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India England series क्‍यों विराट कोहली का टेस्ट लेने जा रही है

    • बिजय कुमार
    • Updated: 31 जुलाई, 2018 12:03 PM
  • 31 जुलाई, 2018 12:03 PM
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दोनों ही टीमों के प्रदर्शन में कप्तानों का रोल काफी अहम होगा और इस लिहाज से इस बार विराट कोहली पर अच्छा करने का अतिरिक्त दबाव तो जरूर होगा, क्योंकि वो 2014 में इंग्लैंड में खेली गयी टेस्ट सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे.

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 1 अगस्त से खेला जायेगा. बता दें कि इस दौरे के शुरुआत में खेली गयी टी-ट्वेंटी सीरीज भारत ने अपने नाम की थी, तो वहीं वनडे सीरीज इंग्लैंड ने अपने नाम की. इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि दोनों ही टीमें टेस्ट सीरीज को अपने नाम करने से नहीं चूकना चाहेंगी. लेकिन ऐसा करने के लिए उन्हें हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करना होगा.

दोनों ही टीमों के प्रदर्शन में कप्तानों का रोल काफी अहम होगा और इस लिहाज से इस बार विराट कोहली पर अच्छा करने का अतिरिक्त दबाव तो जरूर होगा, क्योंकि वो 2014 में इंग्लैंड में खेली गयी टेस्ट सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. तो वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड के मौजूदा कप्तान जो रूट ने साल 2014 की सीरीज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और भारत में खेली गयी साल 2016 की टेस्ट सीरीज में भी उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी की थी. ऐसे में हर किसी की नजर इस पर टिकी हैं कि इन दोनों में बेहतर कौन है. वैसे रिकार्ड्स और रैंकिंग की लिहाज से तो कोहली, रूट से आगे हैं पर इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड 2014 की सीरीज में अच्छा नहीं रहा था जिसे बदलने की वो पूरी कोशिश करेंगे.

विराट कोहली के लिए काफी महत्वपूर्ण है ये सीरीज़

नजर डालते हैं इन दोनों के 2014 और 2016 में एक दूसरे के खिलाफ खेली गयी सीरीज के प्रदर्शन पर-

2016 सीरीज -

साल 2016 में भारत में खेली गई पांच मैचों की सीरीज में विराट कोहली ने सात इनिंग्स में कुल 606 रन बनाये थे, जिसमें से एक बार वो नाबाद भी रहे थे. उनकी सात पारियां हैं 40, 81, 167, 6, 62, 15 और 235. इस सीरीज में मेहमान टीम के बल्लेबाजों को आर. अश्विन, रविंद्र जडेजा और जयंत यादव की तिकड़ी ने खूब छकाया था लेकिन रूट ही एक...

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 1 अगस्त से खेला जायेगा. बता दें कि इस दौरे के शुरुआत में खेली गयी टी-ट्वेंटी सीरीज भारत ने अपने नाम की थी, तो वहीं वनडे सीरीज इंग्लैंड ने अपने नाम की. इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि दोनों ही टीमें टेस्ट सीरीज को अपने नाम करने से नहीं चूकना चाहेंगी. लेकिन ऐसा करने के लिए उन्हें हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करना होगा.

दोनों ही टीमों के प्रदर्शन में कप्तानों का रोल काफी अहम होगा और इस लिहाज से इस बार विराट कोहली पर अच्छा करने का अतिरिक्त दबाव तो जरूर होगा, क्योंकि वो 2014 में इंग्लैंड में खेली गयी टेस्ट सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. तो वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड के मौजूदा कप्तान जो रूट ने साल 2014 की सीरीज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और भारत में खेली गयी साल 2016 की टेस्ट सीरीज में भी उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी की थी. ऐसे में हर किसी की नजर इस पर टिकी हैं कि इन दोनों में बेहतर कौन है. वैसे रिकार्ड्स और रैंकिंग की लिहाज से तो कोहली, रूट से आगे हैं पर इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड 2014 की सीरीज में अच्छा नहीं रहा था जिसे बदलने की वो पूरी कोशिश करेंगे.

विराट कोहली के लिए काफी महत्वपूर्ण है ये सीरीज़

नजर डालते हैं इन दोनों के 2014 और 2016 में एक दूसरे के खिलाफ खेली गयी सीरीज के प्रदर्शन पर-

2016 सीरीज -

साल 2016 में भारत में खेली गई पांच मैचों की सीरीज में विराट कोहली ने सात इनिंग्स में कुल 606 रन बनाये थे, जिसमें से एक बार वो नाबाद भी रहे थे. उनकी सात पारियां हैं 40, 81, 167, 6, 62, 15 और 235. इस सीरीज में मेहमान टीम के बल्लेबाजों को आर. अश्विन, रविंद्र जडेजा और जयंत यादव की तिकड़ी ने खूब छकाया था लेकिन रूट ही एक मात्र बल्लेबाज थे जो इस सीरीज में भी रन बनाने से नहीं चूके. वैसे इस दौरान उन्होंने 10 पारियों में कुल 491 रन बनाये थे. बता दें कि इन 10 पारियों में वो 9 बार स्पिनर्स के ही शिकार बने थे. इस सीरीज को भारत ने 4-0 से जीत लिया था लेकिन रूट की तारीफ भी हुई थी. उनकी पारियां इस प्रकार रहीं- 4, 124, 25, 53, 78, 15, 77, 21, 6 और 88.

2014 सीरीज -

साल 2014 में इंग्लैंड में खेली गयी सीरीज की बात करें तो इंग्लैंड ने इसे 3-1 से जीत ली थी. जो रूट ने सात पारियों में कुल 518 रन बनाये थे जिसमें 2 शतक और 3 अर्धशतकीय पारियां शामिल थीं और दो बार वो नाबाद भी रहे थे. उनकी पारियां 154, 66, 13, 56, 3, 77 और 149 हैं. तो वहीं इस सीरीज में विराट का प्रदर्शन उनके लिए किसी बुरे सपने जैसा था. उन्होंने कुल दस पारियों में महज 134 रन बनाये थे. ये पारियां थीं 8, 1, 0, 25, 28, 39, 7, 0, 6 और 20.

वैसे इस प्रदर्शन के बाद से विराट के खेल में काफी परिवर्तन आया है और वो इस सीरीज में बेहतर करने के लिए आतुर हैं फिर भी इंग्लैंड में उनके अबतक के रिकॉर्ड को देखें तो कहा जा सकता है कि विराट पर काफी दबाव होगा लेकिन हम जानते हैं कि वो मुश्किलों से पार पाना जानते हैं और इस दौरे पर उनसे कुछ इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी. कुछ इसी तरह की झलक हमें इंग्लैंड में हुए हाल के वनडे मुकाबलों में दिखी थी, जिसमे कोहली ने तीन मैचों में से दो में अर्धशतक लगाए थे. वैसे भी कोहली जानते हैं कि अगले साल इंग्लैंड में ही वर्ल्ड कप का आयोजन होगा और वो इस सीरीज में अच्छा करते हैं तो वो खुद भी मानसिक रूप से मजबूत होकर अगले साल वहां जायेंगे.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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