• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

Pakistan का सियासी संकट इन तीन महिलाओं की चर्चा के बिना अधूरा है

    • देवेश त्रिपाठी
    • Updated: 02 अप्रिल, 2022 10:06 PM
  • 02 अप्रिल, 2022 10:05 PM
offline
पाकिस्तान में उपजे सियासी संकट के बाद तकरीबन तय हो गया है कि इमरान खान (Imran Khan) की सत्ता जाने वाली है. वैसे, पाकिस्तान के सियासी संकट को तीन महिलाओं की चर्चा के बिना समझना अधूरा होगा. इनमें से दो महिलाओं ने इमरान खान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. तो, एक महिला इमरान खान की सरकार बचाने की जुगत लगा रही है.

पाकिस्तान में उपजा सियासी संकट अब अपने चरम पर पहुंच चुका है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने में ज्यादा समय नहीं बचा है. तकरीबन तय हो चुका है कि इमरान खान के नाम के आगे अब पूर्व पीएम जुड़ जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि अपने आखिरी दांव के तौर पर इमरान खान ने जिस चिट्ठी का जिक्र कर अमेरिका को घेरने की कोशिश की. उसी चिट्ठी के चलते इमरान को पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 32 से आजीवन अयोग्य घोषित किया जा सकता है. अगर ऐसा होता है, तो इमरान खान के लिए सियासी पारी के साथ ही जिंदगी में आगे की पारी खेलना भी बहुत मुश्किल होने वाला है. क्योंकि, इमरान खान के 'डाई हार्ड' फैंस को छोड़कर विपक्षी पार्टियों समेत पाकिस्तानी सेना भी उनके खिलाफ मुखर ही नजर आई है. वैसे, विपक्षी पार्टियों ने पाकिस्तान के पीएम पद के लिए शहबाज शरीफ के नाम का ऐलान कर दिया है. लेकिन, पाकिस्तान के इस सियासी संकट की बात तीन महिलाओं की चर्चा के बिना अधूरी है. आइए जानते हैं कि वो तीन महिलाएं कौन हैं?

पाकिस्तान में उपजे सियासी संकट में मरियम नवाज, रेहम खान और बुशरा बीबी का नाम सुर्खियों में आना लाजिमी है.

इमरान खान के खिलाफ मोर्चा खोलने में सबसे आगे मरियम नवाज

पाकिस्तान में आज इमरान खान की कुर्सी खतरे में नजर आ रही है. तो, इसमें मरियम नवाज (Maryam Nawaz) का नाम सबसे ऊपर नजर आता है. मरियम नवाज पीएमएल-एन की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी हैं. आज भले ही नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पीएमएल-एन के अध्यक्ष की कुर्सी पर रहते हुए पीएम पद के करीब नजर आ रहे हों. लेकिन, इमरान खान की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने में सबसे आगे मरियम नवाज ही नजर आई हैं. इमरान खान के खिलाफ अविश्वास...

पाकिस्तान में उपजा सियासी संकट अब अपने चरम पर पहुंच चुका है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने में ज्यादा समय नहीं बचा है. तकरीबन तय हो चुका है कि इमरान खान के नाम के आगे अब पूर्व पीएम जुड़ जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि अपने आखिरी दांव के तौर पर इमरान खान ने जिस चिट्ठी का जिक्र कर अमेरिका को घेरने की कोशिश की. उसी चिट्ठी के चलते इमरान को पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 32 से आजीवन अयोग्य घोषित किया जा सकता है. अगर ऐसा होता है, तो इमरान खान के लिए सियासी पारी के साथ ही जिंदगी में आगे की पारी खेलना भी बहुत मुश्किल होने वाला है. क्योंकि, इमरान खान के 'डाई हार्ड' फैंस को छोड़कर विपक्षी पार्टियों समेत पाकिस्तानी सेना भी उनके खिलाफ मुखर ही नजर आई है. वैसे, विपक्षी पार्टियों ने पाकिस्तान के पीएम पद के लिए शहबाज शरीफ के नाम का ऐलान कर दिया है. लेकिन, पाकिस्तान के इस सियासी संकट की बात तीन महिलाओं की चर्चा के बिना अधूरी है. आइए जानते हैं कि वो तीन महिलाएं कौन हैं?

पाकिस्तान में उपजे सियासी संकट में मरियम नवाज, रेहम खान और बुशरा बीबी का नाम सुर्खियों में आना लाजिमी है.

इमरान खान के खिलाफ मोर्चा खोलने में सबसे आगे मरियम नवाज

पाकिस्तान में आज इमरान खान की कुर्सी खतरे में नजर आ रही है. तो, इसमें मरियम नवाज (Maryam Nawaz) का नाम सबसे ऊपर नजर आता है. मरियम नवाज पीएमएल-एन की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी हैं. आज भले ही नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ पीएमएल-एन के अध्यक्ष की कुर्सी पर रहते हुए पीएम पद के करीब नजर आ रहे हों. लेकिन, इमरान खान की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने में सबसे आगे मरियम नवाज ही नजर आई हैं. इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद मरियम नवाज ने पाकिस्तान के पीएम से 'आत्म सम्मान' दिखाते हुए इस्तीफा देने की बात तक कह दी थी.

2018 के बाद पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज ने इमरान खान को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ा है. मरियम नवाज ने 2012 में राजनीति में कदम रखते हुए पिता नवाज शरीफ के लिए चुनावी कैंपेन में जोर-शोर से हिस्सा लिया. नतीजे नवाज शरीफ के पक्ष में आए. और, मरियम को इस जीत के बाद पीएमएल-एन की यूथ विंग की जिम्मेदारी दे दी गई. 2018 में भ्रष्टाचार के आरोपों में मरियम नवाज को भी पिता नवाज शरीफ की तरह ही जेल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि, हाईकोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाते हुए जमानत दे दी थी. मरियम के खिलाफ ये मामला अभी भी चल रहा है. और, उन्हें देश छोड़ने की इजाजत नहीं है.

रेहम खान ने आत्मकथा और बयानों से खोले काले चिट्ठे

पाकिस्तान के सियासी संकट की चर्चा हो. और, इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान (Reham Khan) का नाम न लिया जाए, ऐसा होना नामुमकिन है. दरअसल, रेहम खान ने इमरान खान के जितने काले चिट्ठे खोले हैं, शायद ही किसी ने खोले होंगे. रेहम खान और इमरान खान की शादी 2015 में हुई थी. लेकिन, 10 महीनों के बाद ही दोनों का तलाक हो गया था. 2018 में रेहम खान ने अपनी आत्मकथा में इमरान खान के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी थी. इस किताब में रेहम खान ने दावा किया था कि इमरान खान ने उन्हें बताया था कि उनके शादीशुदा महिलाओं से पांच बच्चे हैं. आसान शब्दों में कहा जाए, तो शादी टूटने के बाद से ही रेहम खान का कहर इमरान खान पर शब्दों के तौर पर टूटता रहा है. हालांकि, 2018 में आई रेहम खान की आत्मकथा को इमरान खान के राजनीतिक करियर को खत्म करने की कोशिश के तौर पर भी देखा जाता है.

वैसे, 48 साल की रेहम खान पेशे से पत्रकार रही हैं. ब्रिटेन की नागरिकता रखने वाली रेहम खान पत्रकार के तौर पर पाकिस्तान के लीगल टीवी, बीबीसी और पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार डॉन के साथ भी जुड़ी रही हैं. रेहम खान की पहली शादी एजाज रहमान के साथ हुई थी. जो ब्रिटेन में डॉक्टर हैं. रेहम खान ने दावा किया था कि एजाज रहमान उनके साथ घरेलू हिंसा करते थे. लेकिन, उनके पूर्व पति इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं. एजाज के साथ हुई शादी से रेहम के तीन बच्चे हैं. रेहम खान पश्तून मूल की लेखिका और फिल्ममेकर भी हैं. उन्होंने पाकिस्तानी फिल्म 'जनान' को प्रोड्यूस किया था, जो 2016 में रिलीज हुई थी. उन्होंने जनवरी 2022 में दावा किया था कि इस्लामाबाद में उनके ऊपर जानलेवा हमला भी किया गया था. हाल ही में रेहम खान ने कहा था कि इमरान खान के पास सब कुछ है, बस अक्ल नहीं है. 

बुशरा बीबी के जादू-टोने से क्या बचेगी इमरान की कुर्सी? 

पाकिस्तान में ये किस्सा बहुत मशहूर है कि इमरान खान के पाकिस्तान के पीएम की कुर्सी पर पहुंचाने में बुशरा बीबी (Bushra Bibi) का हाथ है. और, इन्हीं बुशरा बीबी पर अब ये भी आरोप लग रहे हैं कि इमरान खान की सत्ता बचाने के लिए वह जिंदा मुर्गे जला रही हैं. दरअसल, इमरान खान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी पर जादू-टोना करने के आरोप लंबे समय से लगते रहे हैं. और, रहस्यमयी व्यक्तित्व वाली बुशरा बीबी खुद को 'पीर' और 'आध्यात्मिक हीलर' बताती हैं. कहा जाता है कि इमरान खान की सरकार और राजनीतिक दल पीटीआई में बुशरा बीबी को 'गॉडमदर' का दर्जा मिला हुआ है. बुशरा बीबी एक मार्गदर्शक के तौर पर इमरान खान पर अपना प्रभाव रखती हैं. कहा जाता है कि इमरान बुशरा से पूछे बिना एक कदम भी नहीं उठाते हैं.

2015 के एक उपचुनाव को लेकर बुशरा बीबी की भविष्यवाणी ने इमरान खान को उनका कायल बना दिया. कहा जाता है कि इसके बाद इमरान खान हर राजनीतिक मामले में उनसे सलाह लेने लगे. पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान ने बुशरा बीबी से शादी की थी. लेकिन, इस शादी को लेकर दिलचस्प किस्सा है. कहा जाता है कि बुशरा बीबी ने भविष्यवाणी की थी कि अगर इमरान खान की शादी उनके परिवार में हो जाती है, तो वह पीएम बन जाएंगे. इसके बाद बुशरा बीबी ने इमरान खान की शादी अपनी बहन और उनकी बेटी से भी कराने की कोशिश की. लेकिन, इमरान खान ने बुशरा बीबी से ही शादी की शर्त रख दी. जिसके बाद बुशरा ने अपने पति से तलाक लेकर इमरान से शादी की. दावा किया जाता है कि बुशरा बीबी से शादी के 6 महीने बाद ही इमरान खान पीएम बने थे.

बुशरा बीबी और उनका परिवार पाकपट्टन शहर का है. पाकपट्टन में सूफी संत बाबा फरीद की दरगाह है. इमरान खान भी इसके अनुयायी हैं. और, बुशरा बीबी के साथ इमरान की पहली मुलाकात यहीं हुई थी. कहा जाता है कि बुशरा बीबी के पास दो जिन्न हैं. जिनके दम पर पर जादू-टोना कर इमरान खान की मुश्किलें दूर करती रही हैं. कुछ समय पहले बुशरा बीबी इमरान खान को गिफ्ट में मिली बेशकीमती घड़ी को बेचने की वजह से भी चर्चा में आई थीं. हालांकि, इस मामले पर इमरान खान को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲