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'फिनिशर' धोनी ने सिडनी के दाग एडिलेड में धो दिए

    • आईचौक
    • Updated: 15 जनवरी, 2019 09:39 PM
  • 15 जनवरी, 2019 07:30 PM
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सिडनी में अपनी खराब परफॉर्मेंस के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने एडिलेड में एक बार फिर साबित कर दिया कि वो क्रिकेट के 'ग्रेट फिनिशर' हैं.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड के मैदान पर हुए दूसरे वनडे मैच में भारत ने 6 विकेट से शानदार जीत हासिल की. पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 299 रनों का लक्ष्य दिया था. इस मैदान के लिहाज से ये लक्ष्य पहले मुश्किल लग रहा था लेकिन एक बेहद रोमांचक मोड़ से भारतीय बल्‍लेबाजों ने इसे अपनी झोली में डाल लिया. पर्थ टेस्‍ट में सेंचुरी बनाने वाले कोहली का बल्‍ला पिछली कुछ इनिंग से उनका साथ नहीं रहा था, लेकिन उन्‍होंने एडिलेड में शतक जड़कर फिर सबका मुंह बंद किया. लेकिन, इस मैच के दौरान बाद में सबसे ज्‍यादा चर्चा का विषय रहे महेंद्र सिंह धोनी. सिडनी मैच में धीमी बल्‍लेबाजी के कारण उनकी बहुत आलोचना हुई थी. वह मैच इंडिया हार गया था. धोनी ने मंगलवार को उसी अंदाज में सधे हुई बल्‍लेबाजी से शुरुआत की. दर्शकों को लगा कि यह मैच भी भारत के हाथ से निकल जाएगा, लेकिन धोनी ने आज अपना 'ग्रेट फिनिशर' वाला जलवा दिखाया.

एडिलेड में शिखर धवन और रोहित के आउट होने के बाद कोहली मैदान में डटे रहे और शतक बनाया. धोनी कोहली का साथ दे रहे थे. लेकिन मुश्किल उस वक्त आ गई जब 44वें ओवर में 103 रन बनाकर कोहली आउट हो गए. अब सारा दारोमदार धोनी पर था. लेकिन धोनी ने जो परफॉर्मेंस सिडनी में दी थी उसे लेकर खेल प्रेमी धोनी को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं थे. सिडनी में हुए मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के पीछे धोनी के खराब प्रदर्शन को ही जिम्मेदार माना गया था. वहां धोनी का स्ट्राइक रेट काफी कम था. उन्होंने 96 बॉल पर 51 रन बनाए थे. तब धोनी के हेटर्स ने उन्हें बहुत कुछ सुनाया था.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड के मैदान पर हुए दूसरे वनडे मैच में भारत ने 6 विकेट से शानदार जीत हासिल की. पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 299 रनों का लक्ष्य दिया था. इस मैदान के लिहाज से ये लक्ष्य पहले मुश्किल लग रहा था लेकिन एक बेहद रोमांचक मोड़ से भारतीय बल्‍लेबाजों ने इसे अपनी झोली में डाल लिया. पर्थ टेस्‍ट में सेंचुरी बनाने वाले कोहली का बल्‍ला पिछली कुछ इनिंग से उनका साथ नहीं रहा था, लेकिन उन्‍होंने एडिलेड में शतक जड़कर फिर सबका मुंह बंद किया. लेकिन, इस मैच के दौरान बाद में सबसे ज्‍यादा चर्चा का विषय रहे महेंद्र सिंह धोनी. सिडनी मैच में धीमी बल्‍लेबाजी के कारण उनकी बहुत आलोचना हुई थी. वह मैच इंडिया हार गया था. धोनी ने मंगलवार को उसी अंदाज में सधे हुई बल्‍लेबाजी से शुरुआत की. दर्शकों को लगा कि यह मैच भी भारत के हाथ से निकल जाएगा, लेकिन धोनी ने आज अपना 'ग्रेट फिनिशर' वाला जलवा दिखाया.

एडिलेड में शिखर धवन और रोहित के आउट होने के बाद कोहली मैदान में डटे रहे और शतक बनाया. धोनी कोहली का साथ दे रहे थे. लेकिन मुश्किल उस वक्त आ गई जब 44वें ओवर में 103 रन बनाकर कोहली आउट हो गए. अब सारा दारोमदार धोनी पर था. लेकिन धोनी ने जो परफॉर्मेंस सिडनी में दी थी उसे लेकर खेल प्रेमी धोनी को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं थे. सिडनी में हुए मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के पीछे धोनी के खराब प्रदर्शन को ही जिम्मेदार माना गया था. वहां धोनी का स्ट्राइक रेट काफी कम था. उन्होंने 96 बॉल पर 51 रन बनाए थे. तब धोनी के हेटर्स ने उन्हें बहुत कुछ सुनाया था.

लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, धोनी ने अपना जादू दिखाना शुरू कर दिया. धोनी अपने पुराने अंदाज में दिखे और आखिरी ओवर में छक्का जड़कर उन्होंने सबके मुंह बंद कर दिए. उन्हें उनके इसी स्टाइल के लिए जाना जाता है, वो संयम से खेलते हैं लेकिन मौका पड़ने पर दिखा देते हैं कि वो कौन हैं. आखिरी ओवर में लगाए गए इस छक्के ने धोनी को उनकी पुरानी फॉर्म में वापस ला दिया. और उनके इसी अंदाज ने भारत को शानदार जीत दिलाई. उन्होंने 54 गेंदों पर 55 रन बनाए. माही की इस बार की परफॉर्मेंस देखकर लोगों ने उन्हें 'बेस्ट फिनिशर' कहा. और सोशल मीडिया पर जमकर तारीफें कीं. उन्हें टीम से निकालने की बात करने वाले उन्हें अगले वर्ल्डकप में जाने की बात कर रहे हैं. ट्विटर पर धोनी ट्रेंड करते रहे.

धोनी ने अपने हेटर्स को आज करारा जवाब दिया है

देखिए पहले धोनी को कोस रहे लोगों ने किस तरह अपना रंग बदला:

(Thank God, I didn't tweet anything bad about Dhoni last match.)

धोनी को रिप्लेस करने की बाते करने वालों को खुद धोनी ने जवाब दिया है कि शेर हमेशा शेर ही रहते हैं. धोनी वो हैं जिन्हें आप प्यार कर सकते हैं, नफरत भी कर सकते हैं लेकिन उन्हें इग्नोर नहीं कर सकते.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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