एक दोस्त हैं. यूं तो आदमी बहुत भोले और दिल के बहुत अच्छे हैं मगर अपनी किस्मत से बहुत परेशान हैं. मतलब किस्मत तो ऐसी है कि मानो ब्रह्मा ने सफेद बोर्ड पर, सफेद चॉक से लिखी और जब देखा कुछ नहीं दिख रहा, तो बोर्ड फाड़ दिया और चॉक ऐसे तोड़ी कि उसका चूरा चूरा हो गया. भाई कुछ भी करने जाए मजाल है कि वो चीज सही हो जाए. और तो छोड़िए जब भाई की नई नई नौकरी लगी और पहली सैलरी आई, सैलरी आने के 20 मिनट बाद ही ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए और सैलरी के अलावा एकाउंट में 5000 रुपए और थे, उसे भी गंवा बैठे. कुल मिलाकर ये वो लोग हैं जिनका शनि, राहु, केतु सब बिगड़ा रहता है. कब क्या हादसा हो जाए कह नहीं सकते. ऐसा नहीं है कि मेरे ये दोस्त ही किस्मत की मार झेल रहे हैं हमारे चारों ओर भी ऐसे लोगों की भरमार है. दूर क्यों जाएं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रहे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को ही देख लीजिये. बेचारे नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को नीचा दिखाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. मजाल है जो किस्मत साथ दे दे. बीते दिनों हाथरस (Hathras) में यूपी पुलिस (P Police) की लाठी खाने के बाद राहुल पंजाब पहुंच गए और Farm Bill के विरोध में खेती बचाओ रैली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. थोड़ा किसान टाइप फील आए इसलिए चकाचक सफेद कुर्ते और ब्रांडेड जूतों को धारण किये हुए राहुल गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) के साथ ट्रैक्टर पर सवार हो गए. किस्मत चूंकि पहले से ही खराब थी इसलिए राहुल का यूं इस तरह ट्रैक्टर पर चढ़ना एक ऐसा ब्लंडर था जिसके बाद उन्हें हिंदुस्तान का 'मिस्टर बीन' (Mr Bean) कहा जा रहा है और इस तस्वीर के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनकी जमकर खिल्ली उड़ा रहे हैं.
एक दोस्त हैं. यूं तो आदमी बहुत भोले और दिल के बहुत अच्छे हैं मगर अपनी किस्मत से बहुत परेशान हैं. मतलब किस्मत तो ऐसी है कि मानो ब्रह्मा ने सफेद बोर्ड पर, सफेद चॉक से लिखी और जब देखा कुछ नहीं दिख रहा, तो बोर्ड फाड़ दिया और चॉक ऐसे तोड़ी कि उसका चूरा चूरा हो गया. भाई कुछ भी करने जाए मजाल है कि वो चीज सही हो जाए. और तो छोड़िए जब भाई की नई नई नौकरी लगी और पहली सैलरी आई, सैलरी आने के 20 मिनट बाद ही ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए और सैलरी के अलावा एकाउंट में 5000 रुपए और थे, उसे भी गंवा बैठे. कुल मिलाकर ये वो लोग हैं जिनका शनि, राहु, केतु सब बिगड़ा रहता है. कब क्या हादसा हो जाए कह नहीं सकते. ऐसा नहीं है कि मेरे ये दोस्त ही किस्मत की मार झेल रहे हैं हमारे चारों ओर भी ऐसे लोगों की भरमार है. दूर क्यों जाएं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रहे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को ही देख लीजिये. बेचारे नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को नीचा दिखाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. मजाल है जो किस्मत साथ दे दे. बीते दिनों हाथरस (Hathras) में यूपी पुलिस (P Police) की लाठी खाने के बाद राहुल पंजाब पहुंच गए और Farm Bill के विरोध में खेती बचाओ रैली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. थोड़ा किसान टाइप फील आए इसलिए चकाचक सफेद कुर्ते और ब्रांडेड जूतों को धारण किये हुए राहुल गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) के साथ ट्रैक्टर पर सवार हो गए. किस्मत चूंकि पहले से ही खराब थी इसलिए राहुल का यूं इस तरह ट्रैक्टर पर चढ़ना एक ऐसा ब्लंडर था जिसके बाद उन्हें हिंदुस्तान का 'मिस्टर बीन' (Mr Bean) कहा जा रहा है और इस तस्वीर के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनकी जमकर खिल्ली उड़ा रहे हैं.
बात अगर इस तस्वीर की हो बताना जरूरी है कि कैप्टन साहब के साथ राहुल गांधी जिस ट्रैक्टर पर बैठे थे उसपर सोफा सेट किया गया था. तस्वीर को ध्यान से देखें तो ट्रैक्टर की उस सीट के बगल में मिनिरल वॉटर की बोतल भी रखी थी.
अब भइया किसी ने देखा हो तो ठीक है वरना इतनी उम्र ही गई हमने तो भाई हिंदुस्तान में ऐसा किसान या ये कहें कि खेती किसानी का इतना इलीट रूप नहीं देखा. अभी बीते दिनों की बात है अखबार में पढ़ा था कि यहीं यूपी में एक किसान ने फांसी लगा ली कारण था आर्थिक तंगी...बात राहुल गांधी को मिस्टर बीन कहने से शुरू हुई है तो बता दें कि विदेश से ताल्लुख रखने वाले कॉमेडियन मिस्टर बीन की कई तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हैं जिनमें वो हैं तो एक चलती हुई गाड़ी कि छत पर लेकिन उसपर एक बेहतरीन सोफा लगा हुआ है.
तस्वीर सामने आने के बाद लोग राहुल गांधी को रॉवन एटकिंसन यानी मिस्टर बीन का 'Indian Version' बता रहे हैं अब ये किस्मत की खराबी नहीं तो फिर और क्या है? सोचिए जरा कि जो राहुल गांधी किसानों को उनका हक दिलाने, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाने गए थे किस्मत के चलते उसी अंदाज ने उनकी गुगली करा दी.दोष न तो सफेद मलमल के कुर्ते में है न ही इम्पोर्टेड जूतों में समस्या की जड़ किस्मत है. आलोचक तो मानते ही हैं समर्थक भी अगर इस बात को स्वीकार कर लें कि बेचारे राहुल गांधी की किस्मत हद से ज्यादा खराब है तो कितना अच्छा हो.
हमने ये बात कही है कि मिस्टर बीन के 'Indian Version' राहुल गांधी की किस्मत खराब है अब अवश्य ही ये बात समर्थकों को आहत करेगी वो हमें संघ और भाजपा का एजेंट भी बताएंगे तो ऐसे लोगों को हम एक घटना से रू ब रू कराएंगे.
बात 2017 की है उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने थे. राहुल ने अखिलेश यादव की पार्टी के साथ गठबंधन किया था. अच्छा चूंकि उस वक़्त तक मोदी लहर अपने चरम पर थी इसलिए सपा- कांग्रेस गठबंधन का मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी भाजपा से था.
राहुल गांधी जिनके हाथ में कांग्रेस की कमान थी उन्होंने उत्तर प्रदेश में किसान यात्रा की शुरुआत की और देवरिया को अपनी पहल 'खाट पे चर्चा' के लिए चुना. प्रोग्राम किस हद तक सफल हुआ इसका अंदाजा हम इसी से लगा सकते हैं कि जब तक प्रोग्राम खत्म हुआ देवरिया के लोग खाट अपने साथ लेकर अपने अपने घरों की तरफ रवाना हो गए.
इस मामले में राहुल गांधी का कोई दोष नहीं था लेकिन बात वही है... किस्मत की खराबी. इस मामले पर भी राहुल एंड पार्टी की खूब किरकिरी हुई थी.तब भी सोशल मीडिया पर पब्लिक ने ऐसी ऐसी बातें कही थी कि शायद राहुल गांधी ने दो तीन दिन खाना न खाया हो.
तब राहुल की रैली में लोग जिस तरह खाट लेकर भागे अगर आज भी वो तस्वीरें सामने आ जाएं तो कितने भी डिप्रेशन में आदमी क्यों न घिरा हो मुस्कुरा ही देगा.
बहरहाल हमने बात की शुरुआत राहुल गांधी के सोफे वाले ट्रैक्टर पर बैठने और उन्हें इंडियन मिस्टर बीन कहने से शुरू की थी तो जो प्रतिक्रियाएं ट्विटर पर आई हैं साफ है कि आज इस मामले में जो तिल का ताड़ बना है उसके जिम्मेदार स्वयं राहुल गांधी और उनकी जरा सी असावधानी है.
सोशल मीडिया पर लोग जबरदस्त तरीके से राहुल गांधी की चुटकी ले रहे हैं.
लोग ये भी कह रहे हैं कि राहुल गांधी को मिस्टर बीन से कम्पेयर करना खुद मिस्टर बीन की तौहीन है.
बहरहाल, जिस तरीके से राहुल गांधी की तस्वीरें वायरल हुई, जैसी प्रतिक्रिया लोगों की आ रही हैं. साफ़ है कि किसान ऐसे तो नहीं होते. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि यूं इस तरह का किसान बनकर राहुल जी ने खुद से तो किया ही किया है देश और देश की जनता के साथ धोखा है.
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