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गुजरात चुनाव में केजरीवाल का कहा सच हो सकता है!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 06 नवम्बर, 2022 03:53 PM
  • 06 नवम्बर, 2022 03:50 PM
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गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले गुजरात पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. केजरीवाल का मानना है कि गुजरात में कांग्रेस 5 सीटें भी जीत ले तो बड़ी बात है. दिलचस्प ये कि ये बात केजरीवाल ने लिखित में दी है.

बस कुछ दिन और गुजरात में चुनाव हो जाएंगे और नतीजों के जरिये हमें ये बता चल जाएगा कि सूबे में सरकार किसकी बनेगी. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस बार का गुजरात विधानसभा चुनाव अलग है. कारण गुजरात में मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा न होकर भाजपा बनाम आम आदमी पार्टी है. यदि बात कांग्रेस की हो तो जैसी तैयारियां चल रही हैं महसूस यही हो रहा है कि कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव बस एक औपचारिकता है जो उसे हारना है और फिर ईवीएम हैक होने का प्रोपोगेंडा फैलाना है. चूंकि गुजरात में लड़ाई आप बनाम बीजेपी है. इसलिए जिस मुस्तैदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात हैं,माना यही जा रहा है कि अगर पार्टी जीत दर्ज करने में नाकाम भी रही तो वो ऐसा बहुत कुछ कर देगी जिसका दंश कांग्रेस पार्टी को लंबे समय तक भोगना होगा. इसकी भी शुरुआत हो गयी है.

गुजरात चुनावों से पहले जो कुछ केजरीवाल ने कांग्रेस  के लिए कहा है वो यक़ीनन पार्टी को मुसीबत में डाल सकता है

आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा कि किसी ने भी देश की सबसे पुरानी पार्टी को गंभीरता से नहीं लिया. गुजरात चुनावों पर अपना पक्ष रखते हुए केजरीवाल का कॉन्फिडेंस लेवल क्या है इसका अंदाजा उनकी उस बात से भी लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने ये तक कह दिया है कि गुजरात में अगर कांग्रेस 5 सीट भी ले आई तो ये बहुत बड़ी बात होगी.

केजरीवाल ने कहा है कि गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. ऐसे में अब शायद ही कोई कांग्रेस को गंभीरता से ले रहा हो. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात में लोगों को परिवर्तन चाहिए. अगर लोग बदलाव नहीं चाहते, तो हमें कोई जगह नहीं मिलती. हमें 30 फीसदी वोट शेयर मिल रहे हैं. हमने पंजाब में सरकार बनाई. गुजरात में भी...

बस कुछ दिन और गुजरात में चुनाव हो जाएंगे और नतीजों के जरिये हमें ये बता चल जाएगा कि सूबे में सरकार किसकी बनेगी. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस बार का गुजरात विधानसभा चुनाव अलग है. कारण गुजरात में मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा न होकर भाजपा बनाम आम आदमी पार्टी है. यदि बात कांग्रेस की हो तो जैसी तैयारियां चल रही हैं महसूस यही हो रहा है कि कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव बस एक औपचारिकता है जो उसे हारना है और फिर ईवीएम हैक होने का प्रोपोगेंडा फैलाना है. चूंकि गुजरात में लड़ाई आप बनाम बीजेपी है. इसलिए जिस मुस्तैदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात हैं,माना यही जा रहा है कि अगर पार्टी जीत दर्ज करने में नाकाम भी रही तो वो ऐसा बहुत कुछ कर देगी जिसका दंश कांग्रेस पार्टी को लंबे समय तक भोगना होगा. इसकी भी शुरुआत हो गयी है.

गुजरात चुनावों से पहले जो कुछ केजरीवाल ने कांग्रेस  के लिए कहा है वो यक़ीनन पार्टी को मुसीबत में डाल सकता है

आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा कि किसी ने भी देश की सबसे पुरानी पार्टी को गंभीरता से नहीं लिया. गुजरात चुनावों पर अपना पक्ष रखते हुए केजरीवाल का कॉन्फिडेंस लेवल क्या है इसका अंदाजा उनकी उस बात से भी लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने ये तक कह दिया है कि गुजरात में अगर कांग्रेस 5 सीट भी ले आई तो ये बहुत बड़ी बात होगी.

केजरीवाल ने कहा है कि गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. ऐसे में अब शायद ही कोई कांग्रेस को गंभीरता से ले रहा हो. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात में लोगों को परिवर्तन चाहिए. अगर लोग बदलाव नहीं चाहते, तो हमें कोई जगह नहीं मिलती. हमें 30 फीसदी वोट शेयर मिल रहे हैं. हमने पंजाब में सरकार बनाई. गुजरात में भी कुछ अलग है.5 से कम सीटों पर जीतेगी कांग्रेस: केजरीवाल ने लिख कर दिया.

गुजरात में कांग्रेस की जैसी उपस्थिति है वो कई मायनों में शर्मनाक है. पार्टी के चाहे वरिष्ठ नेता हों या कार्यकर्ता सबका रवैया एक जैसा है. वहीं बात अगर राहुल गांधी की हो तो वो अपनी यात्रा में कुछ इस हद तक डूबे हैं कि उन्होंने ऐसी कोई बात ही नहीं की जो गुजरात कांग्रेस को मोटिवेट कर सके. ऐसे में यदि अरविंद केजरीवाल कांग्रेस द्वारा गुजरात में 5 सीटें जीतने की बात कर रहे हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है.

अपनी बात को वजन देने के लिए केजरीवाल ने एक हाथ में कागज दूसरे में कलम लेकर ये बात लिख कर दी है. इसलिए देखना दिलचस्प रहेगा कि केजरीवाल की ये भविष्यवाणी सही साबित होती है या फिर आने वाला वक़्त इसे एक चुनावी लफ्फाजी के तौर पर सहेज कर रखता है.

गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 5 सीटों पर समेटने वाले अरविंद केजरीवाल ने अपने को नंबर 2 पर रखा है. गुजरात में आप का नम्बर 2 की पोजीशन लेने की बात कहना स्वतः इस बात की तस्द्देख कर देता है कि गुजरात में आम आदमी पार्टी खेल को खेलने नहीं बल्कि उसे बिगाड़ने आई है.

वहीं पूछे जाने पर केजरीवाल ने 2024 के आम चुनावों पर भी अपना पक्ष रखा है. उनके अनुसार 2024 बहुत दूर का विचार है. गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक है इसलिए बेहतर यही है कि बातचीत का केंद्र गुजरात ही रहे. क्योंकि तमाम लोगों ने गुजरात के संदर्भ में केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को वोटकटवा कहा है.

इसलिए इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए केजरीवाल का कहना है कि गुजरात में भाजपा का वोट शेयर 20 परसेंट तक कम हुआ है. इसके सोर्स पर बात करते हुए केजरीवाल ने बताया कि ये जानकारी उन्हें उनके इंटरनल सर्वे ने दी है. इसी सर्वे में ये आया है कि गुजरात में जो वोट भाजपा के कम होंगे वो कांग्रेस की नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी की झोली में जाएंगे.

बहरहाल जिक्र गुजरात में केजरीवाल के जरिये जिक्र कांग्रेस का हुआ है. इसलिए कहा यही जाएगा कि अब भी वक़्त है. देर नहीं हुई है. इसलिए राहुल गांधी नहीं तो कम से कम पार्टी के ताजे ताजे अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे ही सामने आएं. नए सिरे से रणनीति बनाएं और चाहे वो भाजपा हो या आम आदमी पार्टी उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब दें वरना बड़ी बात नहीं है केजरीवाल की भविष्यवाणी सच साबित हो जाएगी.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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