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बॉलीवुड में दोस्त दोस्त ना रहा...

    • सिद्धार्थ हुसैन
    • Updated: 19 अक्टूबर, 2016 04:24 PM
  • 19 अक्टूबर, 2016 04:24 PM
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करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' मुश्किलों में फंसती जा रही है, लेकिन उनके अजीज दोस्तों ने चुप्पी साध रखी है.

हिंदी सिनेमा के सबसे ताकतवर और सफल निर्माता निर्देशक की लिस्ट में करण जौहर का नाम आना लाज़मी है और ये सही है कि बड़ा विवाद और भी ज्यादा बड़ा हो जाता है जब करण जौहर जैसा रसूखदार उसमें फंसता है. फिल्म इंडस्ट्री भी तीन विचारों में बंट चुकी है, एक वो हैं जो करण के पक्ष में हैं, दूसरे वो हैं जो करण के खिलाफ हैं या कहें उनके विचारों से सहमत नहीं हैं और तीसरे वो हैं जो खामोश हैं. जिसमें सबसे पहला नाम आता है करण जौहर के अज़ीज़ दोस्त शाहरुख खान का. वैसे खामोश वाली लिस्ट में काजोल और अमिताभ बच्चन भी शामिल हैं जिन्होंने चुप्पी साध रखी है.

करण जौहर के मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं उनके दोस्त

शाहरुख के खामोश रहने की वजह क्या उनका खुद का डर है? क्योंकि उनकी फिल्म ‘दिलवाले’ के दौरान उनके एक जुमले ने बवाल खड़ा कर दिया था कि ‘आज लोग इतने टॉलेरेंट नहीं हैं’. हालांकि तब शाहरुख का मानना था कि वो किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे और अगर किसी को उनकी बात से दुख हुआ तो उन्हें खेद है, मगर शाहरुख की फिल्म को नुकसान फिर भी पहुंचा. और अब शाहरुख की फिल्म 'रईस' भी रिलीज के नजदीक है जिसमें भी हीरोइन पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान हैं. ऐसे में ये खयाल शाहरुख के मन में जरूर आया होगा कि खुद की मदद करूं या दोस्त की. और शाहरुख ने खुद को ही चुना क्योंकि बवाल तो 'रईस' पर भी खड़ा होगा. वैसे अटकलें ये भी हैं कि 'रईस' रीशूट हो सकती है और माहिरा खान को बदल कर किसी भारतीय हीरोइन को कास्ट किया जायेगा. ऐसे में शाहरुख का चुप रहना उनके लिये फायदेमंद साबित हो सकता है.

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हिंदी सिनेमा के सबसे ताकतवर और सफल निर्माता निर्देशक की लिस्ट में करण जौहर का नाम आना लाज़मी है और ये सही है कि बड़ा विवाद और भी ज्यादा बड़ा हो जाता है जब करण जौहर जैसा रसूखदार उसमें फंसता है. फिल्म इंडस्ट्री भी तीन विचारों में बंट चुकी है, एक वो हैं जो करण के पक्ष में हैं, दूसरे वो हैं जो करण के खिलाफ हैं या कहें उनके विचारों से सहमत नहीं हैं और तीसरे वो हैं जो खामोश हैं. जिसमें सबसे पहला नाम आता है करण जौहर के अज़ीज़ दोस्त शाहरुख खान का. वैसे खामोश वाली लिस्ट में काजोल और अमिताभ बच्चन भी शामिल हैं जिन्होंने चुप्पी साध रखी है.

करण जौहर के मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं उनके दोस्त

शाहरुख के खामोश रहने की वजह क्या उनका खुद का डर है? क्योंकि उनकी फिल्म ‘दिलवाले’ के दौरान उनके एक जुमले ने बवाल खड़ा कर दिया था कि ‘आज लोग इतने टॉलेरेंट नहीं हैं’. हालांकि तब शाहरुख का मानना था कि वो किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे और अगर किसी को उनकी बात से दुख हुआ तो उन्हें खेद है, मगर शाहरुख की फिल्म को नुकसान फिर भी पहुंचा. और अब शाहरुख की फिल्म 'रईस' भी रिलीज के नजदीक है जिसमें भी हीरोइन पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान हैं. ऐसे में ये खयाल शाहरुख के मन में जरूर आया होगा कि खुद की मदद करूं या दोस्त की. और शाहरुख ने खुद को ही चुना क्योंकि बवाल तो 'रईस' पर भी खड़ा होगा. वैसे अटकलें ये भी हैं कि 'रईस' रीशूट हो सकती है और माहिरा खान को बदल कर किसी भारतीय हीरोइन को कास्ट किया जायेगा. ऐसे में शाहरुख का चुप रहना उनके लिये फायदेमंद साबित हो सकता है.

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शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' में भी पाकिस्तानी हीरोइन माहिरा खान हैं

2010 में करण जौहर, शाहरुख के साथ खड़े थे जब 'माय नेम इज़ खान' की रिलीज के दौरान शिव सेना ने फिल्म की रिलीज के वक्त बवाल खड़ा कर दिया था. क्योंकि तब शाहरुख ने कहा था वो आईपीएल के तीसरे सीजन में पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को खिलाने में कुछ बुरा नहीं समझते. शाहरुख का वो बयान करण को बतौर निर्माता निर्देशक काफी मंहगा पड़ा था.

अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' और 'ऐ दिल है मुश्किल' एक ही दिन रिलाज हो रही हैं

काजोल का चुप रहना शाहरुख के मुकाबले ज्यादा समझ आता है क्योंकि काजोल के पति अजय देवगन की फिल्म "शिवाय" भी उसी दिन रिलीज हो रही है और कुछ वक्त पहले अजय ने करण पर सवालिया निशान खड़े किये थे जब बिग बॉस के पुराने पार्टिसिपेंट कमाल आर खान ने एक फोन रिकॉर्डिंग में कहा था कि करण जौहर की फिल्म की तारीफ करने के लिये उन्होंने उन्हें 25 लाख रुपये दिये. हालांकि करण ने इस बात को सिरे से इंकार किया लेकिन देवगन और करण के रिश्तों में दरार साफ दिखी और ऐसे में काजोल ने दोस्त के ऊपर पति का साथ देना चुना.

अमिताभ बच्चन से भी करण जौहर के पारिवारिक संबंध हैं लेकिन अमिताभ से जब पूछा गया तो उन्होंने भारतीय सेना के साथ खड़े रहने की बात तो की लेकिन पाकिस्तानी कलाकरों के विषय पर अपने जन्मदिन का वास्ता देते हुए कहा "ये मौका नहीं इस विषय पर बात करने का"

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अब बात उनकी जो करण के पक्ष में हैं और मानते हैं फिल्म की रिलीज और पाकिस्तानी आर्टिस्ट पर रोक नहीं लगनी चाहिये. सैफ अली खान का कहना है हम कलाकार हैं और प्यार बांटते हैं नफरत नहीं फैलाते. सैफ की बहन सोहा और ओम पुरी भी यही मानते हैं कि कलाकारों को अलग रखना चाहिये. वहीं वरुण धवन का मानना है "पाकिस्तानी कलाकार को बैन करने से आतंकवाद ख़त्म हो तो जरूर बैन करें". आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा भी मानते हैं फिल्म की रिलीज़ पर रोक नहीं लगनी चाहिये. सलमान खान ने भी करण के पक्ष में बात रखी थी. बीजेपी से सांसद और अभिनेता परेश रावल ने भी ट्वीट के जरिये अपना सपोर्ट करण जौहर को दिया "पाकिस्तानी आर्टिस्ट पैसे लेकर और काम करके चले गये अब अपने निर्माता को हम सज़ा क्यों दे रहे हैं.

निर्माता निदेशक साजिद नाडियाडवाला ने भी करण का साथ देते हुए कहा 'ऐसे हालात में भले ही हम पाकिस्तानी आर्टिस्ट के साथ काम ना करें लेकिन करण जौहर ने तब काम किया था जब हालात बेहतर थे और इसलिये उनकी फिल्म पर रोक नहीं लगनी चाहिये.’ निर्माता निर्देशक महेश भट्ट और मुकेश भट्ट करण के साथ हैं और ये भी हकीकत है कि आलिया को ब्रेक करण जौहर ने ही दिया.

निर्देशक अनुराग कश्यप ने भी यही कहा लेकिन उनका अंदाज काफी फूहड़ था. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए अनुराग ने कहा "जिस वक्त आप पाकिस्तान में रिश्ते सुधारने गये थे उसी वक्त करण फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, माफी आपको भी मांगनी चाहिए". हालांकि जब अनुराग का पैरवी करने का अंदाज उन पर भारी पड़ा तो उन्होंने सारा इल्जाम मीडिया के सिर मढ़ दिया, कि उनकी बात को ठीक से पेश नहीं किया गया. ये वो अनुराग कश्यप हैं जो कुछ साल पहले तक करण और उनकी फिल्मों की जी भरकर बुराई करते थे. करण का अनुराग फायदा करे या नहीं लेकिन खुद को लाइमलाइट में रखना अनुराग खूब जानते हैं.

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 'भारतीय होने पर गर्व है'

अब बात उनकी जो करण जौहर के विचारों से सहमत नहीं, अनुपम खेर जो करण के साथ बतौर अभिनेता काम भी कर चुके हैं मानते हैं कि पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करना चाहिये. अभिनेत्री रवीना टंडन का भी यही कहना है कि देश से बड़कर कुछ नहीं, सिंगर अभिजीत भट्टाचार्या ने पहले से ही पाकिस्तानी कलाकारों की ख़िलाफ़त की है, सुर कोकिला लता मंगेशकर का कहना था "वो खुश और शांति से रहें और हमें भी शांति से रहने दें". अक्षय कुमार ने विडियो रिकॉर्ड करके सिर्फ सरहद के जवानों की बात की, लिस्ट बहुत लंबी है उनकी भी जो करण के साथ हैं और उनकी भी जो साथ नहीं हैं, मगर ये भी सच है कि करण जौहर ने ख्वाबों में भी नहीं सोचा होगा कि पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को अपनी फिल्म "ऐ दिल है मुश्किल" में कास्ट करने पर फिल्म इंडस्ट्री इस तरह से विचारों में बंट जायेगी.

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लेकिन अब करण ने विडियो पर अपनी बात रखते हुये कहा है कि उन्हें भारतीय होने पर गर्व है और ऐसे हालात में वो देश के साथ हैं और अब वो भी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे लेकिन ये फिल्म जब बन रही थी तब बात ऐसी नहीं थी.

करण के पक्ष और विपक्ष की फेहरिस्त घटे या बढ़े लेकिन ये भी सच है कि इस फिल्म इंडस्ट्री में ज़्यादातर दोस्ती और दुश्मनी वक़्ती होती हैं. ऐसे में "दुश्मन ना करे दोस्त ने ये काम किया है उम्र भर का ग़म हमें इनाम दिया है" उन पर भी फिट होता है जो साथ हैं और उन पर भी जो साथ नहीं हैं.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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