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पाकिस्तान के इस झूठ को सुनकर तो मसूद अजहर भी हंसने लगेगा!

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 07 मार्च, 2019 05:39 PM
  • 07 मार्च, 2019 02:42 PM
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पुलवामा आतंकी हमले और भारत की सर्जिकल स्ट्राइक 2 को लेकर पाकिस्तान ने कई झूठ बोले हैं, लेकिन इस बार मसूद अजहर को लेकर जो झूठ बोला उसमें तो खुद जैश-ए-मोहम्मद के चीफ को अफवाहों का खंडन करने आना पड़ा.

पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने के खुलासे के बाद से ही पाकिस्तान पर चारों तरफ से जैश और मसूद अजहर के खिलाफ कुछ कार्यवाई करने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है. भारत की सर्जिकल स्ट्राइक 2 के बाद से तो पाकिस्तान की हवाइयां ही उड़ी हुई हैं और भले ही वो अंतरराष्ट्रीय मंच में कुछ भी बोले लेकिन पाकिस्तान ने जैश के खिलाफ कार्यवाई शुरू कर दी है.

जैश से जुड़े कई मदरसों पर छापामारी की जा रही है. इसे पाकिस्तान नेशनल एक्शन प्लान (NAP) के तहत कर रहा है. क्योंकि पाकिस्तान इस तरह से एक्शन में आ गया है इसलिए जैश सरगना मसूद अजहर ने बौखला कर भारत को और पाकिस्तानी लिबरल लोगों के खिलाफ जिहाद तक की बात कर डाली.

तो क्या भारत पर और भी हमले होने वाले हैं?

मसूद अजहर ने 11.41 मिनट की ऑडियो क्लिप जैश के एक चैट प्लेटफॉर्म पर अपलोड की है और कहा है कि भारत को सबक सिखाने की जरूरत है. इस टाइम्स नाओ की रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑडियो क्लिप में मसूद अजहर की कई कहानियां हैं और इस ऑडियो क्लिप की शुरुआत होती है अजहर की मौत की खबर से जिसे अजहर ने खुद ही झूठा बताया और कहा कि वो जिंदा है और अपने अनुयायियों को मसूद अजहर ने भारत पर जिहाद करने को कहा है. कश्मीरियों को दबाने के लिए भारत को सबक सिखाने के लिए कहा गया है.

मसूद अजहर ने खुद कहा कि वो ठीक हैं और भारत पर जिहाद करने की जरूरत है.

इसी ऑडियो क्लिप के अगले हिस्से में मसूद अजहर ने मलाला जैसे पाकिस्तानी लिबरल लोगों के बारे में बात की है और कहा है कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और ऐसा होना नहीं चाहिए. इस देश में ऐसे लिबरल लोगों को राज करने नहीं दिया जाना चाहिए. स्पीच में कहा गया है कि 'ये लिबरल लोग पाकिस्तान का इस्लामिकरण जिया-उल-हक के समय से बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं तो सोचिए...

पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने के खुलासे के बाद से ही पाकिस्तान पर चारों तरफ से जैश और मसूद अजहर के खिलाफ कुछ कार्यवाई करने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है. भारत की सर्जिकल स्ट्राइक 2 के बाद से तो पाकिस्तान की हवाइयां ही उड़ी हुई हैं और भले ही वो अंतरराष्ट्रीय मंच में कुछ भी बोले लेकिन पाकिस्तान ने जैश के खिलाफ कार्यवाई शुरू कर दी है.

जैश से जुड़े कई मदरसों पर छापामारी की जा रही है. इसे पाकिस्तान नेशनल एक्शन प्लान (NAP) के तहत कर रहा है. क्योंकि पाकिस्तान इस तरह से एक्शन में आ गया है इसलिए जैश सरगना मसूद अजहर ने बौखला कर भारत को और पाकिस्तानी लिबरल लोगों के खिलाफ जिहाद तक की बात कर डाली.

तो क्या भारत पर और भी हमले होने वाले हैं?

मसूद अजहर ने 11.41 मिनट की ऑडियो क्लिप जैश के एक चैट प्लेटफॉर्म पर अपलोड की है और कहा है कि भारत को सबक सिखाने की जरूरत है. इस टाइम्स नाओ की रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑडियो क्लिप में मसूद अजहर की कई कहानियां हैं और इस ऑडियो क्लिप की शुरुआत होती है अजहर की मौत की खबर से जिसे अजहर ने खुद ही झूठा बताया और कहा कि वो जिंदा है और अपने अनुयायियों को मसूद अजहर ने भारत पर जिहाद करने को कहा है. कश्मीरियों को दबाने के लिए भारत को सबक सिखाने के लिए कहा गया है.

मसूद अजहर ने खुद कहा कि वो ठीक हैं और भारत पर जिहाद करने की जरूरत है.

इसी ऑडियो क्लिप के अगले हिस्से में मसूद अजहर ने मलाला जैसे पाकिस्तानी लिबरल लोगों के बारे में बात की है और कहा है कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और ऐसा होना नहीं चाहिए. इस देश में ऐसे लिबरल लोगों को राज करने नहीं दिया जाना चाहिए. स्पीच में कहा गया है कि 'ये लिबरल लोग पाकिस्तान का इस्लामिकरण जिया-उल-हक के समय से बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं तो सोचिए कि अगर हम इन लोगों के खिलाफ खड़े होंगे तो क्या होगा. '

अगर इस स्पीच में जिया-उल-हक के जिक्र से आप वाकिफ नहीं हैं तो मैं आपको बता दूं कि यही पाकिस्तान के 6वें प्रेसिडेंट थे और इनके कारण ही पाकिस्तान राजनीतिक इस्लामिकरण का केंद्र बन गया. यही वो हैं जिन्होंने मार्शियल लॉ (पाकिस्तानी आर्मी का सरकार पर नियंत्रण) स्थापित किया था. ये कट्टर इस्लामिक सोच रखते थे.

कुल मिलाकर ये नई धमकी थी जो भारत के खिलाफ जिहाद को और मजबूत करने को कह रही थी. भारत जो पहले ही आतंकी हमलों से परेशान है और अपने कई लोगों को खो चुका है उसे अभी और ज्यादा परेशानियों से लड़ने के लिए तैयार होना पड़ेगा.

मसूद अजहर ने तो यहां तक कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी प्रेशर में आकर बोल रहे हैं और पाकिस्तानी सरकार भारत के दबाव में आ रही है. खुद मसूद अजहर अल्लाह के करम से अभी ठीक हैं, लेकिन पाकिस्तान ने जो कार्यवाई जैश के खिलाफ शुरू की है वो गलत है. शाह महमूद कुरैशी ने पहले कहा था कि अजहर पाकिस्तान में ही है और अपना घर छोड़ने की हालत में भी नहीं है क्योंकि वो बहुत बीमार है. अब इस झूठ का पर्दाफाश तो मसूद अजहर की ऑडियो क्लिप ने ही कर दिया. 

अब पाकिस्तान का वो झूठ जिसे सुनकर कोई भी हंसने लगेगा!

पाकिस्तान किस कदर झूठ बोलता है और अपने यहां होने वाली गतिविधियों को किस तरह नकारता है उसकी बात तो सभी को पता है, लेकिन अजमल कसाब के पाकिस्तानी नागरिक होने की बात को झुठलाने वाला पाकिस्तान अब ये कह रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का कोई अस्तित्व पाकिस्तान में है ही नहीं. जी हां, ये कहा भी तब गया है जब खुद शाह महमूद कुरैशी और मसूद अजहर मान चुके हैं कि जैश का अस्तित्व पाकिस्तान में है.

पाकिस्तान में ही मसूद अजहर के बेटे और भाई को हिरासत में लिया गया और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्यवाई की गई जिसमें मसूद अजहर ने खुद ऑडियो क्लिप रिलीज की और पाकिस्तानी सेना का ये दावा है कि JeM तो उनके देश में है ही नहीं.

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर का कहना है कि पाकिस्तान में जैश है ही नहीं. उन्होंने CNN को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान की तरफ से हमले की कोई भी जिम्मेदारी नहीं ली गई है और पाकिस्तान में तो जैश-ए-मोहम्मद है ही नहीं.

इस वीडियो में 2 मिनट 8 सेकंड बाद आप मेजर जनरल आसिफ गफूर को कहते हुए सुन सकते हैं कि कैसे वो साफ झूठ बोल रहे हैं और पुलवामा आतंकी हमले का सारा दोश भारतीय फौज पर ही मढ़ रहे हैं. आसिफ गफूर ने तो ये भी कहा कि N और पाकिस्तान दोनों की तरफ से ये घोषणा हो चुकी है कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में है ही नहीं?

अब कुछ सवाल जो पाकिस्तान से पूछने चाहिए वो ये कि-

1. अगर जैश है ही नहीं तो फिर मसूद अजहर और जैश के चैट प्लेटफॉर्म्स पाकिस्तान में क्यों एक्टिव हैं?2. क्यों पाकिस्तान में जैश से जुड़ी रैलियां होती आई हैं?3. क्यों जैश के ठिकानों पर पाकिस्तान की तरफ से एक्शन लिया जा रहा है? अगर जैश है ही नहीं तो क्यों मसूद अजहर के बेटे और भाई को अरेस्ट किया गया है?4. अगर जैश पाकिस्तान में है ही नहीं तो क्यों पाकिस्तानी विदेश मंत्री इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है और वो बहुत बीमार है?5. अगर जैश पाकिस्तान में है ही नहीं तो क्यों भारत के सबूत सौंपने के बाद पाकिस्तान की तरफ से कार्यवाई की जा रही है?

ये इंटरव्यू पाकिस्तानी फॉरेन मिनिस्टर शाह महमूद कुरैशी ने CNN को दिया था और इस वीडियो में 1 मिनट 57 सेकंड बाद आप शाह महमूद कुरैशी को ये कहते हुए सुन सकते हैं कि जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है और इतनी बुरी हालत में हैं कि वो अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकते.

सिर्फ 4 दिन में भयंकर बीमार मसूद अजहर जिहाद करने लायक ठीक कैसे हो गए?

अब शाह महमूद कुरैशी का ये इंटरव्यू 2 मार्च को दिया गया था और 6 मार्च को ही मेजर जनरल आसिफ गफूर और खुद मसूद अजहर दोनों के द्वारा कही गई बातें आपने जान लीं. यानी 2 मार्च से 6 मार्च के बीच पाकिस्तान से भयंकर बीमार मसूद अजहर ठीक भी हो गए और बोलने और जिहाद करने की ताकत रखने लगे और इन्ही 4 दिन में वो पाकिस्तान से बाहर भी चले गए. क्योंकि गफूर साहब तो कह चुके हैं कि जैश पाकिस्तान में है ही नहीं. 2 मार्च को जो आदमी घर से बाहर निकलने लायक भी ठीक नहीं था वो 6 मार्च तक शायद देश से ही बाहर निकल गया. अब ये तो पाकिस्तान से पूछना पड़ेगा कि मसूद अजहर को लाइलाज बीमारी के लिए कौन सी संजीवनी बूटी पिलाई गई जो 4 दिन में इतनी ताकत आ गई उनमें. (मसूद अजहर ने ऑडियो क्लिप में 4 मार्च का जिक्र किया था यानी ताकत उनमें 2 दिन में ही आ गई थी. औऱ ये क्लिप 6 मार्च को ही सामने आई है.)

पाकिस्तान के झूठ का आलम देखिए कि तीन लोग जो पाकिस्तानी सर्जिकल स्ट्राइक में अहम किरदार निभा रहे थे वो तीनों ही अलग-अलग भाषण दे रहे हैं. ये तो हाल ही कि बात है. पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान ने झूठ का जो पुलिंदा बनाना शुरू किया है उसमें वो अब खुद ही घिरता जा रहा है. मतलब कम से कम सभी अहम पाकिस्तानियों को एक साथ एक मीटिंग तो कर लेनी थी इंटरव्यू देने से पहले ताकि उनका झूठ न पकड़ा जाए. एक ही चैनल को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान ने 4 दिन में दो अलग-अलग बातें कह डालीं.

अब खुद ही सोचिए जैश के सरगना को खुद पाकिस्तान में बैठकर अपना ऑडियो रिलीज करना पड़ा और सरकार के खिलाफ बातें भी कहनी पड़ीं. मतलब सरकार से सिर्फ पाकिस्तानी जनता ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के आतंकवादी भी परेशान हो गए हैं. बहरहाल, पाकिस्तान के और कितने झूठ सामने आएंगे ये देखना अभी बाकी है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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