नवरात्र में अगर किसी पार्टी का न्योता आए तो बुरा लगना लाजमी है. भले ही आपने व्रत न रखा हो, लेकिन फिर भी नवरात्र में सोशल लाइफ थोड़ी अलग हो जाती है. मैं उन लोगों में से हूं जिसका जन्मदिन साल दर साल नवरात्र के समय पड़ता है. कभी नवरात्र की शुरुआत में तो कभी अंत में. किसी साल ही ऐसा हुआ है कि जन्मदिन इन 9 दिनों से बाहर रहा हो. खैर, हमेशा नवरात्र में जन्मदिन मनाने पर कई तरह के अनुभव हो जाते हैं. मेरी एक सहेली का मानना है कि भले ही वो महीनों चिकन न खाए, लेकिन इन 9 दिनों में ऐसा लगा है कि किसी बंधंन में बंधी हुई है. दूसरे साथी का कहना है कि बस दशहरे का इंतजार है फिर देखो 9 दिन की पूरी कसर निकाली जाएगी और जमकर खाया जाएगा.
स्कूल के समय जब घर पर दोस्तों को जन्मदिन की पार्टी के लिए बुलाया जाता था तब मां अलग से फलाहार बनाती थी और जो चाट, पकौड़ी बाकियों के लिए बनाया जाता था उसमें भी प्याज, लहसुन नहीं होते थे. इतने साल ये तो समझा गए हैं कि नवरात्र में पार्टी करने के तरीके क्या हैं.
1. खाना...
पिछले साल तो डॉमिनोज ने मेरी बहुत मदद कर दी थी. कुट्टू के आटे का पिज्जा लॉन्च करके. पूरा नवरात्री मेन्यु था डॉमिनोज पर. कुट्टू के आटे का पिज्जा, साबूदाना पैटीज आदि. ये इस साल नहीं था, लेकिन इस साल दिल्ली के एक मॉल में वॉओ मोमोज ने नवरात्र स्पेशल मोमोज भी लॉन्च किए हैं. मतलब व्रत है तो क्या हुआ खाने के मामले में इतने ऑप्शन मिलेंगे कि बस. नवरात्र स्पेशल थाली शाही पनीर से लेकर पकौड़ियों तक सब कुछ है, पिज्जा है, मोमोज हैं. फिर व्रत से क्या डरना पार्टी के लिए इसी तरह का मेन्यु डिसाइड करें. लोगों के बीच ये लोकप्रिय भी है तभी तो ऐसे अजीबोगरीब तरीके निकाले गए हैं. अब व्रत वाले अन्न तो नहीं खा रहे न. बस पिज्जा से लेकर शाही पनीर तक सब कुछ खाएं.
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नवरात्र में अगर किसी पार्टी का न्योता आए तो बुरा लगना लाजमी है. भले ही आपने व्रत न रखा हो, लेकिन फिर भी नवरात्र में सोशल लाइफ थोड़ी अलग हो जाती है. मैं उन लोगों में से हूं जिसका जन्मदिन साल दर साल नवरात्र के समय पड़ता है. कभी नवरात्र की शुरुआत में तो कभी अंत में. किसी साल ही ऐसा हुआ है कि जन्मदिन इन 9 दिनों से बाहर रहा हो. खैर, हमेशा नवरात्र में जन्मदिन मनाने पर कई तरह के अनुभव हो जाते हैं. मेरी एक सहेली का मानना है कि भले ही वो महीनों चिकन न खाए, लेकिन इन 9 दिनों में ऐसा लगा है कि किसी बंधंन में बंधी हुई है. दूसरे साथी का कहना है कि बस दशहरे का इंतजार है फिर देखो 9 दिन की पूरी कसर निकाली जाएगी और जमकर खाया जाएगा.
स्कूल के समय जब घर पर दोस्तों को जन्मदिन की पार्टी के लिए बुलाया जाता था तब मां अलग से फलाहार बनाती थी और जो चाट, पकौड़ी बाकियों के लिए बनाया जाता था उसमें भी प्याज, लहसुन नहीं होते थे. इतने साल ये तो समझा गए हैं कि नवरात्र में पार्टी करने के तरीके क्या हैं.
1. खाना...
पिछले साल तो डॉमिनोज ने मेरी बहुत मदद कर दी थी. कुट्टू के आटे का पिज्जा लॉन्च करके. पूरा नवरात्री मेन्यु था डॉमिनोज पर. कुट्टू के आटे का पिज्जा, साबूदाना पैटीज आदि. ये इस साल नहीं था, लेकिन इस साल दिल्ली के एक मॉल में वॉओ मोमोज ने नवरात्र स्पेशल मोमोज भी लॉन्च किए हैं. मतलब व्रत है तो क्या हुआ खाने के मामले में इतने ऑप्शन मिलेंगे कि बस. नवरात्र स्पेशल थाली शाही पनीर से लेकर पकौड़ियों तक सब कुछ है, पिज्जा है, मोमोज हैं. फिर व्रत से क्या डरना पार्टी के लिए इसी तरह का मेन्यु डिसाइड करें. लोगों के बीच ये लोकप्रिय भी है तभी तो ऐसे अजीबोगरीब तरीके निकाले गए हैं. अब व्रत वाले अन्न तो नहीं खा रहे न. बस पिज्जा से लेकर शाही पनीर तक सब कुछ खाएं.
2. ड्रिंक...
जैसे खाने के मामले में है वैसे ही अलग-अलग तरह की नवरात्र स्पेशल ड्रिंक भी उपलब्ध हैं. फलहारी जलजीरा और खीरे का जूस सब कुछ उपलब्ध है. घर पर भी बनाया जा सकता है. ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर हर तरह की पार्टी के लिए. ड्रिंक उपलब्ध है. कितना सहूलियत भरा है नवरात्र में ड्रिंक पीना.
3. गाने....
अब फिल्मी गाने... तौबा-तौबा... संस्कार कहां है... हां फिल्मी गानों की धुन पर बने भजन चल जाएंगे. अब बदरीनाथ की दुलहनिया हो या शुभ मंगल सावधान आजकल आने वाली फिल्मों में माता रानी के भजन अलग-अलग फिल्मी गानों की धुन पर मिल जाएंगे. यहीं देख लीजिए...
4. घर...
अब डिस्को तो जा नहीं सकते क्योंकि नवरात्र है, लेकिन पार्टी में डांस तो करना ही है तो वेन्यु घर को ही रखें. हालांकि, इस दौर में कई होटल भारी डिस्काउंट भी देते हैं, लेकिन नवरात्र है जी होटल में तो बाद में भी जा सकते हैं न. इसलिए पार्टी घर पर ही करें.
5. दोस्त...
ध्यान रखें उन्हीं दोस्तों को बुलाएं जो संस्कारी हों, या कम से कम नवरात्र के समय तो बन जाते हों. अब नवरात्र है और पार्टी है ऐसा कोई भी इंसान जो संस्कारी तरीके से काम नहीं करता हो वो कैसे आ सकता है.
तो कुल मिलाकर इस तरह से पार्टी करिए और नवरात्र मनाइए फिर क्या 9 दिन खत्म होने के बाद तो वही सब करना है.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.