• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
ह्यूमर

थाना में पांडे जी की बजी सीटी..

    • देवेन्द्रराज सुथार
    • Updated: 07 अप्रिल, 2018 11:17 AM
  • 07 अप्रिल, 2018 11:17 AM
offline
एक बार कमिटमेंट करने के बाद अपने आप की भी नहीं सुनने वाले सलमान खान की कानून के आगे एक भी नहीं सुनी गई. अब चाहे तो वो गा सकते हैं- तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही है...ऐसा क्या गुनाह किया...तो लुट गए...हां लुट गए...तो लुट गए..!

थाना में ऑन ड्यूटी सीटी बजाने वाले पांडे जी की आजकल सीटी बजी हुई है. दबंग दारोगा दागी की वर्दी में दलिया, चने की दाल और बिना घी लगाई रोटी खाने को विवश हैं. हिरण के बाद जेल में मच्छर भी उन्हें कोई कम परेशान नहीं कर रहे हैं. अपने एक इशारे पर हीरोइन को 'ता ता थइया, ता ता थइया' कराने वाला हीरो अब खुद कानून के इशारे पर 'हिप हॉप' डांस करने को मजबूर है. क्योंकि हीरो का इसमें कसूर है.

सलमान खान जेल में जाते हुए

आजतक तो ये ही सुना था कि 'एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है' लेकिन, अब यह भी सुनने में आ रहा है कि 'एक काला हिरण आदमी को मुजरिम बना देता है.' और जेल दर्शन करवा देता है. फिल्मों में गुंडों की खटिया खड़ी करने वाले हीरो को जेल की खटिया पर सुला देता है. एक काला हिरण बॉलीवुड के करोड़ों रुपये को दांव पर लगाने की हिम्मत रखता है. केवल एक काला हिरण 'एयर कंडीशनर की हवा' खाने वाले को 'हवालात की हवा' खिलाने की भी क्षमता रखता है.

एक बार कमिटमेंट करने के बाद अपने आप की भी नहीं सुनने वाले हीरो की कानून के आगे एक भी नहीं सुनी गई. कानून के बड़े-बड़े हाथों ने उठाकर उसे असली जगह पर पहुंचा ही दिया. आखिर हीरो की 'चोरी-चोरी चुपके-चुपके' की गई कारस्तानी बाहर आ ही गई. अब चाहे तो हीरो गा सकता है- तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही है...ऐसा क्या गुनाह किया...तो लुट गए...हां लुट गए...तो लुट गए..!

इधर, हीरो के जेल प्रस्थान से काले हिरणों की बिरादरी में खुशी का माहौल है. हीरो की गोली का शिकार हुए हिरण की भटकती आत्मा को मोक्ष मिल गया है. काले हिरणों में देश के कानून के प्रति इज्जत काफी बढ़ गई है. अब वे भी अपने छप्पन इंची सीने को ठोककर अपने को लोकतांत्रिक देश का काला हिरण कह सकते हैं. पर्यावरण प्रेमियों में हीरो के जेल जाने से अपार हर्ष दिखाई पड़ रहा...

थाना में ऑन ड्यूटी सीटी बजाने वाले पांडे जी की आजकल सीटी बजी हुई है. दबंग दारोगा दागी की वर्दी में दलिया, चने की दाल और बिना घी लगाई रोटी खाने को विवश हैं. हिरण के बाद जेल में मच्छर भी उन्हें कोई कम परेशान नहीं कर रहे हैं. अपने एक इशारे पर हीरोइन को 'ता ता थइया, ता ता थइया' कराने वाला हीरो अब खुद कानून के इशारे पर 'हिप हॉप' डांस करने को मजबूर है. क्योंकि हीरो का इसमें कसूर है.

सलमान खान जेल में जाते हुए

आजतक तो ये ही सुना था कि 'एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है' लेकिन, अब यह भी सुनने में आ रहा है कि 'एक काला हिरण आदमी को मुजरिम बना देता है.' और जेल दर्शन करवा देता है. फिल्मों में गुंडों की खटिया खड़ी करने वाले हीरो को जेल की खटिया पर सुला देता है. एक काला हिरण बॉलीवुड के करोड़ों रुपये को दांव पर लगाने की हिम्मत रखता है. केवल एक काला हिरण 'एयर कंडीशनर की हवा' खाने वाले को 'हवालात की हवा' खिलाने की भी क्षमता रखता है.

एक बार कमिटमेंट करने के बाद अपने आप की भी नहीं सुनने वाले हीरो की कानून के आगे एक भी नहीं सुनी गई. कानून के बड़े-बड़े हाथों ने उठाकर उसे असली जगह पर पहुंचा ही दिया. आखिर हीरो की 'चोरी-चोरी चुपके-चुपके' की गई कारस्तानी बाहर आ ही गई. अब चाहे तो हीरो गा सकता है- तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही है...ऐसा क्या गुनाह किया...तो लुट गए...हां लुट गए...तो लुट गए..!

इधर, हीरो के जेल प्रस्थान से काले हिरणों की बिरादरी में खुशी का माहौल है. हीरो की गोली का शिकार हुए हिरण की भटकती आत्मा को मोक्ष मिल गया है. काले हिरणों में देश के कानून के प्रति इज्जत काफी बढ़ गई है. अब वे भी अपने छप्पन इंची सीने को ठोककर अपने को लोकतांत्रिक देश का काला हिरण कह सकते हैं. पर्यावरण प्रेमियों में हीरो के जेल जाने से अपार हर्ष दिखाई पड़ रहा है. काले हिरणों की इस खुशी से जंगल के दूसरे प्राणियों को 'हिस्टीरिया' होने लग गया है. अब जंगल में जुगुप्सा से काले हिरण को देखा जाने लगा. इसका कारण यह है कि दूसरे प्राणियों में वो क्षमता किसी संप्रदाय ने विकसित नहीं की है, जिससे वे भी अपने पर अत्याचार व अपनी हत्या करने वाले को जेल में चक्की पीसने के लिए भेज सकें. खैर ! अपना-अपना नसीब!

सलमान खान अब जेल में

लेकिन हीरो पैसे वाला है और उसकी प्रसिद्धि का स्तर बड़ा ही हाई है. वो ज्यादा समय के लिए जेल में ठहरेगा नहीं ! अपितु 'जेल' को 'बेल' दिखाकर 'बाय-बाय' कर देगा. क्योंकि इस देश में 'विटामिन एम' के आगे सजा भी छोटी हो जाती है.

इधर, आसाराम को आरोपी तीन हीरोइनों का बेस्रबी से इंतजार था. लेकिन, वे हुस्न की मल्ल्किाएं तो छूट गईं. और राम को बदनाम करने वाले 'आसाराम' के अरमानों पर पानी फिर गया. लेकिन जेल में सलमान उनके पड़ोसी हैं. ऐसे में सलमान को रात में चौकन्ना रहना होगा.

अंत में हमारी तो हीरो से यही सुलाह है कि वो केवल फिल्मों में ही 'हीरोपंती' किया करें, असल जिंदगी में 'हीरो' बनने और उसके जैसे शौक न पाला करें. फुटपाथ पर सोए लोगों को भी अपने चश्मे से देखा करें और चला करें. भला तो करें ही, पर बुरा भी किसी का ना किया करें.

ये भी पढ़ें

जेल में सलमान खान का 19वां दिन, पुराना दर्द कुछ ऐसा है...

सलमान खान को सजा का मतलब इन 5 बड़ी फिल्मों से समझिए...

काला हिरण शिकार मामला: सलमान खान को 5 साल की जेल, उनकी सजा को पूरा समझिए...


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    टमाटर को गायब कर छुट्टी पर भेज देना बर्गर किंग का ग्राहकों को धोखा है!
  • offline
    फेसबुक और PubG से न घर बसा और न ज़िंदगी गुलज़ार हुई, दोष हमारा है
  • offline
    टमाटर को हमेशा हल्के में लिया, अब जो है सामने वो बेवफाओं से उसका इंतकाम है!
  • offline
    अंबानी ने दोस्त को 1500 करोड़ का घर दे दिया, अपने साथी पहनने को शर्ट तक नहीं देते
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲