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पाटीदार प्रभाव वाली सीटों से बीजेपी के लिए बुरी खबर है !

    • आईचौक
    • Updated: 18 दिसम्बर, 2017 08:04 PM
  • 18 दिसम्बर, 2017 08:04 PM
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हमने पाटीदार सीटों का आंकलन किया. 2012 के चुनावों में राज्य के 22 पाटीदार सीटों में से भाजपा के हाथ 14, कांग्रेस के 6 और केशुभाई पटेल की पार्टी गुजरात परिवर्तन पार्टी के हिस्से 2 सीटें आई थी.

गुजरात विधानसभा चुनावों के रूझानों से साफ जाहिर हो गया कि भाजपा लगातार छठी बार सरकार बनाने वाली है. हालांकि इस चुनाव में विपक्ष ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ये सुनिश्चित किया कि भाजपा को आसानी से सरकार बनाने का मौका न दिया जाए. इसके लिए उन्होंने साम-दाम-दंड-भेद हर हथकंडा अपना लिया. फिर चाहे मंदिरों में माथा टेकना हो या फिर हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर जैसे मोदी विरोधियों के साथ गठबंधन कर चुनाव को दिलचस्प भी बना दिया.

हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर आरक्षण की मांग ने गुजरात की राजनीति में भूचाल मचा दिया था. उसी रथ पर सवार हो कांग्रेस इनके साथ गठबंधन कर चुनाव जीतना चाह रहे थे.

इसी क्रम में हमने पाटीदार सीटों का आंकलन किया. 2012 के चुनावों में राज्य के 22 पाटीदार सीटों में से भाजपा के हाथ 14, कांग्रेस के 6 और केशुभाई पटेल की पार्टी गुजरात परिवर्तन पार्टी के हिस्से 2 सीटें आई थी.

वहीं अभी तक के आए रुझानों और रिजल्ट को देखें तो टक्कर बराबरी की है. भाजपा 11 और कांग्रेस भी 11 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. हार्दिक पटेल के क्षेत्र और पाटीदार आंदोलन के गढ़ मेहसाणा में ही कांग्रेस गठबंधन को हार का मुंह देखना पड़ा है. सूरत सिटी उत्तर से भाजपा ने इन नेताओं को धूल चटा दी है.

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Gujarat Elections results : हार्दिक के लिए कुछ...

गुजरात विधानसभा चुनावों के रूझानों से साफ जाहिर हो गया कि भाजपा लगातार छठी बार सरकार बनाने वाली है. हालांकि इस चुनाव में विपक्ष ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ये सुनिश्चित किया कि भाजपा को आसानी से सरकार बनाने का मौका न दिया जाए. इसके लिए उन्होंने साम-दाम-दंड-भेद हर हथकंडा अपना लिया. फिर चाहे मंदिरों में माथा टेकना हो या फिर हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर जैसे मोदी विरोधियों के साथ गठबंधन कर चुनाव को दिलचस्प भी बना दिया.

हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर आरक्षण की मांग ने गुजरात की राजनीति में भूचाल मचा दिया था. उसी रथ पर सवार हो कांग्रेस इनके साथ गठबंधन कर चुनाव जीतना चाह रहे थे.

इसी क्रम में हमने पाटीदार सीटों का आंकलन किया. 2012 के चुनावों में राज्य के 22 पाटीदार सीटों में से भाजपा के हाथ 14, कांग्रेस के 6 और केशुभाई पटेल की पार्टी गुजरात परिवर्तन पार्टी के हिस्से 2 सीटें आई थी.

वहीं अभी तक के आए रुझानों और रिजल्ट को देखें तो टक्कर बराबरी की है. भाजपा 11 और कांग्रेस भी 11 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. हार्दिक पटेल के क्षेत्र और पाटीदार आंदोलन के गढ़ मेहसाणा में ही कांग्रेस गठबंधन को हार का मुंह देखना पड़ा है. सूरत सिटी उत्तर से भाजपा ने इन नेताओं को धूल चटा दी है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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