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आर्यन केस में नवाब मलिक की बातें अपने दामाद पर हुई कार्रवाई की खुन्नस है!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 10 अक्टूबर, 2021 11:06 PM
  • 10 अक्टूबर, 2021 11:06 PM
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मुंबई ड्रग केस के चलते एक बार फिर एनसीपी नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी को निशाने पर लिया है. नवाब मलिक, मुंबई ड्रग केस छापेमारी को लेकर कुछ भी कह लें मगर उनकी खिजलाहट के तार 2019 में घटी उस घटना से जुड़े हैं ,जहां उनके दामाद को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

मुंबई ड्रग केस के चलते एक बार फिर एनसीपी नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी को निशाने पर लिया है. नवाब मलिक ने मुंबई ड्रग केस छापेमारी को बड़ा फर्जीवाड़ा बताया है और कहा है कि इसमें प्लान करने के बाद कुछ सेलेब्रिटीज को बुलाया गया और उन्हें सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया गया है. वहीं मलिक का दावा ये भी है कि एनसीबी की जिस रेड में आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई, उसमें तीन लोगों को छोड़ा गया जिसमें ऋषभ सचदेव नाम का व्यक्ति भी शामिल है जो बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं. मलिक एनसीबी और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर भी बिफरे हैं और ये यूं ही नहीं है. असल में आर्यन केस में नवाब मलिक की बातें अपने दामाद पर हुई कार्रवाई की खुन्नस है.

जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. आर्यन खान गिरफ्तारी मामले पर बोलते हुए नवाब मलिक ने एनसीबी और समीर वानखेड़े पर तमाम ऐसे आरोप लगाए हैं जो न केवल गंभीर हैं बल्कि जिनका जवाब पूरा देश जानना चाहता है. रेड पर अपना पक्ष रखते हुए मलिक ने कहा है कि, 'ऋषभ सचदेव, अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा, इन 3 लोगों को छोड़ा गया है.

आर्यन खान ड्रग केस में एक बार फिर नवाब मलिक ने गंभीर आरोप लगाए हैं

मलिक के अनुसार, इनमें सचदेव, पूर्व बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं. जब ऋषभ सचदेव को छोड़ा जा रहा था, तो उनके साथ उनके पिता और चाचा भी थे. उसके फोटो भी हमारे पास हैं. मलिक ने ये भी बताया है कि इन्हीं लोगों के बुलाने पर आर्यन खान वहां गए थे. वे अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा के फ्रेंड सर्कल से हैं.

मलिक ने दावा किया कि रेड की रात इन तीनों के कुछ रिश्तेदार एनसीबी ऑफिस पहुंचे थे. हमें शक है कि केंद्र से दबाव लाया गया होगा, जिसके बाद इन्हें छोड़ा...

मुंबई ड्रग केस के चलते एक बार फिर एनसीपी नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी को निशाने पर लिया है. नवाब मलिक ने मुंबई ड्रग केस छापेमारी को बड़ा फर्जीवाड़ा बताया है और कहा है कि इसमें प्लान करने के बाद कुछ सेलेब्रिटीज को बुलाया गया और उन्हें सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया गया है. वहीं मलिक का दावा ये भी है कि एनसीबी की जिस रेड में आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई, उसमें तीन लोगों को छोड़ा गया जिसमें ऋषभ सचदेव नाम का व्यक्ति भी शामिल है जो बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं. मलिक एनसीबी और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर भी बिफरे हैं और ये यूं ही नहीं है. असल में आर्यन केस में नवाब मलिक की बातें अपने दामाद पर हुई कार्रवाई की खुन्नस है.

जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. आर्यन खान गिरफ्तारी मामले पर बोलते हुए नवाब मलिक ने एनसीबी और समीर वानखेड़े पर तमाम ऐसे आरोप लगाए हैं जो न केवल गंभीर हैं बल्कि जिनका जवाब पूरा देश जानना चाहता है. रेड पर अपना पक्ष रखते हुए मलिक ने कहा है कि, 'ऋषभ सचदेव, अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा, इन 3 लोगों को छोड़ा गया है.

आर्यन खान ड्रग केस में एक बार फिर नवाब मलिक ने गंभीर आरोप लगाए हैं

मलिक के अनुसार, इनमें सचदेव, पूर्व बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष मोहित कंबोज के साले हैं. जब ऋषभ सचदेव को छोड़ा जा रहा था, तो उनके साथ उनके पिता और चाचा भी थे. उसके फोटो भी हमारे पास हैं. मलिक ने ये भी बताया है कि इन्हीं लोगों के बुलाने पर आर्यन खान वहां गए थे. वे अमीर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाबा के फ्रेंड सर्कल से हैं.

मलिक ने दावा किया कि रेड की रात इन तीनों के कुछ रिश्तेदार एनसीबी ऑफिस पहुंचे थे. हमें शक है कि केंद्र से दबाव लाया गया होगा, जिसके बाद इन्हें छोड़ा गया. वहीं नवाब मलिक ने ये भी मांग की है कि एनसीबी के जोनल डॉयरेक्टर समीर वानखेड़े के कॉल रिकॉर्ड की भी जांच होनी चाहिए.

नवाब मलिक की ये बातें यूं ही नहीं हैं आरोपों के पीछे वजह है!

दरअसल बात ये है कि मुंबई ड्रग केस में एनसीपी नेता नवाब मलिक के सामने मुद्दा आर्यन खान है ही नहीं. उनकी खुन्नस पुरानी है और उनके दामाद से जुडी है. असल में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने नवाब मलिक के दामाद समीर खान को ड्रग मामले के संबंध में 13 जनवरी 2021 को गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें 14 दिनों के लिए जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया था.

एनसीबी ने समीर खान ने पूछताछ की थी जिसके बाद कई अहम खुलासे हुए थे. जिसके बाद उनकी बताई गई कई जगहों पर छापेमारी की गई थी. जिसमें उनका बांद्रा स्थित आवास भी शामिल था. समीर खान का नाम ड्रग्स मामले में आने के बाद उनके ससुर नवाब मलिक ने बयान जारी कर कहा था कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है. नवाब मलिक ने कहा था कि बिना किसी भेदभाव के कानून सबपर लागू किया जाना चाहिए.

गौरतलब है कि ड्रग्स केस के एक आरोपी और समीर खान के 20000 रुपये के कथित ऑनलाइन लेनदेन का मामला सामने आने के बाद एनसीबी ने समीर  खान को तलब किया था. बताते चलें कि ड्रग्स मामले में दामाद न नाम आने के बाद नवाब मलिक को भी तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. 

विपक्ष ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया था और तब ऐसे कई बयान वायरल हुए थे जिनमें न केवल नवाब मलिक ने अपनी सफाई दी थी बल्कि अनचाहे विवाद से पल्ला भी झाड़ा था. साफ़ है कि यदि आज नवाब मलिक फिर एनसीबी और समीर वानखेड़े आड़े हाथों ले रहे हैं तो ये यूं ही फ्री फंड में नहीं है इसके पीछे वो बेइज्जती है जो उन्होंने अपने दामाद समीर खान के कारण जनवरी 2021 में सही थी. 

बहरहाल मुद्दा आर्यन खान ड्रग केस है और मामले के मद्देनजर हमारे सामने नवाब मलिक की बातें हैं. तो बस इतना ही कहा जाएगा कि जिस तरह एनसीबी ने मामले पर शिकंजा कसा है अभी ऐसे तमाम खुलासे होंगे जो हमारी सोच और कल्पना से कहीं ज्यादा परे होंगे देखना दिलचस्प रहेगा कि उन खुलासों पर मलिक क्या और कितना स्टैंड लेते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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