्ची में जुट गया कि आखिर अब प्रधानमंत्री (Prime Minister) के पिटारे से क्या निकलने वाला है. कयास लगाए जा रहे थे कि प्रधानमंत्री का संबोधन सीमा विवाद पर हो सकता है या फिर कोरोना के बढ़ते खतरे के बारे में जानकारियां साझा करेंगे. कुछेक कयास ये लगाए जा रहे थे कि क्या फिर से प्रधानमंत्री द्वारा लॅाकडाउन (lockdown) लगाया जा सकता है. तमाम तरह के कयास तब तक जारी रहे जब तक प्रधानमंत्री खुद स्क्रीन पर सबके सामने नहीं आ गए. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही कोरोना को लेकर जो टिप्पणी की उसने ही साफ कर दिया कि कोरोना संकट पर प्रधानमंत्री का पूरा संबोधन रहने वाला है.

राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने एक कुशल अभिवाहक परिचय दिया है

पीएम मोदी का संबोधन 5 मिनट का रहा और पूरा का पूरा संबोधन राशन से लेकर राशन कार्ड तक केन्द्रित रहा. हालांकि इस दौरान इशारे इशारे में प्रधानमंत्री ने जो बातें कही है वह विपक्ष को जरूर चुभेगा और इसका पूरा लाभ भाजपा अपने चुनावी रैलियों में भी भुनाने की कोशिश करेगी. पीएम मोदी के इन्हीं इशारों को समझना जरूरी है.

केयरटेकर प्रधानमंत्री की छवि

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में ही बरसात के मौसम से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए जो अपील की वह एक अच्छा संदेश बनकर उभरा है.

प्रधानमंत्री की यह बात उनकी छवि पर लगने वाले दाग को कम करने का काम बखूबी करेगा. साथ ही प्रधानमंत्री की यह अपील कि कोरोना को लेकर जो लापरवाही हो रही है उसे हर हाल में रोकना होगा, देश अनलाक की स्थिति में है खतरा बढ़ गया है ऐसे में एहतियात बरतना ही होगा.

लॅाकडाउन के फैसले को किया पास

प्रधानमंत्री ने कोरोना के आंकड़ों को गवाह रखते हुए जो देश की वर्तमान स्थिति से सबको अवगत कराया है वह पीएम मोदी के फैसले को पास कर देने के लिए काफी है. प्रधानमंत्री ने बताया कि अन्य देशों के मुकाबले भारत अच्छी स्थिति में है.

राज्य सरकारों को सख्ती बरतने का संदेश

प्रधानमंत्री ने प्रधान और प्रधानमंत्री को एक ही कठघरे में खड़ा करके स्पष्ट संदेश दे दिया कि चाहे कोई भी राज्य हो सभी को सख्ती बरतना होगा इसमें किसी भी तरह कि कोताही नहीं होनी चाहिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है. स्थानीय प्रशासन को और सख्ती दिखाने का इशारा किया है.

गरीबों को तोहफा

देश के 80 करोड़ लोगों को वर्तमान में प्रधानमंत्री गरीब कल्य़ाण योजना के तहत फ्री में राशन मिल रहा है. प्रधानमंत्री ने इसी योजना को विस्तार दे दिया है यानी अप्रैल, मई, जून के बाद इस योजना का लाभ 5 महीने तक और मिलता रहेगा.

एक राष्ट्र एक राशन कार्ड

पूरे देश में एक ही राशन कार्ड को मंजूरी तो पहले ही मिल गई थी लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने इस कार्य को फिर से दोहराया. यह बहुत बड़ा कदम है जिसका फायदा भी जगजाहिर है.

कोरोना की अवधि का इशारा

प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि अभी हालात नहीं संभलने वाले हैं यह कोरोना काल लंबा रहने वाला है इसके लिए नवंबर-दिसंबर तक का पूरी तरह से इंतजार करना होगा. इसीलिए योजना को नवंबर माह तक ही बढ़ाया गया है.

बिहार चुनाव पर भी ध्यान

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में योजना का विस्तार देते हुए जिस तरह बिहार के प्रमुख त्योहारों में से एक छठ पूजा का जिक्र किया वह बिहार को आकर्षित करने के लिए पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक ही था. हालांकि विपक्ष इस पूरे योजना को बिहार से जोड़ रही है लेकिन इस योजना का लाभ देश भर के गरीबों को मिलने वाला है इसलिए वह सीधे तौर पर पीएम मोदी पर तंज नहीं मार पा रही है.

किसानों और टैक्सकर्ताओं की पीठ थपथपाई

प्रधानमंत्री ने टैक्सकर्ता और किसानों का शुक्रिया अदा करते हुए जो संदेश दिया वह पीएम केयर फंड पर उठे सवालों को पस्त कर देने का कार्य करेगा. प्रधानमंत्री ने इशारे इशारे में अमेरिकी जनसंख्या और पूरा हिसाब देकर बताया कि इस योजना में काफी बड़ी मात्रा में लागत लगी है और इसका फायदा भी देश के अधिकतर लोगों तक पहुंच रहा है.

ये भी पढ़ें -

TikTok 59 Chinese apps ban: ड्रैगन की पूंछ पर वार और एक ही दिन में सब बराबर

China को करारा जवाब देने के बाद मोदी-शाह अब राहुल गांधी से करेंगे दो-दो हाथ!

बाबा रामदेव की गोली भले फेल हो पर सियासत की लेबोरेटरी में पास है


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲