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GOOD NEWS : GST में होंगे बदलाव... ये चीजें होंगी सस्ती

    • मोहित चतुर्वेदी
    • Updated: 09 अगस्त, 2017 04:33 PM
  • 09 अगस्त, 2017 04:33 PM
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जीएसटी से जो चीजें महंगी हो गई थीं उसको अब सरकार सस्ता करने की प्लानिंग कर रही है. ये लोगों के लिए गुड न्यूज नहीं सुपर डुपर गुड न्यूज होगी.

जीएसटी आने के बाद कई रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं. आम लोगों के लिए समझना मुश्किल हो रहा है कि कैसे सस्ता सामान इतना महंगा हो सकता है. जो चीजें 18% टैक्स में आती थीं उन पर 28% टैक्स लगा दिया गया. जो चीजें 5% टैक्स में आती थीं उनपर 18% टैक्स लगा दिया गया. इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा है. लेकिन जीएसटी में सरकार कुछ बदलाव करने जा रही है. जो लोगों के लिए गुड न्यूज से कम नहीं है.

कुछ विसंगतियों और शिकायतों के सामने आने के बाद जीएसटी काउसिंल की मीटिंग में कुछ उत्पादों की दरों को कम करने पर विचार किया जा रहा है. ये शिकायतें तब से आ रही थीं जब से जीएसटी लागू हुआ था. लोगों की परेशानियों को देखते हुए दो दर्जन से भी ज्यादा वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं.

सस्ती होने की लिस्ट में घर में रोज काम आने वाली चीजों को शामिल किया जाएगा जो जीएसटी के बाद महंगी हो गई थीं. अगर आगामी जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में रेट घटा दिए जाते हैं तो लोगों को इन सामानों के लिए कम कीमत चुकानी पड़ेगी. इडली/डोसा बैटर, गैस लाइटर, सूखी इमली और भुने हुए चने के भी दामों में भी कटौती हो सकती है. इन वस्तुओं पर 12% की दर से जीएसटी लागू है, जिसे कम करके 5% किए जाने का प्रस्ताव है.

कस्टर्ड पाउडर पर वर्तमान में 28% जीएसटी लागू है, माना जा रहा है कि इसे 18% टैक्स ब्रैकेट में रखा जा सकता है. धूप बत्ती, धूप और इसी तरह के कुछ अन्य प्रोडेक्ट्स को फिलहाल 12 प्रतिशत स्लैब में रखा गया, जिनपर जीएसटी घटाकर 5% किया जा सकता है.

इसी तरह प्लास्टिक रेन कोट, रबर बैंड्स, राइस रबर रोल, कम्प्यूटर मॉनिटर और किचन गैस लाइटर पर 28% टैक्स लगता है,...

जीएसटी आने के बाद कई रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं. आम लोगों के लिए समझना मुश्किल हो रहा है कि कैसे सस्ता सामान इतना महंगा हो सकता है. जो चीजें 18% टैक्स में आती थीं उन पर 28% टैक्स लगा दिया गया. जो चीजें 5% टैक्स में आती थीं उनपर 18% टैक्स लगा दिया गया. इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा है. लेकिन जीएसटी में सरकार कुछ बदलाव करने जा रही है. जो लोगों के लिए गुड न्यूज से कम नहीं है.

कुछ विसंगतियों और शिकायतों के सामने आने के बाद जीएसटी काउसिंल की मीटिंग में कुछ उत्पादों की दरों को कम करने पर विचार किया जा रहा है. ये शिकायतें तब से आ रही थीं जब से जीएसटी लागू हुआ था. लोगों की परेशानियों को देखते हुए दो दर्जन से भी ज्यादा वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं.

सस्ती होने की लिस्ट में घर में रोज काम आने वाली चीजों को शामिल किया जाएगा जो जीएसटी के बाद महंगी हो गई थीं. अगर आगामी जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में रेट घटा दिए जाते हैं तो लोगों को इन सामानों के लिए कम कीमत चुकानी पड़ेगी. इडली/डोसा बैटर, गैस लाइटर, सूखी इमली और भुने हुए चने के भी दामों में भी कटौती हो सकती है. इन वस्तुओं पर 12% की दर से जीएसटी लागू है, जिसे कम करके 5% किए जाने का प्रस्ताव है.

कस्टर्ड पाउडर पर वर्तमान में 28% जीएसटी लागू है, माना जा रहा है कि इसे 18% टैक्स ब्रैकेट में रखा जा सकता है. धूप बत्ती, धूप और इसी तरह के कुछ अन्य प्रोडेक्ट्स को फिलहाल 12 प्रतिशत स्लैब में रखा गया, जिनपर जीएसटी घटाकर 5% किया जा सकता है.

इसी तरह प्लास्टिक रेन कोट, रबर बैंड्स, राइस रबर रोल, कम्प्यूटर मॉनिटर और किचन गैस लाइटर पर 28% टैक्स लगता है, जिसे 18% के टैक्स स्लैब में रखा जा सकता है. जीएसटी के बाद टेक्सटाइल आइटम भी सस्ते हो सकते हैं, उन्हें 18% से 12% तक कम करने का प्रस्ताव है. झाड़ू और ब्रश पर कोई कर प्रस्तावित नहीं है क्योंकि वर्तमान में 5% चार्ज लगता है.

अब इसका फैसला तो वित्त मंत्री अरुण जेटली ही करेंगे. 9 सितंबर को काउंसिल मीटिंग की जाएगी. जहां सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. कुल मिलाकर जीएसटी में ये पहला बदलाव होगा. जो आम लोगों को देखते हुए लिया जा रहा है.

लेकिन कई मामलों में ये बैठक आम लोगों के लिए परेशानी भी खड़ी कर सकती है क्योंकि बैठक में क्या चीजें महंगी कर सकते हैं इसपर भी विचार किया जाएगा. ऐसा नहीं ये सभी चीज सस्ती करके सरकार दूसरी चीजों के दाम न बढ़ा दे. अब ये तो देखने वाली बात होगी कि सरकार आम लोगों के लिए गुड न्यूज के साथ शॉक देती है या गुड न्यूज ही देती है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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