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ताजा-ताजा राष्‍ट्रपति बने ट्रम्प का पद खतरे में !

    • मोहित चतुर्वेदी
    • Updated: 07 फरवरी, 2017 01:58 PM
  • 07 फरवरी, 2017 01:58 PM
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डोनाल्ड ट्रम्प को यूएस प्रेसिडेंट बने महीना भी नहीं हुआ है और उन पर 'राजपाठ' छोड़ने का संकट आ गया है. उनपर महाभियोग (IMPEACHMENT) चलाने की बात हो रही है. आइए आपको बताते हैं यह कैसे संभव और कितना मुश्किल है.

डोनाल्ड ट्रम्प को यूएस प्रेसिडेंट बने 15 दिन भी नहीं हुए और उन पर 'राजपाठ' छोड़ने का संकट आ गया है. सड़कों पर ट्रम्प का लोग जमकर विरोध कर रहे हैं. लोग महाभियोग (IMPEACHMENT) के तहत उन्हें हटाना चाहते हैं. महाभियोग के लिए ट्रम्प को धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले बिल क्लिंटन पर भी सैक्स स्कैंडल के लिए महाभियोग का सामना करना पड़ा, लेकिन वो बरी हो गए. इनके अलावा प्रेसिडेंट एंड्र्यू जॉनसरन को भी महाभियोग का सामना करना पड़ा था. सवाल ये है कि डोनाल्ड ट्रम्प को महाभियोग से हटाना आसान है? आइए आपको बताते हैं महाभियोग की प्रोसेस और कैसे मुश्किल में आ सकते हैं डोनाल्ड ट्रम्प...

क्या होता है महाभियोग?

अमेरिका के संविधान के अनुसार प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट और न्यायाधीशों को पद से तभी हटाया जा सकता है, जब तक उनके ऊपर राजद्रोह, घूस या अन्य किसी प्रकार के करप्शन का आरोप महाभियोग द्वारा सिद्ध हो जाए. महाभियोग कोई आपराधिक कार्यवाही नहीं है और ना ही जेल भेजा जाता है. महाभियोग सिद्ध होने पर व्यक्ति को पद से हटाया जा सकता है और ये भी निश्चित किया जा सकता है कि भविष्य में वह किसी पद ग्रहण करने का अधिकारी नहीं रहेगा.

क्या है महाभियोग की प्रोसेस?

महाभियोग से प्रेसिंडेट को हटाना आसान नहीं है. काभी लंबी प्रक्रिया के बाद प्रेसिडेंट को हटाया जाता है.*महाभियोग की प्रोसेस अमेरिका की कांग्रसे से शुरू होती है.*कांग्रेस की न्यायपालिका समीति सुनवाई रखती है. जहां प्रेसिडेंट के खिलाफ इल्जाम लगाए जाते...

डोनाल्ड ट्रम्प को यूएस प्रेसिडेंट बने 15 दिन भी नहीं हुए और उन पर 'राजपाठ' छोड़ने का संकट आ गया है. सड़कों पर ट्रम्प का लोग जमकर विरोध कर रहे हैं. लोग महाभियोग (IMPEACHMENT) के तहत उन्हें हटाना चाहते हैं. महाभियोग के लिए ट्रम्प को धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले बिल क्लिंटन पर भी सैक्स स्कैंडल के लिए महाभियोग का सामना करना पड़ा, लेकिन वो बरी हो गए. इनके अलावा प्रेसिडेंट एंड्र्यू जॉनसरन को भी महाभियोग का सामना करना पड़ा था. सवाल ये है कि डोनाल्ड ट्रम्प को महाभियोग से हटाना आसान है? आइए आपको बताते हैं महाभियोग की प्रोसेस और कैसे मुश्किल में आ सकते हैं डोनाल्ड ट्रम्प...

क्या होता है महाभियोग?

अमेरिका के संविधान के अनुसार प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट और न्यायाधीशों को पद से तभी हटाया जा सकता है, जब तक उनके ऊपर राजद्रोह, घूस या अन्य किसी प्रकार के करप्शन का आरोप महाभियोग द्वारा सिद्ध हो जाए. महाभियोग कोई आपराधिक कार्यवाही नहीं है और ना ही जेल भेजा जाता है. महाभियोग सिद्ध होने पर व्यक्ति को पद से हटाया जा सकता है और ये भी निश्चित किया जा सकता है कि भविष्य में वह किसी पद ग्रहण करने का अधिकारी नहीं रहेगा.

क्या है महाभियोग की प्रोसेस?

महाभियोग से प्रेसिंडेट को हटाना आसान नहीं है. काभी लंबी प्रक्रिया के बाद प्रेसिडेंट को हटाया जाता है.*महाभियोग की प्रोसेस अमेरिका की कांग्रसे से शुरू होती है.*कांग्रेस की न्यायपालिका समीति सुनवाई रखती है. जहां प्रेसिडेंट के खिलाफ इल्जाम लगाए जाते हैं.*अगर सदन में इल्जामों को बहुमत मिला तो इस पर डिबेट होती है. जहां प्रेसिडेंट के समर्थन में और खिलाफ में वोटिंग होती है.*अगर ज्यादा लोग प्रेसिडेंट के खिलाफ वोट करते हैं तो मामला सिनेट में जाता है.*अगर प्रेसिडेंट को सिनेट मेम्बर्स से दो तिहाई वोट्स नहीं मिलते हैं तो उन्हें प्रेसिडेंट पद से हटाया जाता है.

ट्रम्प पर क्यों हो सकता है महाभियोग?

डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधि जोआक्विन कैस्ट्रो का कहना है कि उन पर महाभियोग होना चाहिए अगर वो बॉर्डर सुरक्षा एजेंसी को कोर्ट द्वारा रैफ्यूजीज को अमेरिका आने पर लगी रोक कों नजरअंदाज करने को कह दें. जिसके लिए वो कोशिश भी कर रहे हैं. ट्रम्प पर ये भी आरोप लगाए जा रहे है कि वो ऑफिस में रहते हुए विदेशी राज्यों के साथ अपना बिजनेस कर रहे हैं. कांग्रेस में जानें से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी और इल्जाम जुटाने की कोशिश कर रही है. 

क्या कह रहे हैं लोग?

विरोध करने वाले ट्रम्प को जिद्दी, सिरफिरा और अनाप-शनाप बोलनेवाला करार देते हुए कहा है कि पैसे का भरपूर उपयोग करके ट्रंप ने अमेरिका की जनता को पूरी तरह भ्रमित कर दिया. इतना ही नहीं, ट्रंप का विरोध करने वाले यह भी मानते हैं कि अमेरिकियों ने इस बार कथिततौर पर असभ्य से व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के लायक मान लिया है. अब तो वक्त ही बताएगा कि क्या ट्रम्प पर महाभियोग होगा और हुआ तो क्या उन्हें लोग समर्थन करेंगे.

ये भी पढ़ें- ये है डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिका!

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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