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जानिए चारा घोटाले में दोषी करार दिए गए लालू प्रसाद के 'जेल पड़ोसियों' के बारे में

    • अरविंद मिश्रा
    • Updated: 27 दिसम्बर, 2017 05:59 PM
  • 27 दिसम्बर, 2017 05:59 PM
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चारा घोटाले में लालू यादव को जेल की हवा खानी पड़ी. अब जेल में उनके पड़ोसी कौन होंगे आइए जानते हैं उनके बारे में...

23 दिसम्बर को CBI की विशेष अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को बहुचर्चित चारा घोटाले में दोषी करार दिया. उसके बाद लालू यादव को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रखा गया. उन्हें अपर डिविजनल सेल में रखा गया है. लंबे-चौड़े आलीशान बंगले में रहने के आदि लालू को यहां 10×12 का ही कमरा मिला है. 1991 और 1994 के बीच 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये का फर्जीवाड़ा का मामला था. वे कैदी नंबर 3351 बने और साथ में कुछ दागी माननीयों के पड़ोसी भी बने.

आइए जानते हैं लालू प्रसाद के 'जेल पड़ोसियों' के बारे में

जगदीश शर्मा:

लालू के साथ चारा घोटाले में ये भी दोषी पाए गए

चारा घोटाले में लालू प्रसाद के साथ दोषी पाए गए बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को भी इसी जेल में रखा गया है. साल 2013 में जगदीश शर्मा को चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद लोक सभा से अयोग्य ठहराया गया था.

डॉ. रवींद्र कुमार राणा:

चारा घोटाले में लालू प्रसाद के साथ ये भी दोषी पाए गए हैं. ये पूर्व विधायक हैं और इनको अपर डिवीजन सेल का कमरा मिला है.

राजा पीटर:

हत्या के षड़यंत्र में हैं बिरसा मुंडा जेल के मेहमान

असली नाम तो गोपाल कृष्ण पातर है, लेकिन राजा पीटर के नाम से विख्यात हैं. ये पूर्व मंत्री हैं तथा इन पर पूर्व मंत्री रमेश सिंह...

23 दिसम्बर को CBI की विशेष अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को बहुचर्चित चारा घोटाले में दोषी करार दिया. उसके बाद लालू यादव को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रखा गया. उन्हें अपर डिविजनल सेल में रखा गया है. लंबे-चौड़े आलीशान बंगले में रहने के आदि लालू को यहां 10×12 का ही कमरा मिला है. 1991 और 1994 के बीच 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये का फर्जीवाड़ा का मामला था. वे कैदी नंबर 3351 बने और साथ में कुछ दागी माननीयों के पड़ोसी भी बने.

आइए जानते हैं लालू प्रसाद के 'जेल पड़ोसियों' के बारे में

जगदीश शर्मा:

लालू के साथ चारा घोटाले में ये भी दोषी पाए गए

चारा घोटाले में लालू प्रसाद के साथ दोषी पाए गए बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को भी इसी जेल में रखा गया है. साल 2013 में जगदीश शर्मा को चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद लोक सभा से अयोग्य ठहराया गया था.

डॉ. रवींद्र कुमार राणा:

चारा घोटाले में लालू प्रसाद के साथ ये भी दोषी पाए गए हैं. ये पूर्व विधायक हैं और इनको अपर डिवीजन सेल का कमरा मिला है.

राजा पीटर:

हत्या के षड़यंत्र में हैं बिरसा मुंडा जेल के मेहमान

असली नाम तो गोपाल कृष्ण पातर है, लेकिन राजा पीटर के नाम से विख्यात हैं. ये पूर्व मंत्री हैं तथा इन पर पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या का षडयंत्र रचने का आरोप है. ये विचाराधीन कैदी हैं और लालू प्रसाद के कॉटेज की दायीं तरफ के कॉटेज में विराजमान है.

सावना लकड़ा:

ये कांग्रेस के खिजरी से पूर्व विधायक हैं तथा छात्र अविनाश की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे है. ये भी जेल में लालू प्रसाद के पड़ोसी हैं.

एनोस एक्का:

हत्या का आरोप इन पर भी लगा है

ये पूर्व मंत्री और विधायक हैं. इन पर पारा टीचर मनोज की हत्या का षडयंत्र रचने का आरोप है. ये इस जेल में विचाराधीन कैदी हैं.

संजीव सिंह:

हत्या के आरोपी है

ये माननीय, झरिया के विधायक हैं और पूर्व मेयर नीरज सिंह की हत्या का षडयंत्र रचने का आरोपी हैं. अपने ही चचेरे भाई और कांग्रेसी नेता नीरज सिंह की हत्या के आरोप में संजीव को यहां रखा गया है. रांची जेल के अपर डिवीजन सेल में लालू प्रसाद के कॉटेज के बायीं ओर इनका कॉटेज है.

कमल किशोर भगत:

ये पूर्व विधायक हैं और सात साल की सजा भुगत रहे हैं. इन पर रांची के मशहूर चिकित्सक डॉ. केके सिन्हा पर रंगदारी के लिए जानलेवा हमले का आरोप है.

चारा घोटाले में रांची की CBI की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद यादव को दोषी माना था और सजा का ऐलान 3 जनवरी को होना है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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