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तीन भारतीय भाइयों और एक राष्ट्रपति ने मिलकर ऐसे लूटा दक्षिण अफ्रीका को !

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 15 फरवरी, 2018 03:16 PM
  • 14 फरवरी, 2018 08:40 PM
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जहां एक ओर गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका जाकर वहां रह रहे भारतीयों को अत्याचारों और भेदभाव से मुक्ति दिलाई और हीरो बन गए. वहीं दूसरी ओर, भारत से दक्षिण अफ्रीका गए तीन भाइयों ने वहां के राष्ट्रपति संग मिलकर नाक कटवाने वाला काम कर दिया है.

हम भारत में नीरव मोदी और उनके परिवार द्वारा पंजाब नेशनल बैंक ( PNB ) की लूट की खबरों में डूबे हैं और उधर दक्षिण अफ्रीका में भी एक भारतीय परिवार पर महालूट का आरोप लगा है. PNB scam तो भारत में सुर्खी बन गया है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गुप्‍ता बंधुओं और वहां के राष्‍ट्रपति जैकब जूमा ने मिलकर देश की संपत्ति को जो नुकसान पहुंचाया है उसकी खबर अंतर्राष्‍ट्रीय सुर्खियां बटोर रही हैं.

इन दिनों दक्षिण अफ्रीकी की राजनीति में एक हलचल सी दिखाई दे रही है. इस हलचल का संबंध सिर्फ राजनीति से ही नहीं बल्कि बड़े कारोबारी बंधुओं से भी है. सबसे अहम बात यह है कि यह कारोबारी बंधु भारतीय मूल के हैं. जहां एक ओर गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका जाकर वहां रह रहे भारतीयों को अत्याचारों और भेदभाव से मुक्ति दिलाई और हीरो बन गए. वहीं दूसरी ओर, भारत से दक्षिण अफ्रीका गए इन तीन भाइयों ने वहां के राष्ट्रपति संग मिलकर नाक कटवाने वाला काम कर दिया है. यहां बात हो रही है गुप्ता बंधुओं की, जिन्होंने राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ मिलकर कई घोटाले किए और अब वह इसमें फंस गए हैं. इसी के चलते दक्षिण अफ्रीका की सत्ताधारी पार्टी अफ्रीकन नेशनल कॉन्ग्रेस (एएनसी) ने राष्ट्रपति जैबक जुमा के खिलाफ अविश्वास मत भी पेश कर दिया है. यह भी कहा जा रहा है कि गुरुवार तक वह पद छोड़ देंगे और इसी दिन दूसरे राष्ट्रपति शपथ लेंगे.

जुमा के कार्यकाल में गुप्ता बंधुओं का इतना दबदबा था कि वह देश को अपनी निजी संपत्ति जैसा ही समझते थे.

देश को समझते थे अपनी प्रॉपर्टी

जुमा के कार्यकाल में गुप्ता बंधुओं का इतना दबदबा था कि वह देश को अपनी निजी संपत्ति जैसा ही समझते थे. यहां तक कि कई बार वह उन पॉलिटिकल पावर्स का भी इस्तेमाल करते थे, जिसकी इजाजत सिर्फ सरकारी महकमे के बड़े अधिकारियों...

हम भारत में नीरव मोदी और उनके परिवार द्वारा पंजाब नेशनल बैंक ( PNB ) की लूट की खबरों में डूबे हैं और उधर दक्षिण अफ्रीका में भी एक भारतीय परिवार पर महालूट का आरोप लगा है. PNB scam तो भारत में सुर्खी बन गया है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गुप्‍ता बंधुओं और वहां के राष्‍ट्रपति जैकब जूमा ने मिलकर देश की संपत्ति को जो नुकसान पहुंचाया है उसकी खबर अंतर्राष्‍ट्रीय सुर्खियां बटोर रही हैं.

इन दिनों दक्षिण अफ्रीकी की राजनीति में एक हलचल सी दिखाई दे रही है. इस हलचल का संबंध सिर्फ राजनीति से ही नहीं बल्कि बड़े कारोबारी बंधुओं से भी है. सबसे अहम बात यह है कि यह कारोबारी बंधु भारतीय मूल के हैं. जहां एक ओर गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका जाकर वहां रह रहे भारतीयों को अत्याचारों और भेदभाव से मुक्ति दिलाई और हीरो बन गए. वहीं दूसरी ओर, भारत से दक्षिण अफ्रीका गए इन तीन भाइयों ने वहां के राष्ट्रपति संग मिलकर नाक कटवाने वाला काम कर दिया है. यहां बात हो रही है गुप्ता बंधुओं की, जिन्होंने राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ मिलकर कई घोटाले किए और अब वह इसमें फंस गए हैं. इसी के चलते दक्षिण अफ्रीका की सत्ताधारी पार्टी अफ्रीकन नेशनल कॉन्ग्रेस (एएनसी) ने राष्ट्रपति जैबक जुमा के खिलाफ अविश्वास मत भी पेश कर दिया है. यह भी कहा जा रहा है कि गुरुवार तक वह पद छोड़ देंगे और इसी दिन दूसरे राष्ट्रपति शपथ लेंगे.

जुमा के कार्यकाल में गुप्ता बंधुओं का इतना दबदबा था कि वह देश को अपनी निजी संपत्ति जैसा ही समझते थे.

देश को समझते थे अपनी प्रॉपर्टी

जुमा के कार्यकाल में गुप्ता बंधुओं का इतना दबदबा था कि वह देश को अपनी निजी संपत्ति जैसा ही समझते थे. यहां तक कि कई बार वह उन पॉलिटिकल पावर्स का भी इस्तेमाल करते थे, जिसकी इजाजत सिर्फ सरकारी महकमे के बड़े अधिकारियों को ही होती है. परिवार में शादी के लिए आए मेहमानों को के विमान तक को देश की मुख्य मिलिट्री एयरपोर्ट पर उतारा जा चुका है. इतना ही नहीं, शादी के खर्च का एक बड़ा हिस्सा भी सरकारी खजाने से किया गया. गुप्ता बंधुओं ने एक चीनी कंपनी से हुई 2.19 अरब डॉलर (करीब 14000 करोड़ रुपए) की लोकोमोटिव डील में ब्रोकर को करीब 41 करोड़ डॉलर (करीब 2622 करोड़ रुपए) कमाने में मदद की। दक्षिण अफ्रीका अभी तक 2008 में शुरू हुई आर्थिक मंदी से अभी तक उबर नहीं पाया है, जिसके चलते आए दिन भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आते हैं। खुद जैबक जुमा पर भ्रष्टाचार के करीब 700 चार्ज थे, जिन्हें 2009 में हटा दिया गया था। दक्षिण अफ्रीका में कुल बेरोजगारी करीब 35 फीसदी है। 

गुप्ता बंधुओं के बंगले पर छापा

दक्षिण अफ्रीका में जोहानिसबर्ग जू के पास ही गुप्ता बंधुओं का बंगला है, जहां पर हथियारों से लैस दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने बंगले को चारों ओर से घेरकर छापा भी मारा है. बताया जा रहा है कि जैकब जुमा के कार्यकाल में हुए एक कथित घोटाले में गुप्ता बंधुओं की अहम भूमिका रही है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में कुल 3 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें गुप्ता परिवार का एक भाई भी है. वहीं गुप्ता परिवार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये गुप्ता बंधु हैं कौन? किस घोटाले में फंसे हैं ये लोग?

कौन हैं गुप्ता बंधु, भारत में कहां के रहने वाले हैं?

जैबक जुमा के करीबी गुप्ता बंधु उत्तर प्रदेश से सहारनपुर से ताल्लुक रखते हैं. परिवार में तीन भाई अजय, अतुल और राजेश हैं. 1993 में सभी दक्षिण अफ्रीका चले गए. इन तीनों भाइयों ने जोहानिसबर्ग में सहारा कंप्यूटर के नाम से एक कंपनी शुरू की, जिसमें कंप्यूटर और उसके पार्ट बनाने का काम होता था. धीरे-धीरे गुप्ता बंधुओं ने कोयला और गोल्ड माइनिंग में हाथ डाल दिया. आज के समय में गुप्ता परिवार की कंपनियों में 10,000 से भी अधिक कर्मचारी काम करते हैं. गुप्ता बंधुओं की मीडिया कंपनी भी है.

गुप्ता बंधु राष्ट्रपति जैकब जुमा के काफी करीबी हैं, जिनका एक बेटा, बेटी और एक पत्नी गुप्ता बंधुओं की कंपनी में ही काम करते हैं.

किस घोटाले की बात हो रही है यहां पर?

पुलिस के मुताबिक गुप्ता बंधुओं के बंगले पर छापेमारी Vrede Farm घोटाले को लेकर की गई है. इस डेयरी फार्म का मकसद गरीब कुसानों को फायदा पहुंचाना था, लेकिन बताया जा रहा है कि इससे गुप्ता बंधुओं ने लाखों डॉलर की कमाई की. अब इसे लेकर ही गुप्ता बंधु मुश्किल में फंस गए हैं. गुप्ता बंधुओं का नाम भ्रष्टाचार के कई मामलों में आया, लेकिन अभी तक वह कानून की पहुंच से दूर हैं. गुप्ता बंधु राष्ट्रपति जैकब जुमा के काफी करीबी हैं, जिनका एक बेटा, बेटी और एक पत्नी गुप्ता बंधुओं की कंपनी में ही काम करते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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